नई दिल्ली, 22 अगस्त (आईएएनएस)। वैश्विक केंद्रीय बैंकों द्वारा सोना खरीदने और अनिश्चित वैश्विक आर्थिक परिदृश्य को देखते हुए, सोने की कीमत स्थिर रहने की उम्मीद है। एलकेपी सिक्योरिटीज के वीपी रिसर्च एनालिस्ट जतीन त्रिवेदी ने ये बात कही है।
हालांकि, यह तेजी से बदल भी सकता है। एनालिस्ट ने कहा कि अगर अमेरिकी फेडरल रिजर्व अपनी दरों में बढ़ोतरी रोकने या ब्याज दर में कटौती की संभावना का संकेत देगा, तो सोने की कीमतें बढ़ने लगेगी।
डॉलर के मुकाबले रुपये में कमजोरी के संकेत दिख रहे हैं और भारत में त्योहारी सीजन नजदीक है, ऐसे में निवेशकों को सोने में सकारात्मक रुख का फायदा उठाने पर विचार करना चाहिए।
भारत में मजबूत त्योहारी मांग सोने की कीमत को स्थिर बनाए रखने के लिए तैयार है। एनालिस्ट ने कहा कि सोना जमा करने के इच्छुक निवेशक 58,500 — 57,000 रुपये (प्रति 10 ग्राम) के बीच इसे खरीद सकते हैं।
इन बातों को ध्यान में रखते हुए, निवेशक सोने के लिए एक आशावादी दृष्टिकोण रख सकते हैं, और वर्ष के अंत तक 61,000 रुपये से 62,000 रुपये के बीच कीमत स्तर की उम्मीद कर सकते हैं। त्रिवेदी ने कहा, यह एक रणनीतिक कदम है जो कमजोर होते रुपये और भारत में त्योहारी सीजन की पारंपरिक उछाल दोनों के अनुरूप है।
–आईएएनएस
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