नई दिल्ली, 14 जून (आईएएनएस)। राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत द्वारा की जा रही ताबड़-तोड़ घोषणाओं के बीच कर्नाटक में कांग्रेस की इसी रणनीति से मात खा चुकी भाजपा अब गहलोत सरकार को हराने के लिए प्रदेश में भ्रष्टाचार को बड़ा मुद्दा बनाने की तैयारी कर रही है। इसके साथ ही भाजपा आने वाले दिनों में जोर-शोर से कानून व्यवस्था और राजस्थान की बिगड़ी आर्थिक हालत का हवाला देने के साथ-साथ गहलोत सरकार को ओबीसी विरोधी सरकार साबित करने की भी कोशिश करेगी।
भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव एवं राजस्थान प्रभारी अरूण सिंह ने बुधवार को पार्टी के राष्ट्रीय मुख्यालय में पत्रकारों से बात करते हुए आरोप लगाया कि अशोक गहलोत सरकार के कार्यकाल के दौरान भ्रष्टाचार के मामले में राजस्थान नंबर वन पर आ गया है और गहलोत सरकार ने भ्रष्टाचार के मामले में सारे रिकार्ड तोड़ दिए हैं। सिंह ने कहा कि ट्रांसपेरेंसी इंडेक्स में भ्रष्टाचार के मामले में पिछले तीन साल से गहलोत सरकार नंबर वन है। राजस्थान के सरकारी कार्यालयों से करोड़ो रुपए यहां तक कि सोने की सिल्लियां भी बरामद हो रही है। मुख्यमंत्री की मौजूदगी में टीचर ट्रांसफर में रिश्वत लेने का आरोप लगा रहे हैं। कांग्रेस सरकार के अपने ही मंत्री और विधायक भ्रष्टाचार को लेकर सीएम गहलोत पर आरोप लगा रहे हैं।
उन्होंने एक सर्वे का हवाला देते हुए दावा किया कि पिछले तीन साल में राजस्थान में 22 प्रतिशत घूसखोरी बढ़ गई है। प्रदेश सरकार के 98 विभागों में भ्रष्टाचार का रेट 60 प्रतिशत है।
भाजपा महासचिव ने गहलोत सरकार पर हमला जारी रखते हुए कहा कि राजस्थान इकलौता ऐसा राज्य है जहां 12 पुजारियों एवं संतों ने या तो आत्महत्या की है या उन्हें जिन्दा जला दिया गया है। आज राजस्थान में 19 हजार किसानों की जमीन कुर्की हो रही है। किसानों का कर्जा माफ नहीं हुआ, सैकड़ों किसानों ने आत्महत्या कर ली। लेकिन किसानों से कर्ज माफी का वादा करने वाले राहुल गांधी बेशर्मी से राजस्थान तो जाते हैं लेकिन इन किसानों की सुध नहीं लेते हैं। आज राजस्थान में 40 लाख से अधिक युवा दर-दर की ठोकरें खा रहे हैं, लेकिन उनको बेरोजगारी भत्ता नहीं मिला। प्रदेश में बेरोजगारी दर साढ़े 4 प्रतिशत से बढ़कर 32 प्रतिशत हो गई है। दलितों और महिलाओं पर अत्याचर के मामले में राजस्थान सबसे आगे निकल गया है, लेकिन राहुल गांधी चुप हैं। यहां तक कि प्रियंका गांधी कृष्णा जाटव के घर नहीं गई, जयपुर में महिला टीचर, जो जिन्दा जलाई गईं उनके घर भी नहीं जाती, एम्बुलेंस में जिन महिला के साथ रेप किया गया, प्रियंका गांधी उनके घर भी नहीं जाती है। उन्होंने कटाक्ष करते हुए कहा कि प्रियंका इनके घरों में क्यों नहीं जाती है, ये राजस्थान की जनता अच्छे से समझ रही है।
राजस्थान सरकार को ओबीसी विरोधी सरकार बताते हुए अरूण सिंह ने कहा कि एक तरफ देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी हैं जिन्होंने ओबीसी आयोग को संवैधानिक दर्जा देने का काम किया। ओबीसी समाज से केंद्र सरकार में 27 मंत्री बनाने का काम किया तो वहीं दूसरी तरफ गहलोत सरकार है जिसके कारण राज्य के सात जिलों में ओबीसी समाज के युवाओं का पिछले चार सालों से जाति का प्रमाण पत्र नहीं बन रहा है। जब प्रमाण पत्र ही नहीं बन रहा है तो उनको कोई लाभ भी नहीं मिल रहा है। उन्होंने वादा किया कि राजस्थान में भाजपा की सरकार बनते ही ओबीसी जाति का प्रमाणपत्र बनना शुरू हो जाएगा।
गहलोत द्वारा लगातार की जा रही घोषणाओं की आलोचना करते हुए भाजपा नेता ने कहा कि कांग्रेस कोई भी वादा पूरा नहीं करती है। कर्ज लेकर घी पीना कांग्रेस की आदत हो गई है। जिसकी वजह से राजस्थान का राजकोषीय घाटा कई गुना बढ़ गया है और प्रदेश पर साढ़े 4 लाख करोड़ रुपये से अधिक का कर्जा हो गया है। जो प्रदेश की जनता को आगे जाकर भुगतना पड़ेगा।
–आईएएनएस
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