कोलकाता, 13 दिसम्बर (आईएएनएस)। सीबीआई के अतिरिक्त निदेशक अजय भटनागर बीरभूम जिले में बोगतुई नरसंहार के मुख्य आरोपी लालन शेख की सोमवार शाम सीबीआई की हिरासत में रहस्यमय मौत के मद्देनजर एजेंसी के शीर्ष अधिकारियों के साथ बैठक करने के लिए जल्द ही कोलकाता जाएंगे।
केंद्रीय जांच ब्यूरो के सूत्रों ने कहा कि हालांकि भटनागर को इस महीने कोलकाता में पश्चिम बंगाल में केंद्रीय एजेंसी द्वारा जांच किए गए विभिन्न मामलों की प्रगति की समीक्षा करने के लिए आना था, लेकिन बीरभूम जिले में एजेंसी के रामपुरहाट कैंप कार्यालय में सोमवार शाम हुई घटना के मद्देनजर उनके दौरे के उद्देश्य का आयाम पूरी तरह से बदल गया है।
जानकारी के मुताबिक, कलकत्ता उच्च न्यायालय के एक आदेश के बाद भटनागर सीबीआई अधिकारियों के साथ एक अलग बैठक कर सकते हैं, जो बोगतुई नरसंहार और तृणमूल कांग्रेस नेता वाडू शेख की हत्या की दो समानांतर जांच कर रहे थे, ये दोनों मामले संबंधित थे।
सूत्रों ने कहा कि अतिरिक्त निदेशक की रामपुरहाट कैंप कार्यालय में प्रतिनियुक्त एजेंसी के अधिकारियों के साथ अलग से बात करने की संभावना है, यह पता लगाने के लिए कि हिरासत में किसी अभियुक्त की कड़ी सुरक्षा और निरंतर निगरानी सुनिश्चित करने की वैधानिक प्रक्रिया सर्वोच्च न्यायालय के दिशानिदेशरें के अनुसार बनाए रखी गई थी या नहीं।
ललन शेख की रहस्यमयी मौत के बाद सीबीआई पहले से ही कटघरे में है। पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी, जो इस समय मेघालय के दौरे पर हैं, ने मंगलवार को शिलांग में कहा कि अगर सीबीआई इतनी स्मार्ट संस्था होती तो उनकी हिरासत में किसी आरोपी की आत्महत्या या अप्राकृतिक मौत कैसे हो सकती थी। उन्होंने कहा, उनकी पत्नी पहले ही प्राथमिकी दर्ज करा चुकी है। हम इस मामले को उठाएंगे।
ऐसे में भटनागर का कोलकाता दौरा बेहद महत्वपूर्ण हो गया है। सीबीआई ने पहले ही मामले में आंतरिक जांच शुरू कर दी है। साथ ही बीरभूम की जिला पुलिस ने भी भारतीय दंड संहिता (आईपीसी) की धारा 302 (हत्या के लिए सजा) और धारा 120 बी (आपराधिक साजिश के लिए सजा) जैसी गंभीर धाराओं को शामिल करते हुए मामला दर्ज करते हुए अपनी जांच शुरू कर दी है।
–आईएएनएस
केसी/एएनएम
कोलकाता, 13 दिसम्बर (आईएएनएस)। सीबीआई के अतिरिक्त निदेशक अजय भटनागर बीरभूम जिले में बोगतुई नरसंहार के मुख्य आरोपी लालन शेख की सोमवार शाम सीबीआई की हिरासत में रहस्यमय मौत के मद्देनजर एजेंसी के शीर्ष अधिकारियों के साथ बैठक करने के लिए जल्द ही कोलकाता जाएंगे।
केंद्रीय जांच ब्यूरो के सूत्रों ने कहा कि हालांकि भटनागर को इस महीने कोलकाता में पश्चिम बंगाल में केंद्रीय एजेंसी द्वारा जांच किए गए विभिन्न मामलों की प्रगति की समीक्षा करने के लिए आना था, लेकिन बीरभूम जिले में एजेंसी के रामपुरहाट कैंप कार्यालय में सोमवार शाम हुई घटना के मद्देनजर उनके दौरे के उद्देश्य का आयाम पूरी तरह से बदल गया है।
जानकारी के मुताबिक, कलकत्ता उच्च न्यायालय के एक आदेश के बाद भटनागर सीबीआई अधिकारियों के साथ एक अलग बैठक कर सकते हैं, जो बोगतुई नरसंहार और तृणमूल कांग्रेस नेता वाडू शेख की हत्या की दो समानांतर जांच कर रहे थे, ये दोनों मामले संबंधित थे।
सूत्रों ने कहा कि अतिरिक्त निदेशक की रामपुरहाट कैंप कार्यालय में प्रतिनियुक्त एजेंसी के अधिकारियों के साथ अलग से बात करने की संभावना है, यह पता लगाने के लिए कि हिरासत में किसी अभियुक्त की कड़ी सुरक्षा और निरंतर निगरानी सुनिश्चित करने की वैधानिक प्रक्रिया सर्वोच्च न्यायालय के दिशानिदेशरें के अनुसार बनाए रखी गई थी या नहीं।
ललन शेख की रहस्यमयी मौत के बाद सीबीआई पहले से ही कटघरे में है। पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी, जो इस समय मेघालय के दौरे पर हैं, ने मंगलवार को शिलांग में कहा कि अगर सीबीआई इतनी स्मार्ट संस्था होती तो उनकी हिरासत में किसी आरोपी की आत्महत्या या अप्राकृतिक मौत कैसे हो सकती थी। उन्होंने कहा, उनकी पत्नी पहले ही प्राथमिकी दर्ज करा चुकी है। हम इस मामले को उठाएंगे।
ऐसे में भटनागर का कोलकाता दौरा बेहद महत्वपूर्ण हो गया है। सीबीआई ने पहले ही मामले में आंतरिक जांच शुरू कर दी है। साथ ही बीरभूम की जिला पुलिस ने भी भारतीय दंड संहिता (आईपीसी) की धारा 302 (हत्या के लिए सजा) और धारा 120 बी (आपराधिक साजिश के लिए सजा) जैसी गंभीर धाराओं को शामिल करते हुए मामला दर्ज करते हुए अपनी जांच शुरू कर दी है।
–आईएएनएस
केसी/एएनएम