लखनऊ, 2 अगस्त (आईएएनएस)। यूपी सरकार राज्य के गरीब, अनाथ और श्रमिकों के होनहार बच्चों को बेहतरीन सुविधाओं से युक्त रेजिडेंशियल स्कूलों में पढ़ाने की तैयारी को अंतिम रूप देने में लगी है।
प्रदेश के 18 जिलों में अटल आवासीय विद्यालयों का संचालन होना है। इनमें भी 16 जिलों में भवन निर्माण का काम करीब-करीब पूरा हो चुका है। इनमें अगस्त महीने के अंत तक कक्षा 6 के लिए पठन-पाठन शुरू करने की तैयारी है। वहीं, बाकि बचे 2 विद्यालयों को भी इस साल के अंत तक क्रियाशील किया जा सकता है।
1189.88 करोड़ की लागत से बन रहे इन 18 रेजिडेंशियल स्कूलों में सभी उच्चस्तरीय सुविधाएं उपलब्ध होंगी। सीबीएसई बोर्ड से मान्यता प्राप्त इन स्कूलों में कक्षा 6 से 12 तक की शिक्षा दी जाएगी।
विभाग की ओर से मिली जानकारी के अनुसार प्रदेश में 18 स्थानों – आजमगढ़, बस्ती, लखनऊ, अयोध्या, बुलंदशहर (मेरठ), गोण्डा, गोरखपुर, ललितपुर (झांसी), प्रयागराज, सोनभद्र (मीरजापुर), मुजफ्फरनगर (सहारनपुर), बांदा, अलीगढ़, आगरा, वाराणसी, कानपुर, बरेली और मुरादाबाद – पर अटल आवासीय विद्यालय का संचालन होना है।
अटल आवासीय विद्यालयों के लिए टीचिंग और नॉन टीचिंग स्टाफ की नियुक्ति प्रक्रिया को भी करीब-करीब पूरी कर ली गई है। इनमें प्राचार्यों की नियुक्ति 5 अप्रैल तक पूरी हो चुकी है, जबकि प्रशासनिक अधिकारियों की नियुक्ति की प्रक्रिया को 22 जून को पूरा कर लिया गया है। इसी प्रकार शिक्षकों की नियुक्ति प्रक्रिया को 26 जून को पूरा कर लिया गया है। नॉन टीचिंग स्टाफ के लिए इंटरव्यू प्रक्रिया जारी है, जोकि अंतिम चरण में है।
साथ ही सभी स्कूलों के लिए फर्चीनर, मेस सर्विस, फैकल्टी मैनेजमेंट, यूनिफॉर्म और अन्य एसेसिरीज की उपलब्धता भी जल्द से जल्द पूरी हो जाएगी। यह कार्य भी अंतिम चरण में है। प्रदेश में स्थापित होने जा रहे 18 अटल आवासीय विद्यालयों में जहां मुफ्त हॉस्टल की सुविधा होगी, वहीं बच्चों के सर्वांगीण विकास के लिए सेंट्रल एकेडमिक टीम की ओर से यूनिक एकेडमिक करिकुलम भी डिजाइन किया गया है। साथ ही कंप्यूटर, साइंस, मैथेमेटिक्स, सोशल साइंस, अटल थिंकरिंग और एक्सपेरिमेंटल लैब भी होंगे।
विद्यालय परिसर पूरी तरह से हरियाली से परिपूर्ण होंगे। अटल आवासीय विद्यालय की महानिदेशक निशा अनंत ने बताया कि प्रदेश के सभी जिलों से बच्चों के प्रवेश की प्रक्रिया को पूरा कर लिया गया है। हमारा प्रयास है कि अगस्त माह के अंत तक हम 18 में से 16 विद्यालयों में कक्षा 6 में पठन-पाठन का कार्य शुरू करा दें। बाकी बचे दो विद्यालयों में भी इस साल के अंत तक कक्षा 6 में पढ़ाई शुरू हो, इसके लिए विभाग तेज गति से कार्य कर रहा है।
–आईएएनएस
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