नई दिल्ली, 3 जुलाई (आईएएनएस)। लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी के हिंदुत्व पर दिए गए बयान से बवाल मचा हुआ है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी समेत भाजपा कार्यकर्ताओं ने इस पर कड़ी आपत्ति जताई है। इस बयान को लेकर भाजपा सड़क पर विरोध प्रदर्शन कर रही है।
उधर सनातन धर्म और हिंदू संगठनों ने भी राहुल गांधी के बयान पर आपत्ति जताई है। राष्ट्रीय बजरंग दल के कार्यकर्ताओं ने कांग्रेस पार्टी के दफ्तर के बाहर राहुल गांधी का पुतला जलाया। इस दौरान बजरंग दल के अध्यक्ष राकेश बजरंगी ने कांग्रेस पर जमकर हमला बोला।
उन्होंने कहा कि चुनाव से पहले राहुल गांधी मंदिर में पूजा-अर्चना करते हैं। फिर चुनाव खत्म होते ही लोकतंत्र के मंदिर में वो हिंदू को हिंसक कह देते हैं। कांग्रेस का यह इतिहास रहा है, इसके नेता हमेशा हिंदुओं के खिलाफ आपत्तिजनक टिप्पणी करते हैं।
हिंदू धर्म पर उनकी ऐसी टिप्पणी हमें बर्दाश्त नहीं है। भाजपा के साथ लड़ाई में राहुल गांधी हिंदू धर्म को बीच में न लाएं। अगर वो अपने बयान पर माफी नहीं मांगते हैं, तो आने वाले चुनाव में हम कांग्रेस पार्टी का बहिष्कार करेंगे।
स्वामी दीपांकर महाराज ने भी राहुल गांधी के बयान की निंदा की। उन्होंने कहा, ऐसे बयान को सुनकर मौन रहना सिर्फ भारत में ही संभव है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने संसद में जिस तरीके से इस पर अपनी प्रतिक्रिया दी, यही उन्हें सबसे अलग बनाता है।
मेरी प्रार्थना है कि, ऐसी बयानबाजी और शोर-शराबे से सदन का समय नष्ट न करें। क्योंकि आम आदमी के करोड़ों रुपये के टैक्स से सदन चलता है।
बता दें, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव के दौरान राहुल गांधी के बयान पर आपत्ति जताई थी। उन्होंने इसे गंभीर विषय बताया और कहा कि, हिंदुओं को सोचना होगा कि, राहुल गांधी का यह बयान संयोग है या कोई प्रयोग की तैयारी है।
–आईएएनएस
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