नई दिल्ली, 15 फरवरी (आईएएनएस)। देश में केंद्र की महत्वकांक्षी योजना वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन बिलासपुर-नागपुर रूट पर फिसड्डी साबित हुई।
रेलवे की ओर से जारी आधिकारिक आंकड़ों के अनुसार इस वित्त वर्ष में जनवरी माह तक देश की 8 वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन में से बिलासपुर-नागपुर रूट पर चलने वाली वंदे भारत एक्सप्रेस में सफर करने वाले यात्रियों की संख्या सबसे कम रही। वहीं मुंबई-गांधीनगर मार्ग पर यात्रियों की संख्या सबसे अधिक रही।
रेलवे के आंकड़ों के मुताबिक बिलासपुर-नागपुर वंदे भारत एक्सप्रेस में सफर करने वाले यात्रियों की औसत दर मात्र 55 प्रतिशत रही, जबकि मुंबई और गांधीनगर के बीच चलने वाली ट्रेन में औसतन 126 प्रतिशत यात्रियों ने सफर किया। यानी उपलब्ध सीट के मुकाबले टिकट की मांग लगातार बेहद अधिक बनी रही। मुंबई और गांधीनगर के बीच वंदे भारत ट्रेन दोनों दिशाओं में सबसे लोकप्रिय साबित हुई। मुंबई-गांधीनगर मार्ग पर 126.24 प्रतिशत रही जबकि गांधीनगर-मुंबई मार्ग पर औसत दर 127.74 प्रतिशत रही।
इसी तरह नई दिल्ली और अम्ब अन्दौरा (हिमाचल प्रदेश) और चेन्नई सेंट्रल (एमएएस) तथा मैसूर जंक्शन के बीच चल रही वंदे भारत ट्रेन में क्रमश: 70 प्रतिशत और 75 प्रतिशत की औसत दर दर्ज की गई है। हालांकि ये पांच अन्य मार्गों पर दर्ज की गई 100 प्रतिशत औसत से कम है।
वहीं सिकंदराबाद-विशाखापत्तनम मार्ग पर ये दर 125.76 प्रतिशत थी, जबकि नई दिल्ली और वाराणसी के बीच चलने वाली पहली वंदे भारत एक्सप्रेस में यात्रियों की औसत दर 125.76 प्रतिशत दर्ज की गई है।
पहली वंदे भारत एक्सप्रेस 2019 में शुरू की गई थी। इस तरह की आठ ट्रेन ने 1,635 यात्राएं की हैं और 20 लाख से अधिक यात्रियों को गंतव्य तक पहुंचाया। गौरतलब है कि देश में इस समय 10 वंदे भारत ट्रेन अलग अलग राज्यों में ट्रेक पर दौड़ रही हैं।
–आईएएनएस
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