नई दिल्ली, 22 मई (आईएएनएस)। रिलायंस पावर ने कर्ज चुकाने के लिए अपनी अनुषंगी विदर्भ इंडस्ट्रीज पावर लिमिटेड (वीआईपीएल) के कर्जदाताओं को 1,200 करोड़ रुपये का एकमुश्त समझौता (ओटीएस) ऑफर दिया है।
रिलायंस पावर ने वीआईपीएल के ऋणदाताओं को अग्रिम के तौर पर 1,200 करोड़ रुपये नगद भुगतान करने की पेशकश की है। ऋणदाताओं में एक्सिस बैंक, एसबीआई, बैंक ऑफ बड़ौदा, पीएनबी, केनरा बैंक और बैंक ऑफ महाराष्ट्र शामिल हैं।
31 मार्च, 2022 तक कंपनी का बकाया कर्ज करीब 2,200 करोड़ रुपये है।
रिलायंस पावर के ओटीएस ऑफर को सिंगापुर के वर्डे पार्टनर्स का समर्थन प्राप्त है, जो समूह की एक अन्य कंपनी रिलायंस इंफ्रास्ट्रक्चर लिमिटेड में निवेशक है।
वीआईपीएल नागपुर में 600 मेगावाट की क्षमता वाली कोयला आधारित बिजली परियोजना संचालित करता है।
इससे पहले, अहमदाबाद स्थित सीएफएम एसेट रिकंस्ट्रक्शन प्राइवेट लिमिटेड ने वीआईपीएल के कर्जदाताओं को 1,120 करोड़ रुपये का ऑल-कैश ऑफर दिया था।
हालांकि, सीएफएम एसेट रिकंस्ट्रक्शन कंपनी अब कथित कदाचार और व्यापार कदाचार के लिए आरबीआई और आयकर विभाग की जांच के दायरे में है।
सीएफएम एआरसी की पेशकश के बाद नेशनल एसेट रिकंस्ट्रक्शन कंपनी लिमिटेड (एनएआरसीएल) ने भी वीआईपीएल ऋणदाताओं को 1,150 करोड़ रुपये की पेशकश की थी, लेकिन इसमें से केवल 15 प्रतिशत अग्रिम नकद में देय है, जबकि शेष राशि का भुगतान किया जाएगा। ब्याज मुक्त किश्तों में अगले 5 वर्षो में एनएआरसीएल के ऑफर की नेट प्रेजेंट वैल्यू सिर्फ 850 करोड़ रुपये बताई जा रही है।
इसकी तुलना में रिलायंस पावर द्वारा 1,200 करोड़ रुपये का ऑल-कैश ऑफर वीआईपीएल के ऋणदाताओं के लिए काफी अधिक और आकर्षक है।
–आईएएनएस
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