नई दिल्ली, 20 जुलाई (आईएएएस)। गुरुवार 20 जुलाई को संसद का मानसून सत्र प्रारंभ हुआ। हालांकि राज्यसभा में पहले दिन कार्यवाही शुरू होते ही सत्र को 12 बजे तक के लिए स्थगित कर दिया गया। राज्यसभा में सत्र की शुरुआत राज्यसभा सांसद हरद्वार दुबे को श्रद्धांजलि के साथ शुरू हुई।
उत्तर प्रदेश से राज्यसभा सांसद हरद्वार दुबे का निधन बीते महीने 26 जून को हुआ। वह पूर्व में उत्तर प्रदेश की सरकार में मंत्री भी रह चुके थे। उपराष्ट्रपति व राज्यसभा के सभापति जगदीप धनखड़ ने राज्यसभा सांसद की मृत्यु पर शोक जताते हुए पर्यावरण को लेकर किए गए उनके कार्यों का उल्लेख किया और उनके सम्मान में सदन की कार्यवाही 12 बजे तक के लिए स्थगित कर दी गई।
हरद्वार दुबे के अलावा राज्यसभा ने अपने तीन अन्य पूर्व सांसदों के निधन पर भी शोक जताया। एक वर्तमान व तीन पूर्व राज्यसभा सांसदों की याद में सदन के सभी सदस्यों ने 2 मिनट का मौन भी रखा।
इसके उपरांत दिवंगत सांसद व पूर्व सांसदों के सम्मान में राज्यसभा की कार्यवाही को 1 घंटे के लिए स्थगित कर दिया गया।
गौरतलब है कि सिरमौर के गिरिपार क्षेत्र के हाटी समुदाय को जनजाति का दर्जा दिए जाने का बिल गुरुवार को केंद्रीय जनजातीय मंत्री अर्जुन मुंडा राज्यसभा में पेश करेंगे। यह बिल लोकसभा में बीते वर्ष 16 दिसंबर को ध्वनिमत से पारित हुआ था।
अर्जुन मुंडा गुरुवार को राज्यसभा में एक प्रस्ताव रखेंगे जिसके अंतर्गत छत्तीसगढ़ राज्य के संबंध में कुछ समुदायों को अनुसूचित जनजातियों की सूची में शामिल करने के लिए संविधान (अनुसूचित जनजाति) आदेश, 1950 में संशोधन करने के लिए विधेयक को आगे बढ़ाने पर विचार किया जाएगा। इस प्रस्ताव में यह भी कहा जाएगा कि राज्यसभा द्वारा यह विधेयक पारित किया जाए।
–आईएएएस
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