deshbandhu

deshbandu_logo
  • राष्ट्रीय
  • अंतरराष्ट्रीय
  • लाइफ स्टाइल
  • अर्थजगत
  • मनोरंजन
  • खेल
  • अभिमत
  • धर्म
  • विचार
  • ई पेपर
deshbandu_logo
  • राष्ट्रीय
  • अंतरराष्ट्रीय
  • लाइफ स्टाइल
  • अर्थजगत
  • मनोरंजन
  • खेल
  • अभिमत
  • धर्म
  • विचार
  • ई पेपर
Menu
  • राष्ट्रीय
  • अंतरराष्ट्रीय
  • लाइफ स्टाइल
  • अर्थजगत
  • मनोरंजन
  • खेल
  • अभिमत
  • धर्म
  • विचार
  • ई पेपर
Facebook Twitter Youtube
  • भोपाल
  • इंदौर
  • उज्जैन
  • ग्वालियर
  • जबलपुर
  • रीवा
  • चंबल
  • नर्मदापुरम
  • शहडोल
  • सागर
  • देशबन्धु जनमत
  • पाठक प्रतिक्रियाएं
  • हमें जानें
  • विज्ञापन दरें
ADVERTISEMENT
Home ताज़ा समाचार

वक्फ बोर्ड की जमीन से जुड़ा विधेयक लाने से पहले बिहार की बदलती तस्वीर का अवलोकन करे केंद्र : नीरज कुमार

by
August 4, 2024
in ताज़ा समाचार
0
0
SHARES
1
VIEWS
Share on FacebookShare on Whatsapp
ADVERTISEMENT

पटना, 4 अगस्त (आईएएनएस)। संसद के बजट सत्र में केंद्र सरकार वक्फ बोर्ड की आसीमित शक्तियों को लेकर एक विधेयक लाने की तैयारी में है। इसको लेकर जेडीयू नेता नीरज कुमार ने आईएएनएस से बात करते हुए कहा कि केंद्र को बिहार की बदलती तस्वीर का अवलोकन करना चाहिए।

केन्द्र सरकार जल्द ही मौजूदा वक्फ एक्ट को संशोधन करने के लिए एक नया बिल लेकर आ सकती है। इस बिल के माध्यम से केंद्र सरकार वक़्फ़ बोर्ड के असीमित अधिकार पर लगाम लगाने की तैयारी कर रही है। जेडीयू नेता नीरज कुमार ने आईएएनएस से बात करते हुए बताया कि केंद्र सरकार के द्वारा बजट सत्र में वक़्फ़ बोर्ड के लिए एक विधयेक लाने की बात रही है। जिसका प्रारूप अभी तक प्राप्त नहीं है।

READ ALSO

पीसीबी ने पाकिस्तान सुपर लीग के शेष मैच स्थगित किए

सिर्फ आतंकी कैंपों को निशाना बनाने पर पूरी दुनिया में भारत की प्रशंसा हो रही : अशोक गहलोत

जेडीयू नेता नीरज कुमार ने बताया, “बिहार जैसे राज्य में वक़्फ़ बोर्ड की संपत्ति का दो आधार होता है। एक आधार होता है कि लोग अपनी संपत्ति को दान में देते हैं, जबकि दूसरा धार्मिक आधार होता है। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने वक़्फ़ बोर्ड की संपत्ति के पूरे अवलोकन की जिम्मेदारी राजस्व विभाग के अधिकारियों को दिया है।”

उन्होंने आगे बताया कि “अल्पसंख्यक समुदाय के छात्रों के लिए बिहार सरकार मल्टीपर्पज बिल्डिंग बना रही, जिसमें छात्रावास होंगे, मार्केट होंगे। ये पूरी तरीके से आम लोगों की सुख-सुविधाओं के लिए होगा। धार्मिक स्थल का विकास निश्चित रूप से अल्पसंख्यक वर्ग के छात्रों के शैक्षणिक उन्नयन के लिए होगा। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने 100 करोड़ का आवंटन करके देश में नज़ीर पेश किया है। हमारी उम्मीद है कि वक़्फ़ बोर्ड के संबंध में जो भी प्रारूप केंद्र सरकार बनाए, बिहार में इस संबंध में जो तस्वीर बदली है उसका जरूर अवलोकन कर ले।”

केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह की तुलना अहमद शाह अब्दाली से करने पर जेडीयू नेता ने उद्धव ठाकरे को घेरा। उन्होंने कहा कि “उद्धव ठाकरे की बेचैनी और हताशा ने राजनीति के भाषाई शब्दावली को बिगाड़ दिया है। राजनीतिक एजेंडा विकास का होना चाहिए।”

उन्होंने आगे कहा, राष्ट्रीय सुरक्षा हमारी जिम्मेदारी बनती है। विदेश नीति पर हमारी सहमति रहती है। पाकिस्तान और चीन के आधार पर देश की राजनीति नहीं तय होगी।

जेडीयू नेता ने आगे कहा, उद्धव ठाकरे विरासत की राजनीति करने वाले लोग हैं, इन्होंने संघर्ष की बदौलत राजनीति नहीं पाया। वो बालासाहेब ठाकरे की राजनीतिक विरासत संभाल रहे हैं। ऐसे में उनको कम से कम भाषाई शब्दावली पर ध्यान रखना चाहिए। अगर ये उन्माद की राजनीति करेंगे तो सत्ता से जैसे बेदखल हैं, वैसे ही बेदखल रहेंगे।

–आईएएनएस

एससीएच/जीकेटी

ADVERTISEMENT

पटना, 4 अगस्त (आईएएनएस)। संसद के बजट सत्र में केंद्र सरकार वक्फ बोर्ड की आसीमित शक्तियों को लेकर एक विधेयक लाने की तैयारी में है। इसको लेकर जेडीयू नेता नीरज कुमार ने आईएएनएस से बात करते हुए कहा कि केंद्र को बिहार की बदलती तस्वीर का अवलोकन करना चाहिए।

केन्द्र सरकार जल्द ही मौजूदा वक्फ एक्ट को संशोधन करने के लिए एक नया बिल लेकर आ सकती है। इस बिल के माध्यम से केंद्र सरकार वक़्फ़ बोर्ड के असीमित अधिकार पर लगाम लगाने की तैयारी कर रही है। जेडीयू नेता नीरज कुमार ने आईएएनएस से बात करते हुए बताया कि केंद्र सरकार के द्वारा बजट सत्र में वक़्फ़ बोर्ड के लिए एक विधयेक लाने की बात रही है। जिसका प्रारूप अभी तक प्राप्त नहीं है।

जेडीयू नेता नीरज कुमार ने बताया, “बिहार जैसे राज्य में वक़्फ़ बोर्ड की संपत्ति का दो आधार होता है। एक आधार होता है कि लोग अपनी संपत्ति को दान में देते हैं, जबकि दूसरा धार्मिक आधार होता है। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने वक़्फ़ बोर्ड की संपत्ति के पूरे अवलोकन की जिम्मेदारी राजस्व विभाग के अधिकारियों को दिया है।”

उन्होंने आगे बताया कि “अल्पसंख्यक समुदाय के छात्रों के लिए बिहार सरकार मल्टीपर्पज बिल्डिंग बना रही, जिसमें छात्रावास होंगे, मार्केट होंगे। ये पूरी तरीके से आम लोगों की सुख-सुविधाओं के लिए होगा। धार्मिक स्थल का विकास निश्चित रूप से अल्पसंख्यक वर्ग के छात्रों के शैक्षणिक उन्नयन के लिए होगा। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने 100 करोड़ का आवंटन करके देश में नज़ीर पेश किया है। हमारी उम्मीद है कि वक़्फ़ बोर्ड के संबंध में जो भी प्रारूप केंद्र सरकार बनाए, बिहार में इस संबंध में जो तस्वीर बदली है उसका जरूर अवलोकन कर ले।”

केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह की तुलना अहमद शाह अब्दाली से करने पर जेडीयू नेता ने उद्धव ठाकरे को घेरा। उन्होंने कहा कि “उद्धव ठाकरे की बेचैनी और हताशा ने राजनीति के भाषाई शब्दावली को बिगाड़ दिया है। राजनीतिक एजेंडा विकास का होना चाहिए।”

उन्होंने आगे कहा, राष्ट्रीय सुरक्षा हमारी जिम्मेदारी बनती है। विदेश नीति पर हमारी सहमति रहती है। पाकिस्तान और चीन के आधार पर देश की राजनीति नहीं तय होगी।

जेडीयू नेता ने आगे कहा, उद्धव ठाकरे विरासत की राजनीति करने वाले लोग हैं, इन्होंने संघर्ष की बदौलत राजनीति नहीं पाया। वो बालासाहेब ठाकरे की राजनीतिक विरासत संभाल रहे हैं। ऐसे में उनको कम से कम भाषाई शब्दावली पर ध्यान रखना चाहिए। अगर ये उन्माद की राजनीति करेंगे तो सत्ता से जैसे बेदखल हैं, वैसे ही बेदखल रहेंगे।

–आईएएनएस

एससीएच/जीकेटी

ADVERTISEMENT

पटना, 4 अगस्त (आईएएनएस)। संसद के बजट सत्र में केंद्र सरकार वक्फ बोर्ड की आसीमित शक्तियों को लेकर एक विधेयक लाने की तैयारी में है। इसको लेकर जेडीयू नेता नीरज कुमार ने आईएएनएस से बात करते हुए कहा कि केंद्र को बिहार की बदलती तस्वीर का अवलोकन करना चाहिए।

केन्द्र सरकार जल्द ही मौजूदा वक्फ एक्ट को संशोधन करने के लिए एक नया बिल लेकर आ सकती है। इस बिल के माध्यम से केंद्र सरकार वक़्फ़ बोर्ड के असीमित अधिकार पर लगाम लगाने की तैयारी कर रही है। जेडीयू नेता नीरज कुमार ने आईएएनएस से बात करते हुए बताया कि केंद्र सरकार के द्वारा बजट सत्र में वक़्फ़ बोर्ड के लिए एक विधयेक लाने की बात रही है। जिसका प्रारूप अभी तक प्राप्त नहीं है।

जेडीयू नेता नीरज कुमार ने बताया, “बिहार जैसे राज्य में वक़्फ़ बोर्ड की संपत्ति का दो आधार होता है। एक आधार होता है कि लोग अपनी संपत्ति को दान में देते हैं, जबकि दूसरा धार्मिक आधार होता है। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने वक़्फ़ बोर्ड की संपत्ति के पूरे अवलोकन की जिम्मेदारी राजस्व विभाग के अधिकारियों को दिया है।”

उन्होंने आगे बताया कि “अल्पसंख्यक समुदाय के छात्रों के लिए बिहार सरकार मल्टीपर्पज बिल्डिंग बना रही, जिसमें छात्रावास होंगे, मार्केट होंगे। ये पूरी तरीके से आम लोगों की सुख-सुविधाओं के लिए होगा। धार्मिक स्थल का विकास निश्चित रूप से अल्पसंख्यक वर्ग के छात्रों के शैक्षणिक उन्नयन के लिए होगा। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने 100 करोड़ का आवंटन करके देश में नज़ीर पेश किया है। हमारी उम्मीद है कि वक़्फ़ बोर्ड के संबंध में जो भी प्रारूप केंद्र सरकार बनाए, बिहार में इस संबंध में जो तस्वीर बदली है उसका जरूर अवलोकन कर ले।”

केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह की तुलना अहमद शाह अब्दाली से करने पर जेडीयू नेता ने उद्धव ठाकरे को घेरा। उन्होंने कहा कि “उद्धव ठाकरे की बेचैनी और हताशा ने राजनीति के भाषाई शब्दावली को बिगाड़ दिया है। राजनीतिक एजेंडा विकास का होना चाहिए।”

उन्होंने आगे कहा, राष्ट्रीय सुरक्षा हमारी जिम्मेदारी बनती है। विदेश नीति पर हमारी सहमति रहती है। पाकिस्तान और चीन के आधार पर देश की राजनीति नहीं तय होगी।

जेडीयू नेता ने आगे कहा, उद्धव ठाकरे विरासत की राजनीति करने वाले लोग हैं, इन्होंने संघर्ष की बदौलत राजनीति नहीं पाया। वो बालासाहेब ठाकरे की राजनीतिक विरासत संभाल रहे हैं। ऐसे में उनको कम से कम भाषाई शब्दावली पर ध्यान रखना चाहिए। अगर ये उन्माद की राजनीति करेंगे तो सत्ता से जैसे बेदखल हैं, वैसे ही बेदखल रहेंगे।

–आईएएनएस

एससीएच/जीकेटी

ADVERTISEMENT

पटना, 4 अगस्त (आईएएनएस)। संसद के बजट सत्र में केंद्र सरकार वक्फ बोर्ड की आसीमित शक्तियों को लेकर एक विधेयक लाने की तैयारी में है। इसको लेकर जेडीयू नेता नीरज कुमार ने आईएएनएस से बात करते हुए कहा कि केंद्र को बिहार की बदलती तस्वीर का अवलोकन करना चाहिए।

केन्द्र सरकार जल्द ही मौजूदा वक्फ एक्ट को संशोधन करने के लिए एक नया बिल लेकर आ सकती है। इस बिल के माध्यम से केंद्र सरकार वक़्फ़ बोर्ड के असीमित अधिकार पर लगाम लगाने की तैयारी कर रही है। जेडीयू नेता नीरज कुमार ने आईएएनएस से बात करते हुए बताया कि केंद्र सरकार के द्वारा बजट सत्र में वक़्फ़ बोर्ड के लिए एक विधयेक लाने की बात रही है। जिसका प्रारूप अभी तक प्राप्त नहीं है।

जेडीयू नेता नीरज कुमार ने बताया, “बिहार जैसे राज्य में वक़्फ़ बोर्ड की संपत्ति का दो आधार होता है। एक आधार होता है कि लोग अपनी संपत्ति को दान में देते हैं, जबकि दूसरा धार्मिक आधार होता है। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने वक़्फ़ बोर्ड की संपत्ति के पूरे अवलोकन की जिम्मेदारी राजस्व विभाग के अधिकारियों को दिया है।”

उन्होंने आगे बताया कि “अल्पसंख्यक समुदाय के छात्रों के लिए बिहार सरकार मल्टीपर्पज बिल्डिंग बना रही, जिसमें छात्रावास होंगे, मार्केट होंगे। ये पूरी तरीके से आम लोगों की सुख-सुविधाओं के लिए होगा। धार्मिक स्थल का विकास निश्चित रूप से अल्पसंख्यक वर्ग के छात्रों के शैक्षणिक उन्नयन के लिए होगा। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने 100 करोड़ का आवंटन करके देश में नज़ीर पेश किया है। हमारी उम्मीद है कि वक़्फ़ बोर्ड के संबंध में जो भी प्रारूप केंद्र सरकार बनाए, बिहार में इस संबंध में जो तस्वीर बदली है उसका जरूर अवलोकन कर ले।”

केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह की तुलना अहमद शाह अब्दाली से करने पर जेडीयू नेता ने उद्धव ठाकरे को घेरा। उन्होंने कहा कि “उद्धव ठाकरे की बेचैनी और हताशा ने राजनीति के भाषाई शब्दावली को बिगाड़ दिया है। राजनीतिक एजेंडा विकास का होना चाहिए।”

उन्होंने आगे कहा, राष्ट्रीय सुरक्षा हमारी जिम्मेदारी बनती है। विदेश नीति पर हमारी सहमति रहती है। पाकिस्तान और चीन के आधार पर देश की राजनीति नहीं तय होगी।

जेडीयू नेता ने आगे कहा, उद्धव ठाकरे विरासत की राजनीति करने वाले लोग हैं, इन्होंने संघर्ष की बदौलत राजनीति नहीं पाया। वो बालासाहेब ठाकरे की राजनीतिक विरासत संभाल रहे हैं। ऐसे में उनको कम से कम भाषाई शब्दावली पर ध्यान रखना चाहिए। अगर ये उन्माद की राजनीति करेंगे तो सत्ता से जैसे बेदखल हैं, वैसे ही बेदखल रहेंगे।

–आईएएनएस

एससीएच/जीकेटी

ADVERTISEMENT

पटना, 4 अगस्त (आईएएनएस)। संसद के बजट सत्र में केंद्र सरकार वक्फ बोर्ड की आसीमित शक्तियों को लेकर एक विधेयक लाने की तैयारी में है। इसको लेकर जेडीयू नेता नीरज कुमार ने आईएएनएस से बात करते हुए कहा कि केंद्र को बिहार की बदलती तस्वीर का अवलोकन करना चाहिए।

केन्द्र सरकार जल्द ही मौजूदा वक्फ एक्ट को संशोधन करने के लिए एक नया बिल लेकर आ सकती है। इस बिल के माध्यम से केंद्र सरकार वक़्फ़ बोर्ड के असीमित अधिकार पर लगाम लगाने की तैयारी कर रही है। जेडीयू नेता नीरज कुमार ने आईएएनएस से बात करते हुए बताया कि केंद्र सरकार के द्वारा बजट सत्र में वक़्फ़ बोर्ड के लिए एक विधयेक लाने की बात रही है। जिसका प्रारूप अभी तक प्राप्त नहीं है।

जेडीयू नेता नीरज कुमार ने बताया, “बिहार जैसे राज्य में वक़्फ़ बोर्ड की संपत्ति का दो आधार होता है। एक आधार होता है कि लोग अपनी संपत्ति को दान में देते हैं, जबकि दूसरा धार्मिक आधार होता है। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने वक़्फ़ बोर्ड की संपत्ति के पूरे अवलोकन की जिम्मेदारी राजस्व विभाग के अधिकारियों को दिया है।”

उन्होंने आगे बताया कि “अल्पसंख्यक समुदाय के छात्रों के लिए बिहार सरकार मल्टीपर्पज बिल्डिंग बना रही, जिसमें छात्रावास होंगे, मार्केट होंगे। ये पूरी तरीके से आम लोगों की सुख-सुविधाओं के लिए होगा। धार्मिक स्थल का विकास निश्चित रूप से अल्पसंख्यक वर्ग के छात्रों के शैक्षणिक उन्नयन के लिए होगा। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने 100 करोड़ का आवंटन करके देश में नज़ीर पेश किया है। हमारी उम्मीद है कि वक़्फ़ बोर्ड के संबंध में जो भी प्रारूप केंद्र सरकार बनाए, बिहार में इस संबंध में जो तस्वीर बदली है उसका जरूर अवलोकन कर ले।”

केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह की तुलना अहमद शाह अब्दाली से करने पर जेडीयू नेता ने उद्धव ठाकरे को घेरा। उन्होंने कहा कि “उद्धव ठाकरे की बेचैनी और हताशा ने राजनीति के भाषाई शब्दावली को बिगाड़ दिया है। राजनीतिक एजेंडा विकास का होना चाहिए।”

उन्होंने आगे कहा, राष्ट्रीय सुरक्षा हमारी जिम्मेदारी बनती है। विदेश नीति पर हमारी सहमति रहती है। पाकिस्तान और चीन के आधार पर देश की राजनीति नहीं तय होगी।

जेडीयू नेता ने आगे कहा, उद्धव ठाकरे विरासत की राजनीति करने वाले लोग हैं, इन्होंने संघर्ष की बदौलत राजनीति नहीं पाया। वो बालासाहेब ठाकरे की राजनीतिक विरासत संभाल रहे हैं। ऐसे में उनको कम से कम भाषाई शब्दावली पर ध्यान रखना चाहिए। अगर ये उन्माद की राजनीति करेंगे तो सत्ता से जैसे बेदखल हैं, वैसे ही बेदखल रहेंगे।

–आईएएनएस

एससीएच/जीकेटी

ADVERTISEMENT

पटना, 4 अगस्त (आईएएनएस)। संसद के बजट सत्र में केंद्र सरकार वक्फ बोर्ड की आसीमित शक्तियों को लेकर एक विधेयक लाने की तैयारी में है। इसको लेकर जेडीयू नेता नीरज कुमार ने आईएएनएस से बात करते हुए कहा कि केंद्र को बिहार की बदलती तस्वीर का अवलोकन करना चाहिए।

केन्द्र सरकार जल्द ही मौजूदा वक्फ एक्ट को संशोधन करने के लिए एक नया बिल लेकर आ सकती है। इस बिल के माध्यम से केंद्र सरकार वक़्फ़ बोर्ड के असीमित अधिकार पर लगाम लगाने की तैयारी कर रही है। जेडीयू नेता नीरज कुमार ने आईएएनएस से बात करते हुए बताया कि केंद्र सरकार के द्वारा बजट सत्र में वक़्फ़ बोर्ड के लिए एक विधयेक लाने की बात रही है। जिसका प्रारूप अभी तक प्राप्त नहीं है।

जेडीयू नेता नीरज कुमार ने बताया, “बिहार जैसे राज्य में वक़्फ़ बोर्ड की संपत्ति का दो आधार होता है। एक आधार होता है कि लोग अपनी संपत्ति को दान में देते हैं, जबकि दूसरा धार्मिक आधार होता है। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने वक़्फ़ बोर्ड की संपत्ति के पूरे अवलोकन की जिम्मेदारी राजस्व विभाग के अधिकारियों को दिया है।”

उन्होंने आगे बताया कि “अल्पसंख्यक समुदाय के छात्रों के लिए बिहार सरकार मल्टीपर्पज बिल्डिंग बना रही, जिसमें छात्रावास होंगे, मार्केट होंगे। ये पूरी तरीके से आम लोगों की सुख-सुविधाओं के लिए होगा। धार्मिक स्थल का विकास निश्चित रूप से अल्पसंख्यक वर्ग के छात्रों के शैक्षणिक उन्नयन के लिए होगा। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने 100 करोड़ का आवंटन करके देश में नज़ीर पेश किया है। हमारी उम्मीद है कि वक़्फ़ बोर्ड के संबंध में जो भी प्रारूप केंद्र सरकार बनाए, बिहार में इस संबंध में जो तस्वीर बदली है उसका जरूर अवलोकन कर ले।”

केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह की तुलना अहमद शाह अब्दाली से करने पर जेडीयू नेता ने उद्धव ठाकरे को घेरा। उन्होंने कहा कि “उद्धव ठाकरे की बेचैनी और हताशा ने राजनीति के भाषाई शब्दावली को बिगाड़ दिया है। राजनीतिक एजेंडा विकास का होना चाहिए।”

उन्होंने आगे कहा, राष्ट्रीय सुरक्षा हमारी जिम्मेदारी बनती है। विदेश नीति पर हमारी सहमति रहती है। पाकिस्तान और चीन के आधार पर देश की राजनीति नहीं तय होगी।

जेडीयू नेता ने आगे कहा, उद्धव ठाकरे विरासत की राजनीति करने वाले लोग हैं, इन्होंने संघर्ष की बदौलत राजनीति नहीं पाया। वो बालासाहेब ठाकरे की राजनीतिक विरासत संभाल रहे हैं। ऐसे में उनको कम से कम भाषाई शब्दावली पर ध्यान रखना चाहिए। अगर ये उन्माद की राजनीति करेंगे तो सत्ता से जैसे बेदखल हैं, वैसे ही बेदखल रहेंगे।

–आईएएनएस

एससीएच/जीकेटी

ADVERTISEMENT

पटना, 4 अगस्त (आईएएनएस)। संसद के बजट सत्र में केंद्र सरकार वक्फ बोर्ड की आसीमित शक्तियों को लेकर एक विधेयक लाने की तैयारी में है। इसको लेकर जेडीयू नेता नीरज कुमार ने आईएएनएस से बात करते हुए कहा कि केंद्र को बिहार की बदलती तस्वीर का अवलोकन करना चाहिए।

केन्द्र सरकार जल्द ही मौजूदा वक्फ एक्ट को संशोधन करने के लिए एक नया बिल लेकर आ सकती है। इस बिल के माध्यम से केंद्र सरकार वक़्फ़ बोर्ड के असीमित अधिकार पर लगाम लगाने की तैयारी कर रही है। जेडीयू नेता नीरज कुमार ने आईएएनएस से बात करते हुए बताया कि केंद्र सरकार के द्वारा बजट सत्र में वक़्फ़ बोर्ड के लिए एक विधयेक लाने की बात रही है। जिसका प्रारूप अभी तक प्राप्त नहीं है।

जेडीयू नेता नीरज कुमार ने बताया, “बिहार जैसे राज्य में वक़्फ़ बोर्ड की संपत्ति का दो आधार होता है। एक आधार होता है कि लोग अपनी संपत्ति को दान में देते हैं, जबकि दूसरा धार्मिक आधार होता है। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने वक़्फ़ बोर्ड की संपत्ति के पूरे अवलोकन की जिम्मेदारी राजस्व विभाग के अधिकारियों को दिया है।”

उन्होंने आगे बताया कि “अल्पसंख्यक समुदाय के छात्रों के लिए बिहार सरकार मल्टीपर्पज बिल्डिंग बना रही, जिसमें छात्रावास होंगे, मार्केट होंगे। ये पूरी तरीके से आम लोगों की सुख-सुविधाओं के लिए होगा। धार्मिक स्थल का विकास निश्चित रूप से अल्पसंख्यक वर्ग के छात्रों के शैक्षणिक उन्नयन के लिए होगा। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने 100 करोड़ का आवंटन करके देश में नज़ीर पेश किया है। हमारी उम्मीद है कि वक़्फ़ बोर्ड के संबंध में जो भी प्रारूप केंद्र सरकार बनाए, बिहार में इस संबंध में जो तस्वीर बदली है उसका जरूर अवलोकन कर ले।”

केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह की तुलना अहमद शाह अब्दाली से करने पर जेडीयू नेता ने उद्धव ठाकरे को घेरा। उन्होंने कहा कि “उद्धव ठाकरे की बेचैनी और हताशा ने राजनीति के भाषाई शब्दावली को बिगाड़ दिया है। राजनीतिक एजेंडा विकास का होना चाहिए।”

उन्होंने आगे कहा, राष्ट्रीय सुरक्षा हमारी जिम्मेदारी बनती है। विदेश नीति पर हमारी सहमति रहती है। पाकिस्तान और चीन के आधार पर देश की राजनीति नहीं तय होगी।

जेडीयू नेता ने आगे कहा, उद्धव ठाकरे विरासत की राजनीति करने वाले लोग हैं, इन्होंने संघर्ष की बदौलत राजनीति नहीं पाया। वो बालासाहेब ठाकरे की राजनीतिक विरासत संभाल रहे हैं। ऐसे में उनको कम से कम भाषाई शब्दावली पर ध्यान रखना चाहिए। अगर ये उन्माद की राजनीति करेंगे तो सत्ता से जैसे बेदखल हैं, वैसे ही बेदखल रहेंगे।

–आईएएनएस

एससीएच/जीकेटी

ADVERTISEMENT

पटना, 4 अगस्त (आईएएनएस)। संसद के बजट सत्र में केंद्र सरकार वक्फ बोर्ड की आसीमित शक्तियों को लेकर एक विधेयक लाने की तैयारी में है। इसको लेकर जेडीयू नेता नीरज कुमार ने आईएएनएस से बात करते हुए कहा कि केंद्र को बिहार की बदलती तस्वीर का अवलोकन करना चाहिए।

केन्द्र सरकार जल्द ही मौजूदा वक्फ एक्ट को संशोधन करने के लिए एक नया बिल लेकर आ सकती है। इस बिल के माध्यम से केंद्र सरकार वक़्फ़ बोर्ड के असीमित अधिकार पर लगाम लगाने की तैयारी कर रही है। जेडीयू नेता नीरज कुमार ने आईएएनएस से बात करते हुए बताया कि केंद्र सरकार के द्वारा बजट सत्र में वक़्फ़ बोर्ड के लिए एक विधयेक लाने की बात रही है। जिसका प्रारूप अभी तक प्राप्त नहीं है।

जेडीयू नेता नीरज कुमार ने बताया, “बिहार जैसे राज्य में वक़्फ़ बोर्ड की संपत्ति का दो आधार होता है। एक आधार होता है कि लोग अपनी संपत्ति को दान में देते हैं, जबकि दूसरा धार्मिक आधार होता है। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने वक़्फ़ बोर्ड की संपत्ति के पूरे अवलोकन की जिम्मेदारी राजस्व विभाग के अधिकारियों को दिया है।”

उन्होंने आगे बताया कि “अल्पसंख्यक समुदाय के छात्रों के लिए बिहार सरकार मल्टीपर्पज बिल्डिंग बना रही, जिसमें छात्रावास होंगे, मार्केट होंगे। ये पूरी तरीके से आम लोगों की सुख-सुविधाओं के लिए होगा। धार्मिक स्थल का विकास निश्चित रूप से अल्पसंख्यक वर्ग के छात्रों के शैक्षणिक उन्नयन के लिए होगा। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने 100 करोड़ का आवंटन करके देश में नज़ीर पेश किया है। हमारी उम्मीद है कि वक़्फ़ बोर्ड के संबंध में जो भी प्रारूप केंद्र सरकार बनाए, बिहार में इस संबंध में जो तस्वीर बदली है उसका जरूर अवलोकन कर ले।”

केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह की तुलना अहमद शाह अब्दाली से करने पर जेडीयू नेता ने उद्धव ठाकरे को घेरा। उन्होंने कहा कि “उद्धव ठाकरे की बेचैनी और हताशा ने राजनीति के भाषाई शब्दावली को बिगाड़ दिया है। राजनीतिक एजेंडा विकास का होना चाहिए।”

उन्होंने आगे कहा, राष्ट्रीय सुरक्षा हमारी जिम्मेदारी बनती है। विदेश नीति पर हमारी सहमति रहती है। पाकिस्तान और चीन के आधार पर देश की राजनीति नहीं तय होगी।

जेडीयू नेता ने आगे कहा, उद्धव ठाकरे विरासत की राजनीति करने वाले लोग हैं, इन्होंने संघर्ष की बदौलत राजनीति नहीं पाया। वो बालासाहेब ठाकरे की राजनीतिक विरासत संभाल रहे हैं। ऐसे में उनको कम से कम भाषाई शब्दावली पर ध्यान रखना चाहिए। अगर ये उन्माद की राजनीति करेंगे तो सत्ता से जैसे बेदखल हैं, वैसे ही बेदखल रहेंगे।

–आईएएनएस

एससीएच/जीकेटी

Related Posts

ताज़ा समाचार

पीसीबी ने पाकिस्तान सुपर लीग के शेष मैच स्थगित किए

May 10, 2025
ताज़ा समाचार

सिर्फ आतंकी कैंपों को निशाना बनाने पर पूरी दुनिया में भारत की प्रशंसा हो रही : अशोक गहलोत

May 10, 2025
ताज़ा समाचार

हमें पिनाक जैसी मिसाइलों का प्रयोग करना चाहिए : रिटायर्ड लेफ्टिनेंट कमांडर शालिनी अग्रवाल

May 10, 2025
ताज़ा समाचार

बंगाल के नादिया जिले में 16 बांग्लादेशी घुसपैठिए गिरफ्तार

May 10, 2025
ताज़ा समाचार

भारत ने पाकिस्तान को आईएमएफ से मिलने वाली सहायता का किया विरोध

May 10, 2025
ताज़ा समाचार

ट्रंप चाहते हैं भारत-पाकिस्तान के बीच तनाव कम हो : व्हाइट हाउस

May 10, 2025
Next Post
भूतेश्वर महादेव मंदिर का रहस्य, यहां आधी रात में देवी-देवता करते हैं भगवान शिव की पूजा

भूतेश्वर महादेव मंदिर का रहस्य, यहां आधी रात में देवी-देवता करते हैं भगवान शिव की पूजा

Leave a Reply Cancel reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

POPULAR NEWS

बंदा प्रकाश तेलंगाना विधान परिषद के उप सभापति चुने गए

बंदा प्रकाश तेलंगाना विधान परिषद के उप सभापति चुने गए

February 12, 2023
बीएसएफ ने मेघालय में 40 मवेशियों को छुड़ाया, 3 तस्कर गिरफ्तार

बीएसएफ ने मेघालय में 40 मवेशियों को छुड़ाया, 3 तस्कर गिरफ्तार

February 12, 2023
चीनी शताब्दी की दूर-दूर तक संभावना नहीं

चीनी शताब्दी की दूर-दूर तक संभावना नहीं

February 12, 2023

बंगाल के जलपाईगुड़ी में बाढ़ जैसे हालात, शहर में घुसने लगा नदी का पानी

August 26, 2023
राधिका खेड़ा ने छोड़ा कांग्रेस का दामन, प्राथमिक सदस्यता से दिया इस्तीफा

राधिका खेड़ा ने छोड़ा कांग्रेस का दामन, प्राथमिक सदस्यता से दिया इस्तीफा

May 5, 2024

EDITOR'S PICK

एस्सार पावर के नवीकरणीय प्रभाग के सीईओ बने अंकुर कुमार

April 11, 2024
एडीबी अध्यक्ष से मिलीं वित्त मंत्री, भारत को समर्थन की सराहना की

एडीबी अध्यक्ष से मिलीं वित्त मंत्री, भारत को समर्थन की सराहना की

February 21, 2023
केरल माकपा की अहम बैठक, साजी चेरियन की मंत्रिमंडल में वापसी की संभावना

केरल माकपा की अहम बैठक, साजी चेरियन की मंत्रिमंडल में वापसी की संभावना

December 21, 2022

पहलगाम हमले के विरोध में जम्‍मू-कश्‍मीर बंद का आह्वान, नेशनल कॉन्फ्रेंस ने कहा- सभी लोग हों शामिल

April 23, 2025
ADVERTISEMENT

Contact us

Address

Deshbandhu Complex, Naudra Bridge Jabalpur 482001

Mail

deshbandhump@gmail.com

Mobile

9425156056

Important links

  • राशि-भविष्य
  • वर्गीकृत विज्ञापन
  • लाइफ स्टाइल
  • मनोरंजन
  • ब्लॉग

Important links

  • देशबन्धु जनमत
  • पाठक प्रतिक्रियाएं
  • हमें जानें
  • विज्ञापन दरें
  • ई पेपर

Related Links

  • Mayaram Surjan
  • Swayamsiddha
  • Deshbandhu

Social Links

080726
Total views : 5868712
Powered By WPS Visitor Counter

Published by Abhas Surjan on behalf of Patrakar Prakashan Pvt.Ltd., Deshbandhu Complex, Naudra Bridge, Jabalpur – 482001 |T:+91 761 4006577 |M: +91 9425156056 Disclaimer, Privacy Policy & Other Terms & Conditions The contents of this website is for reading only. Any unauthorised attempt to temper / edit / change the contents of this website comes under cyber crime and is punishable.

Copyright @ 2022 Deshbandhu. All rights are reserved.

  • Disclaimer, Privacy Policy & Other Terms & Conditions
No Result
View All Result
  • राष्ट्रीय
  • अंतरराष्ट्रीय
  • लाइफ स्टाइल
  • अर्थजगत
  • मनोरंजन
  • खेल
  • अभिमत
  • धर्म
  • विचार
  • ई पेपर

Copyright @ 2022 Deshbandhu-MP All rights are reserved.

Welcome Back!

Login to your account below

Forgotten Password? Sign Up

Create New Account!

Fill the forms below to register

All fields are required. Log In

Retrieve your password

Please enter your username or email address to reset your password.

Log In