नई दिल्ली, 8 दिसंबर (आईएएनएस)। पीडीपी प्रमुख महबूबा मुफ्ती की बेटी इल्तिजा मुफ्ती ने ‘हिंदुत्व’ को “बीमारी” बताया है। उनके इस बयान पर सियासत तेज हो गई है।
विश्व हिंदू परिषद (विहिप) के राष्ट्रीय प्रवक्ता विनोद बंसल ने रविवार को कहा, “देश की राजनीति में यह एक चलन सा बनता जा रहा है कि जब भी कोई विपक्षी राजनेता राजनीति में अपना नया प्रोडक्ट या अपने शहजादे और शहजादियों को लॉन्च या रीलांच करता है, तो वह श्री राम जन्मभूमि, हिंदू, हिंदुत्व, सनातन, भगवा, श्री राम या हिंदू मान्यताओं पर हमला करके सस्ती लोकप्रियता बटोरता है। कांग्रेस ने एक बार भगवा और श्री राम जन्मभूमि पर हमला करके अपने शहजादे को आजमाया था और हिंदुत्व पर हमला करके उसे रीलॉन्च किया। द्रमुक और कांग्रेस अध्यक्ष ने सनातन को नष्ट करने का दुस्साहस कर अपने कुपुत्रों को आजमाया। अब महबूबा को ‘हिंदुत्व को बीमारी’ घोषित करके अपनी शहजादी को लॉन्च करना पड़ा।”
उन्होंने आगे कहा, “यह दुनिया का एकमात्र देश है, जहां बहुसंख्यकों को उसके हिंदू द्रोही मानसिकता के राजनेताओं और कम्युजिहादी गिरोहों द्वारा बार-बार निशाना बनाया जाता रहा है। उन्हें समझना होगा कि हिंदू सहिष्णु तो हैं, लेकिन भीरू नहीं। वह केवल एक हद तक ही सहन कर सकता है। उन्हें हमारे धैर्य की परीक्षा नहीं लेनी चाहिए। उन्हें यह नहीं भूलना चाहिए कि हम लोकतंत्र और उसके मूल्यों में विश्वास करते हैं, लेकिन समय-समय पर उसी तरह से उचित जवाब भी देना जानते हैं। ऐसे लोग बांग्लादेश के मुद्दे पर एक शब्द नहीं बोलेंगे।”
दरअसल इल्तिजा मुफ्ती ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर एक वीडियो पोस्ट करते हुए लिखा, “यह सब देखकर भगवान राम भी बेबसी और शर्म से सिर झुका लेंगे कि उनके नाम का इस्तेमाल करके नाबालिग मुस्लिम बच्चों को सिर्फ इसलिए चप्पलों से मारा जा रहा है क्योंकि उन्होंने राम का नाम लेने से इनकार कर दिया। ‘हिंदुत्व’ एक बीमारी है, जिसने लाखों भारतीयों को प्रभावित किया है और भगवान के नाम को कलंकित किया है।”
उनका यह पोस्ट सोशल मीडिया पर वायरल के वीडियो के प्रतिक्रिया स्वरूप आया है जिसमें एक लड़का चप्पलों से नाबालिग बच्चों को जमकर पीट रहा है और रोते हुए बच्चे “जय श्री राम” के नारे लगा रहे हैं। बताया जा रहा है कि यह वीडियो मध्य प्रदेश के रतलाम जिले का है। लेकिन, इस वीडियो की सत्यता की पुष्टि हमारी तरफ से नहीं की जा रही है। न ही इस वीडियो की टाइमिंग को लेकर कोई पुष्टि हो पाई है कि यह वीडियो कब का है।
–आईएएनएस
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