रांची, 25 मई (आईएएनएस)। लोकसभा चुनाव के छठे फेज में झारखंड की चार सीटों रांची, जमशेदपुर, धनबाद और गिरिडीह में 36 से 40 डिग्री तापमान के बीच शनिवार की शाम पांच बजे तक 61.41 फीसदी मतदाताओं ने मताधिकार का प्रयोग किया। मतदान आमतौर पर शांतिपूर्ण रहा।
इस फेज में गिरिडीह में सबसे ज्यादा 64.75 फीसदी और रांची में सबसे कम 58.73 फीसदी मतदान रिकॉर्ड किया गया है। जमशेदपुर में 64.40 और धनबाद में 58.90 प्रतिशत मतदान हुआ है। मतों के फाइनल कैलकुलेशन के बाद आंकड़े में दो से चार फीसदी तक की वृद्धि की उम्मीद की जा रही है।
शहरों, बस्तियों से लेकर गांवों की गलियों से निकले लोगों ने केंद्रों पर लंबी कतार में घंटों इंतजार के बाद भी मताधिकार का प्रयोग किया। खास हस्तियों ने भी उत्साह के साथ मतदान किया। झारखंड के राज्यपाल सीपी राधाकृष्णन ने राजभवन के पास श्रीकृष्ण प्रशासनिक सेवा संस्थान स्थित बूथ पर सुबह कतार में लगकर मतदान किया, तो ओडिशा के राज्यपाल और झारखंड के पूर्व सीएम रघुवर दास जमशेदपुर में परिवार के लोगों के साथ वोट डालने बूथ पर पहुंचे। राज्यसभा के उपसभापति हरिवंश ने रांची में वोट डाला।
क्रिकेट लीजेंड महेंद्र सिंह धोनी ने श्यामली कॉलोनी में जेवीएम स्कूल स्थित बूथ नंबर 318 पर मतदान किया। वह अपनी पत्नी साक्षी धोनी, पिता पान सिंह, मां देवकी देवी, भाई नरेंद्र धोनी और दोस्त सीमांत लोहानी के साथ दोपहर में जब मतदान करने पहुंचे तो लोगों में उनके साथ सेल्फी के लिए होड़ मच गई।
रांची के रातू रोड में कृष्ण नगर कॉलोनी स्थित बूथ में व्हील चेयर पर पहुंचीं 94 वर्षीय आशा लता प्रसाद वोट डालने के बाद भावुक हो उठीं और कहा कि शायद यह जीवन का अंतिम वोट हो। पता नहीं अगले पांच साल बाद होने वाले चुनाव में जीवित रह पाऊंगी या नहीं। रांची में ही नामकुम इलाके के बलिकाट गांव में बूथ नंबर 207 पर चलने-फिरने में पूरी तरह लाचार एक बुजुर्ग महिला को दो पुलिसकर्मियों ने गोद में उठाकर मतदान केंद्र और उसके बाद वापस उन्हें घर पहुंचाया।
खलारी थाना क्षेत्र के डकरा निवासी 60 वर्षीया रहिमन खातून की दोनों किडनी फेल हो चुकी है और वह डायलिसिस पर हैं। वह व्हील चेयर पर बूथ नंबर 41 पर वोट डालने पहुंचीं। स्टेशन रोड में नौसेना से रिटायर 94 वर्षीय सरदार बलदेव सिंह की तीन पीढ़ियां एक साथ मतदान करने आईं। उनके साथ उनके बेटे तविंदर सिंह और दो पोते मनिंदर सिंह एवं अमरिंदर सिंह भी थे।
–आईएएनएस
एसएनसी/एबीएम
रांची, 25 मई (आईएएनएस)। लोकसभा चुनाव के छठे फेज में झारखंड की चार सीटों रांची, जमशेदपुर, धनबाद और गिरिडीह में 36 से 40 डिग्री तापमान के बीच शनिवार की शाम पांच बजे तक 61.41 फीसदी मतदाताओं ने मताधिकार का प्रयोग किया। मतदान आमतौर पर शांतिपूर्ण रहा।
इस फेज में गिरिडीह में सबसे ज्यादा 64.75 फीसदी और रांची में सबसे कम 58.73 फीसदी मतदान रिकॉर्ड किया गया है। जमशेदपुर में 64.40 और धनबाद में 58.90 प्रतिशत मतदान हुआ है। मतों के फाइनल कैलकुलेशन के बाद आंकड़े में दो से चार फीसदी तक की वृद्धि की उम्मीद की जा रही है।
शहरों, बस्तियों से लेकर गांवों की गलियों से निकले लोगों ने केंद्रों पर लंबी कतार में घंटों इंतजार के बाद भी मताधिकार का प्रयोग किया। खास हस्तियों ने भी उत्साह के साथ मतदान किया। झारखंड के राज्यपाल सीपी राधाकृष्णन ने राजभवन के पास श्रीकृष्ण प्रशासनिक सेवा संस्थान स्थित बूथ पर सुबह कतार में लगकर मतदान किया, तो ओडिशा के राज्यपाल और झारखंड के पूर्व सीएम रघुवर दास जमशेदपुर में परिवार के लोगों के साथ वोट डालने बूथ पर पहुंचे। राज्यसभा के उपसभापति हरिवंश ने रांची में वोट डाला।
क्रिकेट लीजेंड महेंद्र सिंह धोनी ने श्यामली कॉलोनी में जेवीएम स्कूल स्थित बूथ नंबर 318 पर मतदान किया। वह अपनी पत्नी साक्षी धोनी, पिता पान सिंह, मां देवकी देवी, भाई नरेंद्र धोनी और दोस्त सीमांत लोहानी के साथ दोपहर में जब मतदान करने पहुंचे तो लोगों में उनके साथ सेल्फी के लिए होड़ मच गई।
रांची के रातू रोड में कृष्ण नगर कॉलोनी स्थित बूथ में व्हील चेयर पर पहुंचीं 94 वर्षीय आशा लता प्रसाद वोट डालने के बाद भावुक हो उठीं और कहा कि शायद यह जीवन का अंतिम वोट हो। पता नहीं अगले पांच साल बाद होने वाले चुनाव में जीवित रह पाऊंगी या नहीं। रांची में ही नामकुम इलाके के बलिकाट गांव में बूथ नंबर 207 पर चलने-फिरने में पूरी तरह लाचार एक बुजुर्ग महिला को दो पुलिसकर्मियों ने गोद में उठाकर मतदान केंद्र और उसके बाद वापस उन्हें घर पहुंचाया।
खलारी थाना क्षेत्र के डकरा निवासी 60 वर्षीया रहिमन खातून की दोनों किडनी फेल हो चुकी है और वह डायलिसिस पर हैं। वह व्हील चेयर पर बूथ नंबर 41 पर वोट डालने पहुंचीं। स्टेशन रोड में नौसेना से रिटायर 94 वर्षीय सरदार बलदेव सिंह की तीन पीढ़ियां एक साथ मतदान करने आईं। उनके साथ उनके बेटे तविंदर सिंह और दो पोते मनिंदर सिंह एवं अमरिंदर सिंह भी थे।
–आईएएनएस
एसएनसी/एबीएम