सागर. जिले में शिक्षकों के खिलाफ प्रशासन की कार्रवाई को लेकर विवाद बढ़ता जा रहा है. कलेक्टर द्वारा आठ शिक्षकों को निलंबन किया गया, जिसमें खुरई के जनशिक्षक भोलाराम अहिरवार शामिल हैं. निलंबन और एफआईआर की कार्रवाई के खिलाफ बीएसी और जनशिक्षकों ने विरोध प्रदर्शन शुरू कर दिया है.
सागर जिले में शिक्षकों के खिलाफ प्रशासन की कार्रवाई को लेकर विवाद बढ़ता जा रहा है. सागर कलेक्टर द्वारा कार्य में लापरवाही बरतने पर 8 शिक्षकों को निलंबित किया गया, जिसमें खुरई के जनशिक्षक भोलाराम अहिरवार का नाम प्रमुख है. प्रशासन ने निलंबन के बाद भोलाराम अहिरवार के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराने के निर्देश दिए, जिससे बीएसी और जनशिक्षक समुदाय में आक्रोश फैल गया.
बीएसी और जनशिक्षकों ने बुधवार को कलेक्टर के नाम एसडीएम खुरई रवीश श्रीवास्तव को ज्ञापन सौंपते हुए मामले की निष्पक्ष जांच की मांग की. उन्होंने आरोप लगाया कि प्रशासन ने बिना अन्य पक्ष की सुनवाई किए निलंबन की कार्रवाई की है, जो गलत है. जनशिक्षकों का कहना है कि अगर उचित जांच के बाद कार्रवाई नहीं की जाती, तो वे और विरोध प्रदर्शन करेंगे.
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बीती रात, प्रशासन द्वारा भोलाराम अहिरवार के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने की प्रक्रिया के खिलाफ जन शिक्षा केंद्र में पदस्थ बीएसी और जनशिक्षकों ने मोर्चा खोल दिया. विरोध स्वरूप, उन्होंने देर रात थाने का घेराव किया और करीब 13 जनशिक्षकों ने सामूहिक इस्तीफा भी दे दिया.
उनका कहना है कि इस मामले की उचित जांच की जाए और इसके बाद ही कोई कदम उठाया जाए, अन्यथा वे प्रशासन के एकपक्षीय फैसले का विरोध जारी रखेंगे. शिक्षकों का कहना है कि यह पूरा मामला राजनीतिक दबाव या अन्य कारणों से उठाया गया है और बिना निष्पक्ष जांच के दोषियों पर कार्रवाई करना गलत है. यदि प्रशासन ने उनकी मांगों को न माना, तो विरोध का दायरा और बढ़ सकता है.