नई दिल्ली, 6 अक्टूबर (आईएएनएस)। देश भर में ख्याति प्राप्त लाल किला मैदान में होने वाली ‘लव-कुश’ रामलीला ने रावण वध और पुतला दहन के लिए राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू को आमंत्रित किया है। गौरतलब है कि इस वर्ष रामलीला ने ‘महिला सुरक्षा’ और ‘महिला सम्मान’ को अपने मुख्य एजेंडे में रखा है। लव-कुश रामलीला के अध्यक्ष अर्जुन कुमार के मुताबिक इसके लिए रामलीला कमेटी बकायदा सोशल मीडिया इनफ्लुएंसर की भी मदद ले रही है। गौरतलब है कि पश्चिम बंगाल में डॉक्टर से बलात्कार और हत्या के बाद राष्ट्रपति ने भी बीते दिनों महिला सुरक्षा को लेकर महत्वपूर्ण वक्तव्य दिए थे।
रामलीला के वरिष्ठ उपाध्यक्ष गौरव सूरी ने बताया कि रामलीला में पुतला दहन के लिए दशहरा के अवसर पर राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू को आमंत्रित किया गया है। देश की सबसे बड़ी रामलीलाओं में शुमार इस रामलीला में दशहरे के अवसर पर कई बार राष्ट्रपति या प्रधानमंत्री पुतला दहन करते आए हैं। सूरी ने बताया कि इस साल रामलीला में रिकॉर्ड 120 फीट ऊंचा रावण का पुतला लगाया जा रहा है। वहीं, कुंभकरण के पारंपरिक पुतले की ऊंचाई 110 फीट और मेघनाथ के पुतले की ऊंचाई 100 फीट होगी, जो अपने-आप में एक रिकॉर्ड है।
दिल्ली की इस रामलीला में कई सांसद और केंद्रीय मंत्री रामायण के विभिन्न किरदारों की भूमिकाएं निभाते रहे हैं। इस बार भी टेलीविजन और फिल्मी कलाकार रामलीला में कई मुख्य भूमिका निभा रहे हैं। भाजपा सांसद मनोज तिवारी ने इस रामलीला में परशुराम का किरदार निभाया है।
रामलीला के वरिष्ठ उपाध्यक्ष सौरभ गुप्ता के मुताबिक, जहां भाजपा सांसद मनोज तिवारी ने भगवान परशुराम का किरदार निभाया है, वहीं भारत के सबसे लोकप्रिय धारावाहिकों में से एक ‘हम लोग’ में नन्हें का किरदार निभा चुके अभिनय चतुर्वेदी भरत की भूमिका निभा रहे हैं। दिल्ली विधानसभा में विपक्ष के नेता विजेन्द्र गुप्ता राजा जनक और भाजपा के पूर्व विधायक विजय जौली गुरू वशिष्ठ की भूमिका में हैं। दिल्ली के पूर्व मेयर जत्थेदार अवतार सिंह कुंभकरण, अपोलो अस्पताल के डॉ. अशोक शर्मा सुषेण वैद्य का किरदार निभा रहे हैं।
लाल किला मैदान में होने वाली इस रामलीला में इस वर्ष डिजिटल तकनीक और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई) का भी इस्तेमाल किया जा रहा है। सोशल मीडिया के उपयोग पर अर्जुन कुमार का कहना है कि 10 लाख से अधिक फॉलोअर्स वाले कई सोशल मीडिया इनफ्लुएंसर इस बार रामलीला के साथ जुड़े हैं। यह सोशल मीडिया इनफ्लुएंसर महिला सुरक्षा के साथ-साथ रामलीला के महत्व को लेकर भी लोगों में जागरूकता फैला रहे हैं। खास तौर पर नौजवानों को रामलीला के प्रति आकर्षित करने के लिए इस बार सोशल मीडिया की मदद ली जा रही है।
–आईएएनएस
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