भोपाल, 9 जुलाई (आईएएनएस)। मध्य प्रदेश में गरीब तबके की महिलाओं को आर्थिक तौर पर संबल बनाने के लिए अमल में लाई जा रही लाड़ली बहना योजना महिलाओं की जिंदगी में बड़ा बदलाव ला सकती है। इसके संकेत भी मिलने लगे हैं। विदिशा जिले में तो लाड़ली बहना बनी सास-बहू ने मिलकर स्वरोजगार करने की योजना ही बना डाली है।
मुख्यमंत्री लाड़ली बहना योजना से प्रतिमाह मिलने वाली एक हजार रुपये की राशि को एकत्रित कर विदिशा नगरीय क्षेत्र के पूरनपुरा क्षेत्र की मयूर विहार कॉलोनी निवासी सास-बहू स्वयं का रोजगार स्थापित करने की योजना बन रही है।
सास मिथिलेश श्रीवास्तव और बहू विदुषी श्रीवास्तव लाड़ली बहना बन गई हैं और उनके बैंक खातों में एक-एक हजार की राशि भी आ चुकी है। अब वे आगामी महीनों में स्वयं का रोजगार स्थापित करने का लिए प्लान बना रही हैं।
हितग्राही सास-बहू का कहना है कि मुख्यमंत्री ने योजना शुरू कर महिलाओं के लिए सराहनीय कार्य किया है। अब महिलाएँ प्रतिमाह प्राप्त होने वाली राशि को अपने पर खर्च कर सकती हैं, अपने बच्चों की अच्छी शिक्षा पर खर्च कर सकती हैं और चाहें तो इस राशि को एकत्रित कर स्वयं का रोजगार भी स्थापित कर सकती हैं।
सास मिथिलेश श्रीवास्तव कहती हैं कि वे बहू विदुषी के साथ मिलकर योजना से मिलने वाली राशि से एक अच्छा स्व-रोजगार शुरू करेंगी, जिससे उनके परिवार की आय में वृद्धि हो। सास-बहू योजना का लाभ लेकर बहुत प्रसन्न है और मुख्यमंत्री श्री चौहान को धन्यवाद भी देती है।
–आईएएनएस
एसएनपी/एसकेपी