नई दिल्ली, 30 नवंबर (आईएएनएस)। एबीपी न्यूज की ओर से सीवोटर द्वारा किए गए एक विशेष एग्जिट पोल से पता चलता है कि भाजपा विधानसभा चुनावों के नवीनतम दौर में राजस्थान पर फिर से कब्जा करने के लिए तैयार दिख रही है। साल 2018 के चुनाव में यह राज्य वह हार गई थी।
34,690 के सैंपल साइज के साथ किए गए एग्जिट पोल के अनुसार, कांग्रेस को 41.1 फीसदी वोट मिलने का अनुमान है, जो 2018 में 39.3 फीसदी था। हालांकि, भाजपा का वोट शेयर और भी बढ़कर 44.7 फीसदी होने का अनुमान है। 2018 में यह 38.8 प्रतिशत तक पहुंच गया था।
वोट शेयर में यह अंतर भाजपा को 199 सदस्यीय राज्य विधानसभा में बहुमत के आंकड़े 101 की ओर धकेलने के लिए पर्याप्त लगता है।
एग्जिट पोल के मुताबिक, भाजपा को 94 से 104 सीटें मिलने का अनुमान है, जबकि कांग्रेस को 71 से 91 सीटें मिलने का अनुमान है।
यहां तक कि कांग्रेस के लिए सबसे अच्छी स्थिति में भी, एग्जिट पोल में पार्टी को बहुमत के करीब नहीं दिखाया गया है, लेकिन भाजपा के लिए सबसे अच्छी स्थिति में पार्टी को सहज बहुमत मिल जाता है।
इस दौर के चुनाव में अन्य का वोट शेयर घटकर 11.7 प्रतिशत रह जाएगा, जबकि 2018 में यह 17.9 प्रतिशत था।
एग्जिट पोल के आंकड़ों के गहन विश्लेषण से पता चलता है कि लगभग 50 सीटें ऐसी हैं, जहां अन्य, जिनमें भाजपा और कांग्रेस दोनों के बागी शामिल हैं, खेल बिगाड़ सकते हैं।
एग्जिट पोल के आंकड़ों के मुताबिक, अगर सीमांत की सभी सीटें सत्ता विरोधी जाती हैं तो भाजपा को 200 में 130 से 140 सीटें मिलने का अनुमान है। यदि सीमांत की सभी सीटें सत्ताधारियों के पक्ष में जाती हैं, तो कांग्रेस को 91 से 101 सीटें जीतने का अनुमान है।
प्रतीत होता है, जैसे अशोक गहलोत अपने पद से हट रहे हैं और नए मुख्यमंत्री के लिए रास्ता बना रहे हैं।
–आईएएनएस
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