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Home ताज़ा समाचार

वाईएसआरसीपी ने आँध्र प्रदेश की 175 विधानसभा, 24 लोकसभा सीटों के लिए उम्मीदवारों की घोषणा की

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March 16, 2024
in ताज़ा समाचार
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अमरावती, 16 मार्च (आईएएनएस)। वाईएसआर कांग्रेस पार्टी (वाईएसआरसीपी) ने शनिवार को आंध्र प्रदेश की सभी 175 विधानसभा सीटों और 24 लोकसभा सीटो के लिए उम्मीदवारों की घोषणा कर दी। खास बात यह है कि अधिकांश मौजूदा सांसदों का टिकट कट गया है।

वाईएसआरसीपी के अध्यक्ष और मुख्यमंत्री वाई.एस. जगन मोहन रेड्डी ने कडप्पा जिले के इडुपुलापाया में अपने दिवंगत पिता और पूर्व मुख्यमंत्री वाई.एस. राजशेखर रेड्डी को श्रद्धांजलि देने के बाद उम्मीदवारों के नामों की घोषणा की।

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सत्तारूढ़ दल ने केवल अनाकापल्ली लोकसभा सीट के लिए घोषणा को लंबित रखा है।

वाईएसआरसीपी का, जिसने 2019 में 151 विधानसभा और 22 लोकसभा सीटें हासिल की थीं, इस बार टीडीपी-भाजपा-जेएसपी गठबंधन के साथ सीधा मुकाबला है।

सात मौजूदा सांसदों को छोड़कर, वाईएसआरसीपी ने या तो बाकी को हटा दिया है या उन्हें विधानसभा के लिए टिकट दिया है।

इसी तरह, पार्टी ने 60 से अधिक मौजूदा विधायकों को हटा दिया है या उन्हें लोकसभा चुनाव में उतार दिया है या उनकी विधानसभा सीटें बदल दी हैं।

जगन मोहन रेड्डी ने, जो पुलिवेंदुला विधानसभा क्षेत्र से फिर से चुनाव लड़ रहे हैं, मीडियाकर्मियों से कहा कि उन्हें खुशी है कि वाईएसआरसीपी ने अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति, पिछड़ी जाति और अल्पसंख्यकों को 50 प्रतिशत टिकट आवंटित करके टिकट वितरण में सामाजिक न्याय सुनिश्चित किया है।

उन्होंने इसे आँध्र प्रदेश की राजनीति में एक ऐतिहासिक घटनाक्रम बताया।

पार्टी ने कहा, 200 सीटों (एमएलए प्लस एमपी) में से 50 फीसदी सीटें (84 एमएलए, 16 एमपी) बीसी/एससी/एसटी/अल्पसंख्यक समुदायों को दी गई हैं।

वाईएसआरसीपी संसदीय दल के नेता और राज्यसभा सदस्य वी. विजया साई रेड्डी नेल्लोर से लोकसभा के लिए चुनाव लड़ेंगे।

जगन मोहन रेड्डी ने अपने चाचा और पूर्व मंत्री वाई.एस. विवेकानंद रेड्डी की हत्या के आरोपी कडप्पा से मौजूदा सांसद और अपने चचेरे भाई वाई.एस. अविनाश रेड्डी को दोबारा टिकट दिया है।

केसिनेनी श्रीनिवास (नानी) को, जो 2019 में टीडीपी के टिकट पर विजयवाड़ा से लोकसभा के लिए चुने गए और हाल ही में वाईएसआरसीपी में शामिल हो गए थे, उसी सीट से उम्मीदवार बनाया गया है।

पूर्व मंत्री पी. अनिल कुमार यादव, जो नेल्लोर विधानसभा क्षेत्र का प्रतिनिधित्व कर रहे थे, नरसरावपेट सीट से लोकसभा चुनाव लड़ेंगे।

वरिष्ठ नेता और मंत्री बोत्सा सत्यनारायण की पत्नी बोत्सा झाँसी लक्ष्मी को मौजूदा सांसद एम.वी.वी.सत्यनारायण के स्थान पर विशाखापत्तनम से उम्मीदवार बनाया गया है।

विधानसभा चुनाव के लिए वाईएसआरसीपी ने एससी को 29, एसटी को सात, पिछड़ा वर्ग को 48 और अल्पसंख्यकों को सात टिकट दिए हैं। पार्टी ने 2019 की तुलना में एससी/एसटी/पिछड़ा वर्ग को सात टिकट ज्यादा दिए हैं। महिलाओं की संख्या भी चार बढ़ गई है।

लोकसभा चुनाव के लिए चार एससी, एक एसटी, 10 पिछड़ा वर्ग के उम्मीदवार मैदान में हैं। पाँच महिला उम्मीदवार हैं। 2019 की तुलना में एससी/एसटी/पिछड़ा वर्ग से संबंधित उम्मीदवारों की संख्या चार ज्यादा है। महिलाओं का प्रतिनिधित्व भी एक बढ़ गया है।

वाईएसआरसीपी ने स्थानीय निकायों या जमीनी स्तर के नेताओं को 14 सीटें देकर पार्टी के लिए काम करने वाले कार्यकर्ताओं को मान्यता देने का दावा किया है।

विधायक या सांसद के लिए चुने गए कुल 199 उम्मीदवारों में से 77 प्रतिशत, यानी 153 उम्मीदवार (131 विधायक, 22 सांसद), स्नातक या इससे ऊँची डिग्री रखते हैं। इनमें 58 स्नातकोत्तर और छह डॉक्टरेट हैं। इनमें 17 डॉक्टर, 15 वकील, 34 इंजीनियर, पाँच शिक्षक, दो लोक सेवक, एक रक्षा कर्मी और एक पत्रकार हैं।

आँध्र प्रदेश में 13 मई को विधानसभा और लोकसभा दोनों के चुनाव एक साथ एक ही चरण में होंगे।

–आईएएनएस

एकेजे/

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अमरावती, 16 मार्च (आईएएनएस)। वाईएसआर कांग्रेस पार्टी (वाईएसआरसीपी) ने शनिवार को आंध्र प्रदेश की सभी 175 विधानसभा सीटों और 24 लोकसभा सीटो के लिए उम्मीदवारों की घोषणा कर दी। खास बात यह है कि अधिकांश मौजूदा सांसदों का टिकट कट गया है।

वाईएसआरसीपी के अध्यक्ष और मुख्यमंत्री वाई.एस. जगन मोहन रेड्डी ने कडप्पा जिले के इडुपुलापाया में अपने दिवंगत पिता और पूर्व मुख्यमंत्री वाई.एस. राजशेखर रेड्डी को श्रद्धांजलि देने के बाद उम्मीदवारों के नामों की घोषणा की।

सत्तारूढ़ दल ने केवल अनाकापल्ली लोकसभा सीट के लिए घोषणा को लंबित रखा है।

वाईएसआरसीपी का, जिसने 2019 में 151 विधानसभा और 22 लोकसभा सीटें हासिल की थीं, इस बार टीडीपी-भाजपा-जेएसपी गठबंधन के साथ सीधा मुकाबला है।

सात मौजूदा सांसदों को छोड़कर, वाईएसआरसीपी ने या तो बाकी को हटा दिया है या उन्हें विधानसभा के लिए टिकट दिया है।

इसी तरह, पार्टी ने 60 से अधिक मौजूदा विधायकों को हटा दिया है या उन्हें लोकसभा चुनाव में उतार दिया है या उनकी विधानसभा सीटें बदल दी हैं।

जगन मोहन रेड्डी ने, जो पुलिवेंदुला विधानसभा क्षेत्र से फिर से चुनाव लड़ रहे हैं, मीडियाकर्मियों से कहा कि उन्हें खुशी है कि वाईएसआरसीपी ने अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति, पिछड़ी जाति और अल्पसंख्यकों को 50 प्रतिशत टिकट आवंटित करके टिकट वितरण में सामाजिक न्याय सुनिश्चित किया है।

उन्होंने इसे आँध्र प्रदेश की राजनीति में एक ऐतिहासिक घटनाक्रम बताया।

पार्टी ने कहा, 200 सीटों (एमएलए प्लस एमपी) में से 50 फीसदी सीटें (84 एमएलए, 16 एमपी) बीसी/एससी/एसटी/अल्पसंख्यक समुदायों को दी गई हैं।

वाईएसआरसीपी संसदीय दल के नेता और राज्यसभा सदस्य वी. विजया साई रेड्डी नेल्लोर से लोकसभा के लिए चुनाव लड़ेंगे।

जगन मोहन रेड्डी ने अपने चाचा और पूर्व मंत्री वाई.एस. विवेकानंद रेड्डी की हत्या के आरोपी कडप्पा से मौजूदा सांसद और अपने चचेरे भाई वाई.एस. अविनाश रेड्डी को दोबारा टिकट दिया है।

केसिनेनी श्रीनिवास (नानी) को, जो 2019 में टीडीपी के टिकट पर विजयवाड़ा से लोकसभा के लिए चुने गए और हाल ही में वाईएसआरसीपी में शामिल हो गए थे, उसी सीट से उम्मीदवार बनाया गया है।

पूर्व मंत्री पी. अनिल कुमार यादव, जो नेल्लोर विधानसभा क्षेत्र का प्रतिनिधित्व कर रहे थे, नरसरावपेट सीट से लोकसभा चुनाव लड़ेंगे।

वरिष्ठ नेता और मंत्री बोत्सा सत्यनारायण की पत्नी बोत्सा झाँसी लक्ष्मी को मौजूदा सांसद एम.वी.वी.सत्यनारायण के स्थान पर विशाखापत्तनम से उम्मीदवार बनाया गया है।

विधानसभा चुनाव के लिए वाईएसआरसीपी ने एससी को 29, एसटी को सात, पिछड़ा वर्ग को 48 और अल्पसंख्यकों को सात टिकट दिए हैं। पार्टी ने 2019 की तुलना में एससी/एसटी/पिछड़ा वर्ग को सात टिकट ज्यादा दिए हैं। महिलाओं की संख्या भी चार बढ़ गई है।

लोकसभा चुनाव के लिए चार एससी, एक एसटी, 10 पिछड़ा वर्ग के उम्मीदवार मैदान में हैं। पाँच महिला उम्मीदवार हैं। 2019 की तुलना में एससी/एसटी/पिछड़ा वर्ग से संबंधित उम्मीदवारों की संख्या चार ज्यादा है। महिलाओं का प्रतिनिधित्व भी एक बढ़ गया है।

वाईएसआरसीपी ने स्थानीय निकायों या जमीनी स्तर के नेताओं को 14 सीटें देकर पार्टी के लिए काम करने वाले कार्यकर्ताओं को मान्यता देने का दावा किया है।

विधायक या सांसद के लिए चुने गए कुल 199 उम्मीदवारों में से 77 प्रतिशत, यानी 153 उम्मीदवार (131 विधायक, 22 सांसद), स्नातक या इससे ऊँची डिग्री रखते हैं। इनमें 58 स्नातकोत्तर और छह डॉक्टरेट हैं। इनमें 17 डॉक्टर, 15 वकील, 34 इंजीनियर, पाँच शिक्षक, दो लोक सेवक, एक रक्षा कर्मी और एक पत्रकार हैं।

आँध्र प्रदेश में 13 मई को विधानसभा और लोकसभा दोनों के चुनाव एक साथ एक ही चरण में होंगे।

–आईएएनएस

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अमरावती, 16 मार्च (आईएएनएस)। वाईएसआर कांग्रेस पार्टी (वाईएसआरसीपी) ने शनिवार को आंध्र प्रदेश की सभी 175 विधानसभा सीटों और 24 लोकसभा सीटो के लिए उम्मीदवारों की घोषणा कर दी। खास बात यह है कि अधिकांश मौजूदा सांसदों का टिकट कट गया है।

वाईएसआरसीपी के अध्यक्ष और मुख्यमंत्री वाई.एस. जगन मोहन रेड्डी ने कडप्पा जिले के इडुपुलापाया में अपने दिवंगत पिता और पूर्व मुख्यमंत्री वाई.एस. राजशेखर रेड्डी को श्रद्धांजलि देने के बाद उम्मीदवारों के नामों की घोषणा की।

सत्तारूढ़ दल ने केवल अनाकापल्ली लोकसभा सीट के लिए घोषणा को लंबित रखा है।

वाईएसआरसीपी का, जिसने 2019 में 151 विधानसभा और 22 लोकसभा सीटें हासिल की थीं, इस बार टीडीपी-भाजपा-जेएसपी गठबंधन के साथ सीधा मुकाबला है।

सात मौजूदा सांसदों को छोड़कर, वाईएसआरसीपी ने या तो बाकी को हटा दिया है या उन्हें विधानसभा के लिए टिकट दिया है।

इसी तरह, पार्टी ने 60 से अधिक मौजूदा विधायकों को हटा दिया है या उन्हें लोकसभा चुनाव में उतार दिया है या उनकी विधानसभा सीटें बदल दी हैं।

जगन मोहन रेड्डी ने, जो पुलिवेंदुला विधानसभा क्षेत्र से फिर से चुनाव लड़ रहे हैं, मीडियाकर्मियों से कहा कि उन्हें खुशी है कि वाईएसआरसीपी ने अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति, पिछड़ी जाति और अल्पसंख्यकों को 50 प्रतिशत टिकट आवंटित करके टिकट वितरण में सामाजिक न्याय सुनिश्चित किया है।

उन्होंने इसे आँध्र प्रदेश की राजनीति में एक ऐतिहासिक घटनाक्रम बताया।

पार्टी ने कहा, 200 सीटों (एमएलए प्लस एमपी) में से 50 फीसदी सीटें (84 एमएलए, 16 एमपी) बीसी/एससी/एसटी/अल्पसंख्यक समुदायों को दी गई हैं।

वाईएसआरसीपी संसदीय दल के नेता और राज्यसभा सदस्य वी. विजया साई रेड्डी नेल्लोर से लोकसभा के लिए चुनाव लड़ेंगे।

जगन मोहन रेड्डी ने अपने चाचा और पूर्व मंत्री वाई.एस. विवेकानंद रेड्डी की हत्या के आरोपी कडप्पा से मौजूदा सांसद और अपने चचेरे भाई वाई.एस. अविनाश रेड्डी को दोबारा टिकट दिया है।

केसिनेनी श्रीनिवास (नानी) को, जो 2019 में टीडीपी के टिकट पर विजयवाड़ा से लोकसभा के लिए चुने गए और हाल ही में वाईएसआरसीपी में शामिल हो गए थे, उसी सीट से उम्मीदवार बनाया गया है।

पूर्व मंत्री पी. अनिल कुमार यादव, जो नेल्लोर विधानसभा क्षेत्र का प्रतिनिधित्व कर रहे थे, नरसरावपेट सीट से लोकसभा चुनाव लड़ेंगे।

वरिष्ठ नेता और मंत्री बोत्सा सत्यनारायण की पत्नी बोत्सा झाँसी लक्ष्मी को मौजूदा सांसद एम.वी.वी.सत्यनारायण के स्थान पर विशाखापत्तनम से उम्मीदवार बनाया गया है।

विधानसभा चुनाव के लिए वाईएसआरसीपी ने एससी को 29, एसटी को सात, पिछड़ा वर्ग को 48 और अल्पसंख्यकों को सात टिकट दिए हैं। पार्टी ने 2019 की तुलना में एससी/एसटी/पिछड़ा वर्ग को सात टिकट ज्यादा दिए हैं। महिलाओं की संख्या भी चार बढ़ गई है।

लोकसभा चुनाव के लिए चार एससी, एक एसटी, 10 पिछड़ा वर्ग के उम्मीदवार मैदान में हैं। पाँच महिला उम्मीदवार हैं। 2019 की तुलना में एससी/एसटी/पिछड़ा वर्ग से संबंधित उम्मीदवारों की संख्या चार ज्यादा है। महिलाओं का प्रतिनिधित्व भी एक बढ़ गया है।

वाईएसआरसीपी ने स्थानीय निकायों या जमीनी स्तर के नेताओं को 14 सीटें देकर पार्टी के लिए काम करने वाले कार्यकर्ताओं को मान्यता देने का दावा किया है।

विधायक या सांसद के लिए चुने गए कुल 199 उम्मीदवारों में से 77 प्रतिशत, यानी 153 उम्मीदवार (131 विधायक, 22 सांसद), स्नातक या इससे ऊँची डिग्री रखते हैं। इनमें 58 स्नातकोत्तर और छह डॉक्टरेट हैं। इनमें 17 डॉक्टर, 15 वकील, 34 इंजीनियर, पाँच शिक्षक, दो लोक सेवक, एक रक्षा कर्मी और एक पत्रकार हैं।

आँध्र प्रदेश में 13 मई को विधानसभा और लोकसभा दोनों के चुनाव एक साथ एक ही चरण में होंगे।

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अमरावती, 16 मार्च (आईएएनएस)। वाईएसआर कांग्रेस पार्टी (वाईएसआरसीपी) ने शनिवार को आंध्र प्रदेश की सभी 175 विधानसभा सीटों और 24 लोकसभा सीटो के लिए उम्मीदवारों की घोषणा कर दी। खास बात यह है कि अधिकांश मौजूदा सांसदों का टिकट कट गया है।

वाईएसआरसीपी के अध्यक्ष और मुख्यमंत्री वाई.एस. जगन मोहन रेड्डी ने कडप्पा जिले के इडुपुलापाया में अपने दिवंगत पिता और पूर्व मुख्यमंत्री वाई.एस. राजशेखर रेड्डी को श्रद्धांजलि देने के बाद उम्मीदवारों के नामों की घोषणा की।

सत्तारूढ़ दल ने केवल अनाकापल्ली लोकसभा सीट के लिए घोषणा को लंबित रखा है।

वाईएसआरसीपी का, जिसने 2019 में 151 विधानसभा और 22 लोकसभा सीटें हासिल की थीं, इस बार टीडीपी-भाजपा-जेएसपी गठबंधन के साथ सीधा मुकाबला है।

सात मौजूदा सांसदों को छोड़कर, वाईएसआरसीपी ने या तो बाकी को हटा दिया है या उन्हें विधानसभा के लिए टिकट दिया है।

इसी तरह, पार्टी ने 60 से अधिक मौजूदा विधायकों को हटा दिया है या उन्हें लोकसभा चुनाव में उतार दिया है या उनकी विधानसभा सीटें बदल दी हैं।

जगन मोहन रेड्डी ने, जो पुलिवेंदुला विधानसभा क्षेत्र से फिर से चुनाव लड़ रहे हैं, मीडियाकर्मियों से कहा कि उन्हें खुशी है कि वाईएसआरसीपी ने अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति, पिछड़ी जाति और अल्पसंख्यकों को 50 प्रतिशत टिकट आवंटित करके टिकट वितरण में सामाजिक न्याय सुनिश्चित किया है।

उन्होंने इसे आँध्र प्रदेश की राजनीति में एक ऐतिहासिक घटनाक्रम बताया।

पार्टी ने कहा, 200 सीटों (एमएलए प्लस एमपी) में से 50 फीसदी सीटें (84 एमएलए, 16 एमपी) बीसी/एससी/एसटी/अल्पसंख्यक समुदायों को दी गई हैं।

वाईएसआरसीपी संसदीय दल के नेता और राज्यसभा सदस्य वी. विजया साई रेड्डी नेल्लोर से लोकसभा के लिए चुनाव लड़ेंगे।

जगन मोहन रेड्डी ने अपने चाचा और पूर्व मंत्री वाई.एस. विवेकानंद रेड्डी की हत्या के आरोपी कडप्पा से मौजूदा सांसद और अपने चचेरे भाई वाई.एस. अविनाश रेड्डी को दोबारा टिकट दिया है।

केसिनेनी श्रीनिवास (नानी) को, जो 2019 में टीडीपी के टिकट पर विजयवाड़ा से लोकसभा के लिए चुने गए और हाल ही में वाईएसआरसीपी में शामिल हो गए थे, उसी सीट से उम्मीदवार बनाया गया है।

पूर्व मंत्री पी. अनिल कुमार यादव, जो नेल्लोर विधानसभा क्षेत्र का प्रतिनिधित्व कर रहे थे, नरसरावपेट सीट से लोकसभा चुनाव लड़ेंगे।

वरिष्ठ नेता और मंत्री बोत्सा सत्यनारायण की पत्नी बोत्सा झाँसी लक्ष्मी को मौजूदा सांसद एम.वी.वी.सत्यनारायण के स्थान पर विशाखापत्तनम से उम्मीदवार बनाया गया है।

विधानसभा चुनाव के लिए वाईएसआरसीपी ने एससी को 29, एसटी को सात, पिछड़ा वर्ग को 48 और अल्पसंख्यकों को सात टिकट दिए हैं। पार्टी ने 2019 की तुलना में एससी/एसटी/पिछड़ा वर्ग को सात टिकट ज्यादा दिए हैं। महिलाओं की संख्या भी चार बढ़ गई है।

लोकसभा चुनाव के लिए चार एससी, एक एसटी, 10 पिछड़ा वर्ग के उम्मीदवार मैदान में हैं। पाँच महिला उम्मीदवार हैं। 2019 की तुलना में एससी/एसटी/पिछड़ा वर्ग से संबंधित उम्मीदवारों की संख्या चार ज्यादा है। महिलाओं का प्रतिनिधित्व भी एक बढ़ गया है।

वाईएसआरसीपी ने स्थानीय निकायों या जमीनी स्तर के नेताओं को 14 सीटें देकर पार्टी के लिए काम करने वाले कार्यकर्ताओं को मान्यता देने का दावा किया है।

विधायक या सांसद के लिए चुने गए कुल 199 उम्मीदवारों में से 77 प्रतिशत, यानी 153 उम्मीदवार (131 विधायक, 22 सांसद), स्नातक या इससे ऊँची डिग्री रखते हैं। इनमें 58 स्नातकोत्तर और छह डॉक्टरेट हैं। इनमें 17 डॉक्टर, 15 वकील, 34 इंजीनियर, पाँच शिक्षक, दो लोक सेवक, एक रक्षा कर्मी और एक पत्रकार हैं।

आँध्र प्रदेश में 13 मई को विधानसभा और लोकसभा दोनों के चुनाव एक साथ एक ही चरण में होंगे।

–आईएएनएस

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अमरावती, 16 मार्च (आईएएनएस)। वाईएसआर कांग्रेस पार्टी (वाईएसआरसीपी) ने शनिवार को आंध्र प्रदेश की सभी 175 विधानसभा सीटों और 24 लोकसभा सीटो के लिए उम्मीदवारों की घोषणा कर दी। खास बात यह है कि अधिकांश मौजूदा सांसदों का टिकट कट गया है।

वाईएसआरसीपी के अध्यक्ष और मुख्यमंत्री वाई.एस. जगन मोहन रेड्डी ने कडप्पा जिले के इडुपुलापाया में अपने दिवंगत पिता और पूर्व मुख्यमंत्री वाई.एस. राजशेखर रेड्डी को श्रद्धांजलि देने के बाद उम्मीदवारों के नामों की घोषणा की।

सत्तारूढ़ दल ने केवल अनाकापल्ली लोकसभा सीट के लिए घोषणा को लंबित रखा है।

वाईएसआरसीपी का, जिसने 2019 में 151 विधानसभा और 22 लोकसभा सीटें हासिल की थीं, इस बार टीडीपी-भाजपा-जेएसपी गठबंधन के साथ सीधा मुकाबला है।

सात मौजूदा सांसदों को छोड़कर, वाईएसआरसीपी ने या तो बाकी को हटा दिया है या उन्हें विधानसभा के लिए टिकट दिया है।

इसी तरह, पार्टी ने 60 से अधिक मौजूदा विधायकों को हटा दिया है या उन्हें लोकसभा चुनाव में उतार दिया है या उनकी विधानसभा सीटें बदल दी हैं।

जगन मोहन रेड्डी ने, जो पुलिवेंदुला विधानसभा क्षेत्र से फिर से चुनाव लड़ रहे हैं, मीडियाकर्मियों से कहा कि उन्हें खुशी है कि वाईएसआरसीपी ने अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति, पिछड़ी जाति और अल्पसंख्यकों को 50 प्रतिशत टिकट आवंटित करके टिकट वितरण में सामाजिक न्याय सुनिश्चित किया है।

उन्होंने इसे आँध्र प्रदेश की राजनीति में एक ऐतिहासिक घटनाक्रम बताया।

पार्टी ने कहा, 200 सीटों (एमएलए प्लस एमपी) में से 50 फीसदी सीटें (84 एमएलए, 16 एमपी) बीसी/एससी/एसटी/अल्पसंख्यक समुदायों को दी गई हैं।

वाईएसआरसीपी संसदीय दल के नेता और राज्यसभा सदस्य वी. विजया साई रेड्डी नेल्लोर से लोकसभा के लिए चुनाव लड़ेंगे।

जगन मोहन रेड्डी ने अपने चाचा और पूर्व मंत्री वाई.एस. विवेकानंद रेड्डी की हत्या के आरोपी कडप्पा से मौजूदा सांसद और अपने चचेरे भाई वाई.एस. अविनाश रेड्डी को दोबारा टिकट दिया है।

केसिनेनी श्रीनिवास (नानी) को, जो 2019 में टीडीपी के टिकट पर विजयवाड़ा से लोकसभा के लिए चुने गए और हाल ही में वाईएसआरसीपी में शामिल हो गए थे, उसी सीट से उम्मीदवार बनाया गया है।

पूर्व मंत्री पी. अनिल कुमार यादव, जो नेल्लोर विधानसभा क्षेत्र का प्रतिनिधित्व कर रहे थे, नरसरावपेट सीट से लोकसभा चुनाव लड़ेंगे।

वरिष्ठ नेता और मंत्री बोत्सा सत्यनारायण की पत्नी बोत्सा झाँसी लक्ष्मी को मौजूदा सांसद एम.वी.वी.सत्यनारायण के स्थान पर विशाखापत्तनम से उम्मीदवार बनाया गया है।

विधानसभा चुनाव के लिए वाईएसआरसीपी ने एससी को 29, एसटी को सात, पिछड़ा वर्ग को 48 और अल्पसंख्यकों को सात टिकट दिए हैं। पार्टी ने 2019 की तुलना में एससी/एसटी/पिछड़ा वर्ग को सात टिकट ज्यादा दिए हैं। महिलाओं की संख्या भी चार बढ़ गई है।

लोकसभा चुनाव के लिए चार एससी, एक एसटी, 10 पिछड़ा वर्ग के उम्मीदवार मैदान में हैं। पाँच महिला उम्मीदवार हैं। 2019 की तुलना में एससी/एसटी/पिछड़ा वर्ग से संबंधित उम्मीदवारों की संख्या चार ज्यादा है। महिलाओं का प्रतिनिधित्व भी एक बढ़ गया है।

वाईएसआरसीपी ने स्थानीय निकायों या जमीनी स्तर के नेताओं को 14 सीटें देकर पार्टी के लिए काम करने वाले कार्यकर्ताओं को मान्यता देने का दावा किया है।

विधायक या सांसद के लिए चुने गए कुल 199 उम्मीदवारों में से 77 प्रतिशत, यानी 153 उम्मीदवार (131 विधायक, 22 सांसद), स्नातक या इससे ऊँची डिग्री रखते हैं। इनमें 58 स्नातकोत्तर और छह डॉक्टरेट हैं। इनमें 17 डॉक्टर, 15 वकील, 34 इंजीनियर, पाँच शिक्षक, दो लोक सेवक, एक रक्षा कर्मी और एक पत्रकार हैं।

आँध्र प्रदेश में 13 मई को विधानसभा और लोकसभा दोनों के चुनाव एक साथ एक ही चरण में होंगे।

–आईएएनएस

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वाईएसआरसीपी के अध्यक्ष और मुख्यमंत्री वाई.एस. जगन मोहन रेड्डी ने कडप्पा जिले के इडुपुलापाया में अपने दिवंगत पिता और पूर्व मुख्यमंत्री वाई.एस. राजशेखर रेड्डी को श्रद्धांजलि देने के बाद उम्मीदवारों के नामों की घोषणा की।

सत्तारूढ़ दल ने केवल अनाकापल्ली लोकसभा सीट के लिए घोषणा को लंबित रखा है।

वाईएसआरसीपी का, जिसने 2019 में 151 विधानसभा और 22 लोकसभा सीटें हासिल की थीं, इस बार टीडीपी-भाजपा-जेएसपी गठबंधन के साथ सीधा मुकाबला है।

सात मौजूदा सांसदों को छोड़कर, वाईएसआरसीपी ने या तो बाकी को हटा दिया है या उन्हें विधानसभा के लिए टिकट दिया है।

इसी तरह, पार्टी ने 60 से अधिक मौजूदा विधायकों को हटा दिया है या उन्हें लोकसभा चुनाव में उतार दिया है या उनकी विधानसभा सीटें बदल दी हैं।

जगन मोहन रेड्डी ने, जो पुलिवेंदुला विधानसभा क्षेत्र से फिर से चुनाव लड़ रहे हैं, मीडियाकर्मियों से कहा कि उन्हें खुशी है कि वाईएसआरसीपी ने अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति, पिछड़ी जाति और अल्पसंख्यकों को 50 प्रतिशत टिकट आवंटित करके टिकट वितरण में सामाजिक न्याय सुनिश्चित किया है।

उन्होंने इसे आँध्र प्रदेश की राजनीति में एक ऐतिहासिक घटनाक्रम बताया।

पार्टी ने कहा, 200 सीटों (एमएलए प्लस एमपी) में से 50 फीसदी सीटें (84 एमएलए, 16 एमपी) बीसी/एससी/एसटी/अल्पसंख्यक समुदायों को दी गई हैं।

वाईएसआरसीपी संसदीय दल के नेता और राज्यसभा सदस्य वी. विजया साई रेड्डी नेल्लोर से लोकसभा के लिए चुनाव लड़ेंगे।

जगन मोहन रेड्डी ने अपने चाचा और पूर्व मंत्री वाई.एस. विवेकानंद रेड्डी की हत्या के आरोपी कडप्पा से मौजूदा सांसद और अपने चचेरे भाई वाई.एस. अविनाश रेड्डी को दोबारा टिकट दिया है।

केसिनेनी श्रीनिवास (नानी) को, जो 2019 में टीडीपी के टिकट पर विजयवाड़ा से लोकसभा के लिए चुने गए और हाल ही में वाईएसआरसीपी में शामिल हो गए थे, उसी सीट से उम्मीदवार बनाया गया है।

पूर्व मंत्री पी. अनिल कुमार यादव, जो नेल्लोर विधानसभा क्षेत्र का प्रतिनिधित्व कर रहे थे, नरसरावपेट सीट से लोकसभा चुनाव लड़ेंगे।

वरिष्ठ नेता और मंत्री बोत्सा सत्यनारायण की पत्नी बोत्सा झाँसी लक्ष्मी को मौजूदा सांसद एम.वी.वी.सत्यनारायण के स्थान पर विशाखापत्तनम से उम्मीदवार बनाया गया है।

विधानसभा चुनाव के लिए वाईएसआरसीपी ने एससी को 29, एसटी को सात, पिछड़ा वर्ग को 48 और अल्पसंख्यकों को सात टिकट दिए हैं। पार्टी ने 2019 की तुलना में एससी/एसटी/पिछड़ा वर्ग को सात टिकट ज्यादा दिए हैं। महिलाओं की संख्या भी चार बढ़ गई है।

लोकसभा चुनाव के लिए चार एससी, एक एसटी, 10 पिछड़ा वर्ग के उम्मीदवार मैदान में हैं। पाँच महिला उम्मीदवार हैं। 2019 की तुलना में एससी/एसटी/पिछड़ा वर्ग से संबंधित उम्मीदवारों की संख्या चार ज्यादा है। महिलाओं का प्रतिनिधित्व भी एक बढ़ गया है।

वाईएसआरसीपी ने स्थानीय निकायों या जमीनी स्तर के नेताओं को 14 सीटें देकर पार्टी के लिए काम करने वाले कार्यकर्ताओं को मान्यता देने का दावा किया है।

विधायक या सांसद के लिए चुने गए कुल 199 उम्मीदवारों में से 77 प्रतिशत, यानी 153 उम्मीदवार (131 विधायक, 22 सांसद), स्नातक या इससे ऊँची डिग्री रखते हैं। इनमें 58 स्नातकोत्तर और छह डॉक्टरेट हैं। इनमें 17 डॉक्टर, 15 वकील, 34 इंजीनियर, पाँच शिक्षक, दो लोक सेवक, एक रक्षा कर्मी और एक पत्रकार हैं।

आँध्र प्रदेश में 13 मई को विधानसभा और लोकसभा दोनों के चुनाव एक साथ एक ही चरण में होंगे।

–आईएएनएस

एकेजे/

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अमरावती, 16 मार्च (आईएएनएस)। वाईएसआर कांग्रेस पार्टी (वाईएसआरसीपी) ने शनिवार को आंध्र प्रदेश की सभी 175 विधानसभा सीटों और 24 लोकसभा सीटो के लिए उम्मीदवारों की घोषणा कर दी। खास बात यह है कि अधिकांश मौजूदा सांसदों का टिकट कट गया है।

वाईएसआरसीपी के अध्यक्ष और मुख्यमंत्री वाई.एस. जगन मोहन रेड्डी ने कडप्पा जिले के इडुपुलापाया में अपने दिवंगत पिता और पूर्व मुख्यमंत्री वाई.एस. राजशेखर रेड्डी को श्रद्धांजलि देने के बाद उम्मीदवारों के नामों की घोषणा की।

सत्तारूढ़ दल ने केवल अनाकापल्ली लोकसभा सीट के लिए घोषणा को लंबित रखा है।

वाईएसआरसीपी का, जिसने 2019 में 151 विधानसभा और 22 लोकसभा सीटें हासिल की थीं, इस बार टीडीपी-भाजपा-जेएसपी गठबंधन के साथ सीधा मुकाबला है।

सात मौजूदा सांसदों को छोड़कर, वाईएसआरसीपी ने या तो बाकी को हटा दिया है या उन्हें विधानसभा के लिए टिकट दिया है।

इसी तरह, पार्टी ने 60 से अधिक मौजूदा विधायकों को हटा दिया है या उन्हें लोकसभा चुनाव में उतार दिया है या उनकी विधानसभा सीटें बदल दी हैं।

जगन मोहन रेड्डी ने, जो पुलिवेंदुला विधानसभा क्षेत्र से फिर से चुनाव लड़ रहे हैं, मीडियाकर्मियों से कहा कि उन्हें खुशी है कि वाईएसआरसीपी ने अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति, पिछड़ी जाति और अल्पसंख्यकों को 50 प्रतिशत टिकट आवंटित करके टिकट वितरण में सामाजिक न्याय सुनिश्चित किया है।

उन्होंने इसे आँध्र प्रदेश की राजनीति में एक ऐतिहासिक घटनाक्रम बताया।

पार्टी ने कहा, 200 सीटों (एमएलए प्लस एमपी) में से 50 फीसदी सीटें (84 एमएलए, 16 एमपी) बीसी/एससी/एसटी/अल्पसंख्यक समुदायों को दी गई हैं।

वाईएसआरसीपी संसदीय दल के नेता और राज्यसभा सदस्य वी. विजया साई रेड्डी नेल्लोर से लोकसभा के लिए चुनाव लड़ेंगे।

जगन मोहन रेड्डी ने अपने चाचा और पूर्व मंत्री वाई.एस. विवेकानंद रेड्डी की हत्या के आरोपी कडप्पा से मौजूदा सांसद और अपने चचेरे भाई वाई.एस. अविनाश रेड्डी को दोबारा टिकट दिया है।

केसिनेनी श्रीनिवास (नानी) को, जो 2019 में टीडीपी के टिकट पर विजयवाड़ा से लोकसभा के लिए चुने गए और हाल ही में वाईएसआरसीपी में शामिल हो गए थे, उसी सीट से उम्मीदवार बनाया गया है।

पूर्व मंत्री पी. अनिल कुमार यादव, जो नेल्लोर विधानसभा क्षेत्र का प्रतिनिधित्व कर रहे थे, नरसरावपेट सीट से लोकसभा चुनाव लड़ेंगे।

वरिष्ठ नेता और मंत्री बोत्सा सत्यनारायण की पत्नी बोत्सा झाँसी लक्ष्मी को मौजूदा सांसद एम.वी.वी.सत्यनारायण के स्थान पर विशाखापत्तनम से उम्मीदवार बनाया गया है।

विधानसभा चुनाव के लिए वाईएसआरसीपी ने एससी को 29, एसटी को सात, पिछड़ा वर्ग को 48 और अल्पसंख्यकों को सात टिकट दिए हैं। पार्टी ने 2019 की तुलना में एससी/एसटी/पिछड़ा वर्ग को सात टिकट ज्यादा दिए हैं। महिलाओं की संख्या भी चार बढ़ गई है।

लोकसभा चुनाव के लिए चार एससी, एक एसटी, 10 पिछड़ा वर्ग के उम्मीदवार मैदान में हैं। पाँच महिला उम्मीदवार हैं। 2019 की तुलना में एससी/एसटी/पिछड़ा वर्ग से संबंधित उम्मीदवारों की संख्या चार ज्यादा है। महिलाओं का प्रतिनिधित्व भी एक बढ़ गया है।

वाईएसआरसीपी ने स्थानीय निकायों या जमीनी स्तर के नेताओं को 14 सीटें देकर पार्टी के लिए काम करने वाले कार्यकर्ताओं को मान्यता देने का दावा किया है।

विधायक या सांसद के लिए चुने गए कुल 199 उम्मीदवारों में से 77 प्रतिशत, यानी 153 उम्मीदवार (131 विधायक, 22 सांसद), स्नातक या इससे ऊँची डिग्री रखते हैं। इनमें 58 स्नातकोत्तर और छह डॉक्टरेट हैं। इनमें 17 डॉक्टर, 15 वकील, 34 इंजीनियर, पाँच शिक्षक, दो लोक सेवक, एक रक्षा कर्मी और एक पत्रकार हैं।

आँध्र प्रदेश में 13 मई को विधानसभा और लोकसभा दोनों के चुनाव एक साथ एक ही चरण में होंगे।

–आईएएनएस

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अमरावती, 16 मार्च (आईएएनएस)। वाईएसआर कांग्रेस पार्टी (वाईएसआरसीपी) ने शनिवार को आंध्र प्रदेश की सभी 175 विधानसभा सीटों और 24 लोकसभा सीटो के लिए उम्मीदवारों की घोषणा कर दी। खास बात यह है कि अधिकांश मौजूदा सांसदों का टिकट कट गया है।

वाईएसआरसीपी के अध्यक्ष और मुख्यमंत्री वाई.एस. जगन मोहन रेड्डी ने कडप्पा जिले के इडुपुलापाया में अपने दिवंगत पिता और पूर्व मुख्यमंत्री वाई.एस. राजशेखर रेड्डी को श्रद्धांजलि देने के बाद उम्मीदवारों के नामों की घोषणा की।

सत्तारूढ़ दल ने केवल अनाकापल्ली लोकसभा सीट के लिए घोषणा को लंबित रखा है।

वाईएसआरसीपी का, जिसने 2019 में 151 विधानसभा और 22 लोकसभा सीटें हासिल की थीं, इस बार टीडीपी-भाजपा-जेएसपी गठबंधन के साथ सीधा मुकाबला है।

सात मौजूदा सांसदों को छोड़कर, वाईएसआरसीपी ने या तो बाकी को हटा दिया है या उन्हें विधानसभा के लिए टिकट दिया है।

इसी तरह, पार्टी ने 60 से अधिक मौजूदा विधायकों को हटा दिया है या उन्हें लोकसभा चुनाव में उतार दिया है या उनकी विधानसभा सीटें बदल दी हैं।

जगन मोहन रेड्डी ने, जो पुलिवेंदुला विधानसभा क्षेत्र से फिर से चुनाव लड़ रहे हैं, मीडियाकर्मियों से कहा कि उन्हें खुशी है कि वाईएसआरसीपी ने अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति, पिछड़ी जाति और अल्पसंख्यकों को 50 प्रतिशत टिकट आवंटित करके टिकट वितरण में सामाजिक न्याय सुनिश्चित किया है।

उन्होंने इसे आँध्र प्रदेश की राजनीति में एक ऐतिहासिक घटनाक्रम बताया।

पार्टी ने कहा, 200 सीटों (एमएलए प्लस एमपी) में से 50 फीसदी सीटें (84 एमएलए, 16 एमपी) बीसी/एससी/एसटी/अल्पसंख्यक समुदायों को दी गई हैं।

वाईएसआरसीपी संसदीय दल के नेता और राज्यसभा सदस्य वी. विजया साई रेड्डी नेल्लोर से लोकसभा के लिए चुनाव लड़ेंगे।

जगन मोहन रेड्डी ने अपने चाचा और पूर्व मंत्री वाई.एस. विवेकानंद रेड्डी की हत्या के आरोपी कडप्पा से मौजूदा सांसद और अपने चचेरे भाई वाई.एस. अविनाश रेड्डी को दोबारा टिकट दिया है।

केसिनेनी श्रीनिवास (नानी) को, जो 2019 में टीडीपी के टिकट पर विजयवाड़ा से लोकसभा के लिए चुने गए और हाल ही में वाईएसआरसीपी में शामिल हो गए थे, उसी सीट से उम्मीदवार बनाया गया है।

पूर्व मंत्री पी. अनिल कुमार यादव, जो नेल्लोर विधानसभा क्षेत्र का प्रतिनिधित्व कर रहे थे, नरसरावपेट सीट से लोकसभा चुनाव लड़ेंगे।

वरिष्ठ नेता और मंत्री बोत्सा सत्यनारायण की पत्नी बोत्सा झाँसी लक्ष्मी को मौजूदा सांसद एम.वी.वी.सत्यनारायण के स्थान पर विशाखापत्तनम से उम्मीदवार बनाया गया है।

विधानसभा चुनाव के लिए वाईएसआरसीपी ने एससी को 29, एसटी को सात, पिछड़ा वर्ग को 48 और अल्पसंख्यकों को सात टिकट दिए हैं। पार्टी ने 2019 की तुलना में एससी/एसटी/पिछड़ा वर्ग को सात टिकट ज्यादा दिए हैं। महिलाओं की संख्या भी चार बढ़ गई है।

लोकसभा चुनाव के लिए चार एससी, एक एसटी, 10 पिछड़ा वर्ग के उम्मीदवार मैदान में हैं। पाँच महिला उम्मीदवार हैं। 2019 की तुलना में एससी/एसटी/पिछड़ा वर्ग से संबंधित उम्मीदवारों की संख्या चार ज्यादा है। महिलाओं का प्रतिनिधित्व भी एक बढ़ गया है।

वाईएसआरसीपी ने स्थानीय निकायों या जमीनी स्तर के नेताओं को 14 सीटें देकर पार्टी के लिए काम करने वाले कार्यकर्ताओं को मान्यता देने का दावा किया है।

विधायक या सांसद के लिए चुने गए कुल 199 उम्मीदवारों में से 77 प्रतिशत, यानी 153 उम्मीदवार (131 विधायक, 22 सांसद), स्नातक या इससे ऊँची डिग्री रखते हैं। इनमें 58 स्नातकोत्तर और छह डॉक्टरेट हैं। इनमें 17 डॉक्टर, 15 वकील, 34 इंजीनियर, पाँच शिक्षक, दो लोक सेवक, एक रक्षा कर्मी और एक पत्रकार हैं।

आँध्र प्रदेश में 13 मई को विधानसभा और लोकसभा दोनों के चुनाव एक साथ एक ही चरण में होंगे।

–आईएएनएस

एकेजे/

अमरावती, 16 मार्च (आईएएनएस)। वाईएसआर कांग्रेस पार्टी (वाईएसआरसीपी) ने शनिवार को आंध्र प्रदेश की सभी 175 विधानसभा सीटों और 24 लोकसभा सीटो के लिए उम्मीदवारों की घोषणा कर दी। खास बात यह है कि अधिकांश मौजूदा सांसदों का टिकट कट गया है।

वाईएसआरसीपी के अध्यक्ष और मुख्यमंत्री वाई.एस. जगन मोहन रेड्डी ने कडप्पा जिले के इडुपुलापाया में अपने दिवंगत पिता और पूर्व मुख्यमंत्री वाई.एस. राजशेखर रेड्डी को श्रद्धांजलि देने के बाद उम्मीदवारों के नामों की घोषणा की।

सत्तारूढ़ दल ने केवल अनाकापल्ली लोकसभा सीट के लिए घोषणा को लंबित रखा है।

वाईएसआरसीपी का, जिसने 2019 में 151 विधानसभा और 22 लोकसभा सीटें हासिल की थीं, इस बार टीडीपी-भाजपा-जेएसपी गठबंधन के साथ सीधा मुकाबला है।

सात मौजूदा सांसदों को छोड़कर, वाईएसआरसीपी ने या तो बाकी को हटा दिया है या उन्हें विधानसभा के लिए टिकट दिया है।

इसी तरह, पार्टी ने 60 से अधिक मौजूदा विधायकों को हटा दिया है या उन्हें लोकसभा चुनाव में उतार दिया है या उनकी विधानसभा सीटें बदल दी हैं।

जगन मोहन रेड्डी ने, जो पुलिवेंदुला विधानसभा क्षेत्र से फिर से चुनाव लड़ रहे हैं, मीडियाकर्मियों से कहा कि उन्हें खुशी है कि वाईएसआरसीपी ने अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति, पिछड़ी जाति और अल्पसंख्यकों को 50 प्रतिशत टिकट आवंटित करके टिकट वितरण में सामाजिक न्याय सुनिश्चित किया है।

उन्होंने इसे आँध्र प्रदेश की राजनीति में एक ऐतिहासिक घटनाक्रम बताया।

पार्टी ने कहा, 200 सीटों (एमएलए प्लस एमपी) में से 50 फीसदी सीटें (84 एमएलए, 16 एमपी) बीसी/एससी/एसटी/अल्पसंख्यक समुदायों को दी गई हैं।

वाईएसआरसीपी संसदीय दल के नेता और राज्यसभा सदस्य वी. विजया साई रेड्डी नेल्लोर से लोकसभा के लिए चुनाव लड़ेंगे।

जगन मोहन रेड्डी ने अपने चाचा और पूर्व मंत्री वाई.एस. विवेकानंद रेड्डी की हत्या के आरोपी कडप्पा से मौजूदा सांसद और अपने चचेरे भाई वाई.एस. अविनाश रेड्डी को दोबारा टिकट दिया है।

केसिनेनी श्रीनिवास (नानी) को, जो 2019 में टीडीपी के टिकट पर विजयवाड़ा से लोकसभा के लिए चुने गए और हाल ही में वाईएसआरसीपी में शामिल हो गए थे, उसी सीट से उम्मीदवार बनाया गया है।

पूर्व मंत्री पी. अनिल कुमार यादव, जो नेल्लोर विधानसभा क्षेत्र का प्रतिनिधित्व कर रहे थे, नरसरावपेट सीट से लोकसभा चुनाव लड़ेंगे।

वरिष्ठ नेता और मंत्री बोत्सा सत्यनारायण की पत्नी बोत्सा झाँसी लक्ष्मी को मौजूदा सांसद एम.वी.वी.सत्यनारायण के स्थान पर विशाखापत्तनम से उम्मीदवार बनाया गया है।

विधानसभा चुनाव के लिए वाईएसआरसीपी ने एससी को 29, एसटी को सात, पिछड़ा वर्ग को 48 और अल्पसंख्यकों को सात टिकट दिए हैं। पार्टी ने 2019 की तुलना में एससी/एसटी/पिछड़ा वर्ग को सात टिकट ज्यादा दिए हैं। महिलाओं की संख्या भी चार बढ़ गई है।

लोकसभा चुनाव के लिए चार एससी, एक एसटी, 10 पिछड़ा वर्ग के उम्मीदवार मैदान में हैं। पाँच महिला उम्मीदवार हैं। 2019 की तुलना में एससी/एसटी/पिछड़ा वर्ग से संबंधित उम्मीदवारों की संख्या चार ज्यादा है। महिलाओं का प्रतिनिधित्व भी एक बढ़ गया है।

वाईएसआरसीपी ने स्थानीय निकायों या जमीनी स्तर के नेताओं को 14 सीटें देकर पार्टी के लिए काम करने वाले कार्यकर्ताओं को मान्यता देने का दावा किया है।

विधायक या सांसद के लिए चुने गए कुल 199 उम्मीदवारों में से 77 प्रतिशत, यानी 153 उम्मीदवार (131 विधायक, 22 सांसद), स्नातक या इससे ऊँची डिग्री रखते हैं। इनमें 58 स्नातकोत्तर और छह डॉक्टरेट हैं। इनमें 17 डॉक्टर, 15 वकील, 34 इंजीनियर, पाँच शिक्षक, दो लोक सेवक, एक रक्षा कर्मी और एक पत्रकार हैं।

आँध्र प्रदेश में 13 मई को विधानसभा और लोकसभा दोनों के चुनाव एक साथ एक ही चरण में होंगे।

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अमरावती, 16 मार्च (आईएएनएस)। वाईएसआर कांग्रेस पार्टी (वाईएसआरसीपी) ने शनिवार को आंध्र प्रदेश की सभी 175 विधानसभा सीटों और 24 लोकसभा सीटो के लिए उम्मीदवारों की घोषणा कर दी। खास बात यह है कि अधिकांश मौजूदा सांसदों का टिकट कट गया है।

वाईएसआरसीपी के अध्यक्ष और मुख्यमंत्री वाई.एस. जगन मोहन रेड्डी ने कडप्पा जिले के इडुपुलापाया में अपने दिवंगत पिता और पूर्व मुख्यमंत्री वाई.एस. राजशेखर रेड्डी को श्रद्धांजलि देने के बाद उम्मीदवारों के नामों की घोषणा की।

सत्तारूढ़ दल ने केवल अनाकापल्ली लोकसभा सीट के लिए घोषणा को लंबित रखा है।

वाईएसआरसीपी का, जिसने 2019 में 151 विधानसभा और 22 लोकसभा सीटें हासिल की थीं, इस बार टीडीपी-भाजपा-जेएसपी गठबंधन के साथ सीधा मुकाबला है।

सात मौजूदा सांसदों को छोड़कर, वाईएसआरसीपी ने या तो बाकी को हटा दिया है या उन्हें विधानसभा के लिए टिकट दिया है।

इसी तरह, पार्टी ने 60 से अधिक मौजूदा विधायकों को हटा दिया है या उन्हें लोकसभा चुनाव में उतार दिया है या उनकी विधानसभा सीटें बदल दी हैं।

जगन मोहन रेड्डी ने, जो पुलिवेंदुला विधानसभा क्षेत्र से फिर से चुनाव लड़ रहे हैं, मीडियाकर्मियों से कहा कि उन्हें खुशी है कि वाईएसआरसीपी ने अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति, पिछड़ी जाति और अल्पसंख्यकों को 50 प्रतिशत टिकट आवंटित करके टिकट वितरण में सामाजिक न्याय सुनिश्चित किया है।

उन्होंने इसे आँध्र प्रदेश की राजनीति में एक ऐतिहासिक घटनाक्रम बताया।

पार्टी ने कहा, 200 सीटों (एमएलए प्लस एमपी) में से 50 फीसदी सीटें (84 एमएलए, 16 एमपी) बीसी/एससी/एसटी/अल्पसंख्यक समुदायों को दी गई हैं।

वाईएसआरसीपी संसदीय दल के नेता और राज्यसभा सदस्य वी. विजया साई रेड्डी नेल्लोर से लोकसभा के लिए चुनाव लड़ेंगे।

जगन मोहन रेड्डी ने अपने चाचा और पूर्व मंत्री वाई.एस. विवेकानंद रेड्डी की हत्या के आरोपी कडप्पा से मौजूदा सांसद और अपने चचेरे भाई वाई.एस. अविनाश रेड्डी को दोबारा टिकट दिया है।

केसिनेनी श्रीनिवास (नानी) को, जो 2019 में टीडीपी के टिकट पर विजयवाड़ा से लोकसभा के लिए चुने गए और हाल ही में वाईएसआरसीपी में शामिल हो गए थे, उसी सीट से उम्मीदवार बनाया गया है।

पूर्व मंत्री पी. अनिल कुमार यादव, जो नेल्लोर विधानसभा क्षेत्र का प्रतिनिधित्व कर रहे थे, नरसरावपेट सीट से लोकसभा चुनाव लड़ेंगे।

वरिष्ठ नेता और मंत्री बोत्सा सत्यनारायण की पत्नी बोत्सा झाँसी लक्ष्मी को मौजूदा सांसद एम.वी.वी.सत्यनारायण के स्थान पर विशाखापत्तनम से उम्मीदवार बनाया गया है।

विधानसभा चुनाव के लिए वाईएसआरसीपी ने एससी को 29, एसटी को सात, पिछड़ा वर्ग को 48 और अल्पसंख्यकों को सात टिकट दिए हैं। पार्टी ने 2019 की तुलना में एससी/एसटी/पिछड़ा वर्ग को सात टिकट ज्यादा दिए हैं। महिलाओं की संख्या भी चार बढ़ गई है।

लोकसभा चुनाव के लिए चार एससी, एक एसटी, 10 पिछड़ा वर्ग के उम्मीदवार मैदान में हैं। पाँच महिला उम्मीदवार हैं। 2019 की तुलना में एससी/एसटी/पिछड़ा वर्ग से संबंधित उम्मीदवारों की संख्या चार ज्यादा है। महिलाओं का प्रतिनिधित्व भी एक बढ़ गया है।

वाईएसआरसीपी ने स्थानीय निकायों या जमीनी स्तर के नेताओं को 14 सीटें देकर पार्टी के लिए काम करने वाले कार्यकर्ताओं को मान्यता देने का दावा किया है।

विधायक या सांसद के लिए चुने गए कुल 199 उम्मीदवारों में से 77 प्रतिशत, यानी 153 उम्मीदवार (131 विधायक, 22 सांसद), स्नातक या इससे ऊँची डिग्री रखते हैं। इनमें 58 स्नातकोत्तर और छह डॉक्टरेट हैं। इनमें 17 डॉक्टर, 15 वकील, 34 इंजीनियर, पाँच शिक्षक, दो लोक सेवक, एक रक्षा कर्मी और एक पत्रकार हैं।

आँध्र प्रदेश में 13 मई को विधानसभा और लोकसभा दोनों के चुनाव एक साथ एक ही चरण में होंगे।

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अमरावती, 16 मार्च (आईएएनएस)। वाईएसआर कांग्रेस पार्टी (वाईएसआरसीपी) ने शनिवार को आंध्र प्रदेश की सभी 175 विधानसभा सीटों और 24 लोकसभा सीटो के लिए उम्मीदवारों की घोषणा कर दी। खास बात यह है कि अधिकांश मौजूदा सांसदों का टिकट कट गया है।

वाईएसआरसीपी के अध्यक्ष और मुख्यमंत्री वाई.एस. जगन मोहन रेड्डी ने कडप्पा जिले के इडुपुलापाया में अपने दिवंगत पिता और पूर्व मुख्यमंत्री वाई.एस. राजशेखर रेड्डी को श्रद्धांजलि देने के बाद उम्मीदवारों के नामों की घोषणा की।

सत्तारूढ़ दल ने केवल अनाकापल्ली लोकसभा सीट के लिए घोषणा को लंबित रखा है।

वाईएसआरसीपी का, जिसने 2019 में 151 विधानसभा और 22 लोकसभा सीटें हासिल की थीं, इस बार टीडीपी-भाजपा-जेएसपी गठबंधन के साथ सीधा मुकाबला है।

सात मौजूदा सांसदों को छोड़कर, वाईएसआरसीपी ने या तो बाकी को हटा दिया है या उन्हें विधानसभा के लिए टिकट दिया है।

इसी तरह, पार्टी ने 60 से अधिक मौजूदा विधायकों को हटा दिया है या उन्हें लोकसभा चुनाव में उतार दिया है या उनकी विधानसभा सीटें बदल दी हैं।

जगन मोहन रेड्डी ने, जो पुलिवेंदुला विधानसभा क्षेत्र से फिर से चुनाव लड़ रहे हैं, मीडियाकर्मियों से कहा कि उन्हें खुशी है कि वाईएसआरसीपी ने अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति, पिछड़ी जाति और अल्पसंख्यकों को 50 प्रतिशत टिकट आवंटित करके टिकट वितरण में सामाजिक न्याय सुनिश्चित किया है।

उन्होंने इसे आँध्र प्रदेश की राजनीति में एक ऐतिहासिक घटनाक्रम बताया।

पार्टी ने कहा, 200 सीटों (एमएलए प्लस एमपी) में से 50 फीसदी सीटें (84 एमएलए, 16 एमपी) बीसी/एससी/एसटी/अल्पसंख्यक समुदायों को दी गई हैं।

वाईएसआरसीपी संसदीय दल के नेता और राज्यसभा सदस्य वी. विजया साई रेड्डी नेल्लोर से लोकसभा के लिए चुनाव लड़ेंगे।

जगन मोहन रेड्डी ने अपने चाचा और पूर्व मंत्री वाई.एस. विवेकानंद रेड्डी की हत्या के आरोपी कडप्पा से मौजूदा सांसद और अपने चचेरे भाई वाई.एस. अविनाश रेड्डी को दोबारा टिकट दिया है।

केसिनेनी श्रीनिवास (नानी) को, जो 2019 में टीडीपी के टिकट पर विजयवाड़ा से लोकसभा के लिए चुने गए और हाल ही में वाईएसआरसीपी में शामिल हो गए थे, उसी सीट से उम्मीदवार बनाया गया है।

पूर्व मंत्री पी. अनिल कुमार यादव, जो नेल्लोर विधानसभा क्षेत्र का प्रतिनिधित्व कर रहे थे, नरसरावपेट सीट से लोकसभा चुनाव लड़ेंगे।

वरिष्ठ नेता और मंत्री बोत्सा सत्यनारायण की पत्नी बोत्सा झाँसी लक्ष्मी को मौजूदा सांसद एम.वी.वी.सत्यनारायण के स्थान पर विशाखापत्तनम से उम्मीदवार बनाया गया है।

विधानसभा चुनाव के लिए वाईएसआरसीपी ने एससी को 29, एसटी को सात, पिछड़ा वर्ग को 48 और अल्पसंख्यकों को सात टिकट दिए हैं। पार्टी ने 2019 की तुलना में एससी/एसटी/पिछड़ा वर्ग को सात टिकट ज्यादा दिए हैं। महिलाओं की संख्या भी चार बढ़ गई है।

लोकसभा चुनाव के लिए चार एससी, एक एसटी, 10 पिछड़ा वर्ग के उम्मीदवार मैदान में हैं। पाँच महिला उम्मीदवार हैं। 2019 की तुलना में एससी/एसटी/पिछड़ा वर्ग से संबंधित उम्मीदवारों की संख्या चार ज्यादा है। महिलाओं का प्रतिनिधित्व भी एक बढ़ गया है।

वाईएसआरसीपी ने स्थानीय निकायों या जमीनी स्तर के नेताओं को 14 सीटें देकर पार्टी के लिए काम करने वाले कार्यकर्ताओं को मान्यता देने का दावा किया है।

विधायक या सांसद के लिए चुने गए कुल 199 उम्मीदवारों में से 77 प्रतिशत, यानी 153 उम्मीदवार (131 विधायक, 22 सांसद), स्नातक या इससे ऊँची डिग्री रखते हैं। इनमें 58 स्नातकोत्तर और छह डॉक्टरेट हैं। इनमें 17 डॉक्टर, 15 वकील, 34 इंजीनियर, पाँच शिक्षक, दो लोक सेवक, एक रक्षा कर्मी और एक पत्रकार हैं।

आँध्र प्रदेश में 13 मई को विधानसभा और लोकसभा दोनों के चुनाव एक साथ एक ही चरण में होंगे।

–आईएएनएस

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अमरावती, 16 मार्च (आईएएनएस)। वाईएसआर कांग्रेस पार्टी (वाईएसआरसीपी) ने शनिवार को आंध्र प्रदेश की सभी 175 विधानसभा सीटों और 24 लोकसभा सीटो के लिए उम्मीदवारों की घोषणा कर दी। खास बात यह है कि अधिकांश मौजूदा सांसदों का टिकट कट गया है।

वाईएसआरसीपी के अध्यक्ष और मुख्यमंत्री वाई.एस. जगन मोहन रेड्डी ने कडप्पा जिले के इडुपुलापाया में अपने दिवंगत पिता और पूर्व मुख्यमंत्री वाई.एस. राजशेखर रेड्डी को श्रद्धांजलि देने के बाद उम्मीदवारों के नामों की घोषणा की।

सत्तारूढ़ दल ने केवल अनाकापल्ली लोकसभा सीट के लिए घोषणा को लंबित रखा है।

वाईएसआरसीपी का, जिसने 2019 में 151 विधानसभा और 22 लोकसभा सीटें हासिल की थीं, इस बार टीडीपी-भाजपा-जेएसपी गठबंधन के साथ सीधा मुकाबला है।

सात मौजूदा सांसदों को छोड़कर, वाईएसआरसीपी ने या तो बाकी को हटा दिया है या उन्हें विधानसभा के लिए टिकट दिया है।

इसी तरह, पार्टी ने 60 से अधिक मौजूदा विधायकों को हटा दिया है या उन्हें लोकसभा चुनाव में उतार दिया है या उनकी विधानसभा सीटें बदल दी हैं।

जगन मोहन रेड्डी ने, जो पुलिवेंदुला विधानसभा क्षेत्र से फिर से चुनाव लड़ रहे हैं, मीडियाकर्मियों से कहा कि उन्हें खुशी है कि वाईएसआरसीपी ने अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति, पिछड़ी जाति और अल्पसंख्यकों को 50 प्रतिशत टिकट आवंटित करके टिकट वितरण में सामाजिक न्याय सुनिश्चित किया है।

उन्होंने इसे आँध्र प्रदेश की राजनीति में एक ऐतिहासिक घटनाक्रम बताया।

पार्टी ने कहा, 200 सीटों (एमएलए प्लस एमपी) में से 50 फीसदी सीटें (84 एमएलए, 16 एमपी) बीसी/एससी/एसटी/अल्पसंख्यक समुदायों को दी गई हैं।

वाईएसआरसीपी संसदीय दल के नेता और राज्यसभा सदस्य वी. विजया साई रेड्डी नेल्लोर से लोकसभा के लिए चुनाव लड़ेंगे।

जगन मोहन रेड्डी ने अपने चाचा और पूर्व मंत्री वाई.एस. विवेकानंद रेड्डी की हत्या के आरोपी कडप्पा से मौजूदा सांसद और अपने चचेरे भाई वाई.एस. अविनाश रेड्डी को दोबारा टिकट दिया है।

केसिनेनी श्रीनिवास (नानी) को, जो 2019 में टीडीपी के टिकट पर विजयवाड़ा से लोकसभा के लिए चुने गए और हाल ही में वाईएसआरसीपी में शामिल हो गए थे, उसी सीट से उम्मीदवार बनाया गया है।

पूर्व मंत्री पी. अनिल कुमार यादव, जो नेल्लोर विधानसभा क्षेत्र का प्रतिनिधित्व कर रहे थे, नरसरावपेट सीट से लोकसभा चुनाव लड़ेंगे।

वरिष्ठ नेता और मंत्री बोत्सा सत्यनारायण की पत्नी बोत्सा झाँसी लक्ष्मी को मौजूदा सांसद एम.वी.वी.सत्यनारायण के स्थान पर विशाखापत्तनम से उम्मीदवार बनाया गया है।

विधानसभा चुनाव के लिए वाईएसआरसीपी ने एससी को 29, एसटी को सात, पिछड़ा वर्ग को 48 और अल्पसंख्यकों को सात टिकट दिए हैं। पार्टी ने 2019 की तुलना में एससी/एसटी/पिछड़ा वर्ग को सात टिकट ज्यादा दिए हैं। महिलाओं की संख्या भी चार बढ़ गई है।

लोकसभा चुनाव के लिए चार एससी, एक एसटी, 10 पिछड़ा वर्ग के उम्मीदवार मैदान में हैं। पाँच महिला उम्मीदवार हैं। 2019 की तुलना में एससी/एसटी/पिछड़ा वर्ग से संबंधित उम्मीदवारों की संख्या चार ज्यादा है। महिलाओं का प्रतिनिधित्व भी एक बढ़ गया है।

वाईएसआरसीपी ने स्थानीय निकायों या जमीनी स्तर के नेताओं को 14 सीटें देकर पार्टी के लिए काम करने वाले कार्यकर्ताओं को मान्यता देने का दावा किया है।

विधायक या सांसद के लिए चुने गए कुल 199 उम्मीदवारों में से 77 प्रतिशत, यानी 153 उम्मीदवार (131 विधायक, 22 सांसद), स्नातक या इससे ऊँची डिग्री रखते हैं। इनमें 58 स्नातकोत्तर और छह डॉक्टरेट हैं। इनमें 17 डॉक्टर, 15 वकील, 34 इंजीनियर, पाँच शिक्षक, दो लोक सेवक, एक रक्षा कर्मी और एक पत्रकार हैं।

आँध्र प्रदेश में 13 मई को विधानसभा और लोकसभा दोनों के चुनाव एक साथ एक ही चरण में होंगे।

–आईएएनएस

एकेजे/

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अमरावती, 16 मार्च (आईएएनएस)। वाईएसआर कांग्रेस पार्टी (वाईएसआरसीपी) ने शनिवार को आंध्र प्रदेश की सभी 175 विधानसभा सीटों और 24 लोकसभा सीटो के लिए उम्मीदवारों की घोषणा कर दी। खास बात यह है कि अधिकांश मौजूदा सांसदों का टिकट कट गया है।

वाईएसआरसीपी के अध्यक्ष और मुख्यमंत्री वाई.एस. जगन मोहन रेड्डी ने कडप्पा जिले के इडुपुलापाया में अपने दिवंगत पिता और पूर्व मुख्यमंत्री वाई.एस. राजशेखर रेड्डी को श्रद्धांजलि देने के बाद उम्मीदवारों के नामों की घोषणा की।

सत्तारूढ़ दल ने केवल अनाकापल्ली लोकसभा सीट के लिए घोषणा को लंबित रखा है।

वाईएसआरसीपी का, जिसने 2019 में 151 विधानसभा और 22 लोकसभा सीटें हासिल की थीं, इस बार टीडीपी-भाजपा-जेएसपी गठबंधन के साथ सीधा मुकाबला है।

सात मौजूदा सांसदों को छोड़कर, वाईएसआरसीपी ने या तो बाकी को हटा दिया है या उन्हें विधानसभा के लिए टिकट दिया है।

इसी तरह, पार्टी ने 60 से अधिक मौजूदा विधायकों को हटा दिया है या उन्हें लोकसभा चुनाव में उतार दिया है या उनकी विधानसभा सीटें बदल दी हैं।

जगन मोहन रेड्डी ने, जो पुलिवेंदुला विधानसभा क्षेत्र से फिर से चुनाव लड़ रहे हैं, मीडियाकर्मियों से कहा कि उन्हें खुशी है कि वाईएसआरसीपी ने अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति, पिछड़ी जाति और अल्पसंख्यकों को 50 प्रतिशत टिकट आवंटित करके टिकट वितरण में सामाजिक न्याय सुनिश्चित किया है।

उन्होंने इसे आँध्र प्रदेश की राजनीति में एक ऐतिहासिक घटनाक्रम बताया।

पार्टी ने कहा, 200 सीटों (एमएलए प्लस एमपी) में से 50 फीसदी सीटें (84 एमएलए, 16 एमपी) बीसी/एससी/एसटी/अल्पसंख्यक समुदायों को दी गई हैं।

वाईएसआरसीपी संसदीय दल के नेता और राज्यसभा सदस्य वी. विजया साई रेड्डी नेल्लोर से लोकसभा के लिए चुनाव लड़ेंगे।

जगन मोहन रेड्डी ने अपने चाचा और पूर्व मंत्री वाई.एस. विवेकानंद रेड्डी की हत्या के आरोपी कडप्पा से मौजूदा सांसद और अपने चचेरे भाई वाई.एस. अविनाश रेड्डी को दोबारा टिकट दिया है।

केसिनेनी श्रीनिवास (नानी) को, जो 2019 में टीडीपी के टिकट पर विजयवाड़ा से लोकसभा के लिए चुने गए और हाल ही में वाईएसआरसीपी में शामिल हो गए थे, उसी सीट से उम्मीदवार बनाया गया है।

पूर्व मंत्री पी. अनिल कुमार यादव, जो नेल्लोर विधानसभा क्षेत्र का प्रतिनिधित्व कर रहे थे, नरसरावपेट सीट से लोकसभा चुनाव लड़ेंगे।

वरिष्ठ नेता और मंत्री बोत्सा सत्यनारायण की पत्नी बोत्सा झाँसी लक्ष्मी को मौजूदा सांसद एम.वी.वी.सत्यनारायण के स्थान पर विशाखापत्तनम से उम्मीदवार बनाया गया है।

विधानसभा चुनाव के लिए वाईएसआरसीपी ने एससी को 29, एसटी को सात, पिछड़ा वर्ग को 48 और अल्पसंख्यकों को सात टिकट दिए हैं। पार्टी ने 2019 की तुलना में एससी/एसटी/पिछड़ा वर्ग को सात टिकट ज्यादा दिए हैं। महिलाओं की संख्या भी चार बढ़ गई है।

लोकसभा चुनाव के लिए चार एससी, एक एसटी, 10 पिछड़ा वर्ग के उम्मीदवार मैदान में हैं। पाँच महिला उम्मीदवार हैं। 2019 की तुलना में एससी/एसटी/पिछड़ा वर्ग से संबंधित उम्मीदवारों की संख्या चार ज्यादा है। महिलाओं का प्रतिनिधित्व भी एक बढ़ गया है।

वाईएसआरसीपी ने स्थानीय निकायों या जमीनी स्तर के नेताओं को 14 सीटें देकर पार्टी के लिए काम करने वाले कार्यकर्ताओं को मान्यता देने का दावा किया है।

विधायक या सांसद के लिए चुने गए कुल 199 उम्मीदवारों में से 77 प्रतिशत, यानी 153 उम्मीदवार (131 विधायक, 22 सांसद), स्नातक या इससे ऊँची डिग्री रखते हैं। इनमें 58 स्नातकोत्तर और छह डॉक्टरेट हैं। इनमें 17 डॉक्टर, 15 वकील, 34 इंजीनियर, पाँच शिक्षक, दो लोक सेवक, एक रक्षा कर्मी और एक पत्रकार हैं।

आँध्र प्रदेश में 13 मई को विधानसभा और लोकसभा दोनों के चुनाव एक साथ एक ही चरण में होंगे।

–आईएएनएस

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वाईएसआरसीपी के अध्यक्ष और मुख्यमंत्री वाई.एस. जगन मोहन रेड्डी ने कडप्पा जिले के इडुपुलापाया में अपने दिवंगत पिता और पूर्व मुख्यमंत्री वाई.एस. राजशेखर रेड्डी को श्रद्धांजलि देने के बाद उम्मीदवारों के नामों की घोषणा की।

सत्तारूढ़ दल ने केवल अनाकापल्ली लोकसभा सीट के लिए घोषणा को लंबित रखा है।

वाईएसआरसीपी का, जिसने 2019 में 151 विधानसभा और 22 लोकसभा सीटें हासिल की थीं, इस बार टीडीपी-भाजपा-जेएसपी गठबंधन के साथ सीधा मुकाबला है।

सात मौजूदा सांसदों को छोड़कर, वाईएसआरसीपी ने या तो बाकी को हटा दिया है या उन्हें विधानसभा के लिए टिकट दिया है।

इसी तरह, पार्टी ने 60 से अधिक मौजूदा विधायकों को हटा दिया है या उन्हें लोकसभा चुनाव में उतार दिया है या उनकी विधानसभा सीटें बदल दी हैं।

जगन मोहन रेड्डी ने, जो पुलिवेंदुला विधानसभा क्षेत्र से फिर से चुनाव लड़ रहे हैं, मीडियाकर्मियों से कहा कि उन्हें खुशी है कि वाईएसआरसीपी ने अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति, पिछड़ी जाति और अल्पसंख्यकों को 50 प्रतिशत टिकट आवंटित करके टिकट वितरण में सामाजिक न्याय सुनिश्चित किया है।

उन्होंने इसे आँध्र प्रदेश की राजनीति में एक ऐतिहासिक घटनाक्रम बताया।

पार्टी ने कहा, 200 सीटों (एमएलए प्लस एमपी) में से 50 फीसदी सीटें (84 एमएलए, 16 एमपी) बीसी/एससी/एसटी/अल्पसंख्यक समुदायों को दी गई हैं।

वाईएसआरसीपी संसदीय दल के नेता और राज्यसभा सदस्य वी. विजया साई रेड्डी नेल्लोर से लोकसभा के लिए चुनाव लड़ेंगे।

जगन मोहन रेड्डी ने अपने चाचा और पूर्व मंत्री वाई.एस. विवेकानंद रेड्डी की हत्या के आरोपी कडप्पा से मौजूदा सांसद और अपने चचेरे भाई वाई.एस. अविनाश रेड्डी को दोबारा टिकट दिया है।

केसिनेनी श्रीनिवास (नानी) को, जो 2019 में टीडीपी के टिकट पर विजयवाड़ा से लोकसभा के लिए चुने गए और हाल ही में वाईएसआरसीपी में शामिल हो गए थे, उसी सीट से उम्मीदवार बनाया गया है।

पूर्व मंत्री पी. अनिल कुमार यादव, जो नेल्लोर विधानसभा क्षेत्र का प्रतिनिधित्व कर रहे थे, नरसरावपेट सीट से लोकसभा चुनाव लड़ेंगे।

वरिष्ठ नेता और मंत्री बोत्सा सत्यनारायण की पत्नी बोत्सा झाँसी लक्ष्मी को मौजूदा सांसद एम.वी.वी.सत्यनारायण के स्थान पर विशाखापत्तनम से उम्मीदवार बनाया गया है।

विधानसभा चुनाव के लिए वाईएसआरसीपी ने एससी को 29, एसटी को सात, पिछड़ा वर्ग को 48 और अल्पसंख्यकों को सात टिकट दिए हैं। पार्टी ने 2019 की तुलना में एससी/एसटी/पिछड़ा वर्ग को सात टिकट ज्यादा दिए हैं। महिलाओं की संख्या भी चार बढ़ गई है।

लोकसभा चुनाव के लिए चार एससी, एक एसटी, 10 पिछड़ा वर्ग के उम्मीदवार मैदान में हैं। पाँच महिला उम्मीदवार हैं। 2019 की तुलना में एससी/एसटी/पिछड़ा वर्ग से संबंधित उम्मीदवारों की संख्या चार ज्यादा है। महिलाओं का प्रतिनिधित्व भी एक बढ़ गया है।

वाईएसआरसीपी ने स्थानीय निकायों या जमीनी स्तर के नेताओं को 14 सीटें देकर पार्टी के लिए काम करने वाले कार्यकर्ताओं को मान्यता देने का दावा किया है।

विधायक या सांसद के लिए चुने गए कुल 199 उम्मीदवारों में से 77 प्रतिशत, यानी 153 उम्मीदवार (131 विधायक, 22 सांसद), स्नातक या इससे ऊँची डिग्री रखते हैं। इनमें 58 स्नातकोत्तर और छह डॉक्टरेट हैं। इनमें 17 डॉक्टर, 15 वकील, 34 इंजीनियर, पाँच शिक्षक, दो लोक सेवक, एक रक्षा कर्मी और एक पत्रकार हैं।

आँध्र प्रदेश में 13 मई को विधानसभा और लोकसभा दोनों के चुनाव एक साथ एक ही चरण में होंगे।

–आईएएनएस

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वाईएसआरसीपी के अध्यक्ष और मुख्यमंत्री वाई.एस. जगन मोहन रेड्डी ने कडप्पा जिले के इडुपुलापाया में अपने दिवंगत पिता और पूर्व मुख्यमंत्री वाई.एस. राजशेखर रेड्डी को श्रद्धांजलि देने के बाद उम्मीदवारों के नामों की घोषणा की।

सत्तारूढ़ दल ने केवल अनाकापल्ली लोकसभा सीट के लिए घोषणा को लंबित रखा है।

वाईएसआरसीपी का, जिसने 2019 में 151 विधानसभा और 22 लोकसभा सीटें हासिल की थीं, इस बार टीडीपी-भाजपा-जेएसपी गठबंधन के साथ सीधा मुकाबला है।

सात मौजूदा सांसदों को छोड़कर, वाईएसआरसीपी ने या तो बाकी को हटा दिया है या उन्हें विधानसभा के लिए टिकट दिया है।

इसी तरह, पार्टी ने 60 से अधिक मौजूदा विधायकों को हटा दिया है या उन्हें लोकसभा चुनाव में उतार दिया है या उनकी विधानसभा सीटें बदल दी हैं।

जगन मोहन रेड्डी ने, जो पुलिवेंदुला विधानसभा क्षेत्र से फिर से चुनाव लड़ रहे हैं, मीडियाकर्मियों से कहा कि उन्हें खुशी है कि वाईएसआरसीपी ने अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति, पिछड़ी जाति और अल्पसंख्यकों को 50 प्रतिशत टिकट आवंटित करके टिकट वितरण में सामाजिक न्याय सुनिश्चित किया है।

उन्होंने इसे आँध्र प्रदेश की राजनीति में एक ऐतिहासिक घटनाक्रम बताया।

पार्टी ने कहा, 200 सीटों (एमएलए प्लस एमपी) में से 50 फीसदी सीटें (84 एमएलए, 16 एमपी) बीसी/एससी/एसटी/अल्पसंख्यक समुदायों को दी गई हैं।

वाईएसआरसीपी संसदीय दल के नेता और राज्यसभा सदस्य वी. विजया साई रेड्डी नेल्लोर से लोकसभा के लिए चुनाव लड़ेंगे।

जगन मोहन रेड्डी ने अपने चाचा और पूर्व मंत्री वाई.एस. विवेकानंद रेड्डी की हत्या के आरोपी कडप्पा से मौजूदा सांसद और अपने चचेरे भाई वाई.एस. अविनाश रेड्डी को दोबारा टिकट दिया है।

केसिनेनी श्रीनिवास (नानी) को, जो 2019 में टीडीपी के टिकट पर विजयवाड़ा से लोकसभा के लिए चुने गए और हाल ही में वाईएसआरसीपी में शामिल हो गए थे, उसी सीट से उम्मीदवार बनाया गया है।

पूर्व मंत्री पी. अनिल कुमार यादव, जो नेल्लोर विधानसभा क्षेत्र का प्रतिनिधित्व कर रहे थे, नरसरावपेट सीट से लोकसभा चुनाव लड़ेंगे।

वरिष्ठ नेता और मंत्री बोत्सा सत्यनारायण की पत्नी बोत्सा झाँसी लक्ष्मी को मौजूदा सांसद एम.वी.वी.सत्यनारायण के स्थान पर विशाखापत्तनम से उम्मीदवार बनाया गया है।

विधानसभा चुनाव के लिए वाईएसआरसीपी ने एससी को 29, एसटी को सात, पिछड़ा वर्ग को 48 और अल्पसंख्यकों को सात टिकट दिए हैं। पार्टी ने 2019 की तुलना में एससी/एसटी/पिछड़ा वर्ग को सात टिकट ज्यादा दिए हैं। महिलाओं की संख्या भी चार बढ़ गई है।

लोकसभा चुनाव के लिए चार एससी, एक एसटी, 10 पिछड़ा वर्ग के उम्मीदवार मैदान में हैं। पाँच महिला उम्मीदवार हैं। 2019 की तुलना में एससी/एसटी/पिछड़ा वर्ग से संबंधित उम्मीदवारों की संख्या चार ज्यादा है। महिलाओं का प्रतिनिधित्व भी एक बढ़ गया है।

वाईएसआरसीपी ने स्थानीय निकायों या जमीनी स्तर के नेताओं को 14 सीटें देकर पार्टी के लिए काम करने वाले कार्यकर्ताओं को मान्यता देने का दावा किया है।

विधायक या सांसद के लिए चुने गए कुल 199 उम्मीदवारों में से 77 प्रतिशत, यानी 153 उम्मीदवार (131 विधायक, 22 सांसद), स्नातक या इससे ऊँची डिग्री रखते हैं। इनमें 58 स्नातकोत्तर और छह डॉक्टरेट हैं। इनमें 17 डॉक्टर, 15 वकील, 34 इंजीनियर, पाँच शिक्षक, दो लोक सेवक, एक रक्षा कर्मी और एक पत्रकार हैं।

आँध्र प्रदेश में 13 मई को विधानसभा और लोकसभा दोनों के चुनाव एक साथ एक ही चरण में होंगे।

–आईएएनएस

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अमरावती, 16 मार्च (आईएएनएस)। वाईएसआर कांग्रेस पार्टी (वाईएसआरसीपी) ने शनिवार को आंध्र प्रदेश की सभी 175 विधानसभा सीटों और 24 लोकसभा सीटो के लिए उम्मीदवारों की घोषणा कर दी। खास बात यह है कि अधिकांश मौजूदा सांसदों का टिकट कट गया है।

वाईएसआरसीपी के अध्यक्ष और मुख्यमंत्री वाई.एस. जगन मोहन रेड्डी ने कडप्पा जिले के इडुपुलापाया में अपने दिवंगत पिता और पूर्व मुख्यमंत्री वाई.एस. राजशेखर रेड्डी को श्रद्धांजलि देने के बाद उम्मीदवारों के नामों की घोषणा की।

सत्तारूढ़ दल ने केवल अनाकापल्ली लोकसभा सीट के लिए घोषणा को लंबित रखा है।

वाईएसआरसीपी का, जिसने 2019 में 151 विधानसभा और 22 लोकसभा सीटें हासिल की थीं, इस बार टीडीपी-भाजपा-जेएसपी गठबंधन के साथ सीधा मुकाबला है।

सात मौजूदा सांसदों को छोड़कर, वाईएसआरसीपी ने या तो बाकी को हटा दिया है या उन्हें विधानसभा के लिए टिकट दिया है।

इसी तरह, पार्टी ने 60 से अधिक मौजूदा विधायकों को हटा दिया है या उन्हें लोकसभा चुनाव में उतार दिया है या उनकी विधानसभा सीटें बदल दी हैं।

जगन मोहन रेड्डी ने, जो पुलिवेंदुला विधानसभा क्षेत्र से फिर से चुनाव लड़ रहे हैं, मीडियाकर्मियों से कहा कि उन्हें खुशी है कि वाईएसआरसीपी ने अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति, पिछड़ी जाति और अल्पसंख्यकों को 50 प्रतिशत टिकट आवंटित करके टिकट वितरण में सामाजिक न्याय सुनिश्चित किया है।

उन्होंने इसे आँध्र प्रदेश की राजनीति में एक ऐतिहासिक घटनाक्रम बताया।

पार्टी ने कहा, 200 सीटों (एमएलए प्लस एमपी) में से 50 फीसदी सीटें (84 एमएलए, 16 एमपी) बीसी/एससी/एसटी/अल्पसंख्यक समुदायों को दी गई हैं।

वाईएसआरसीपी संसदीय दल के नेता और राज्यसभा सदस्य वी. विजया साई रेड्डी नेल्लोर से लोकसभा के लिए चुनाव लड़ेंगे।

जगन मोहन रेड्डी ने अपने चाचा और पूर्व मंत्री वाई.एस. विवेकानंद रेड्डी की हत्या के आरोपी कडप्पा से मौजूदा सांसद और अपने चचेरे भाई वाई.एस. अविनाश रेड्डी को दोबारा टिकट दिया है।

केसिनेनी श्रीनिवास (नानी) को, जो 2019 में टीडीपी के टिकट पर विजयवाड़ा से लोकसभा के लिए चुने गए और हाल ही में वाईएसआरसीपी में शामिल हो गए थे, उसी सीट से उम्मीदवार बनाया गया है।

पूर्व मंत्री पी. अनिल कुमार यादव, जो नेल्लोर विधानसभा क्षेत्र का प्रतिनिधित्व कर रहे थे, नरसरावपेट सीट से लोकसभा चुनाव लड़ेंगे।

वरिष्ठ नेता और मंत्री बोत्सा सत्यनारायण की पत्नी बोत्सा झाँसी लक्ष्मी को मौजूदा सांसद एम.वी.वी.सत्यनारायण के स्थान पर विशाखापत्तनम से उम्मीदवार बनाया गया है।

विधानसभा चुनाव के लिए वाईएसआरसीपी ने एससी को 29, एसटी को सात, पिछड़ा वर्ग को 48 और अल्पसंख्यकों को सात टिकट दिए हैं। पार्टी ने 2019 की तुलना में एससी/एसटी/पिछड़ा वर्ग को सात टिकट ज्यादा दिए हैं। महिलाओं की संख्या भी चार बढ़ गई है।

लोकसभा चुनाव के लिए चार एससी, एक एसटी, 10 पिछड़ा वर्ग के उम्मीदवार मैदान में हैं। पाँच महिला उम्मीदवार हैं। 2019 की तुलना में एससी/एसटी/पिछड़ा वर्ग से संबंधित उम्मीदवारों की संख्या चार ज्यादा है। महिलाओं का प्रतिनिधित्व भी एक बढ़ गया है।

वाईएसआरसीपी ने स्थानीय निकायों या जमीनी स्तर के नेताओं को 14 सीटें देकर पार्टी के लिए काम करने वाले कार्यकर्ताओं को मान्यता देने का दावा किया है।

विधायक या सांसद के लिए चुने गए कुल 199 उम्मीदवारों में से 77 प्रतिशत, यानी 153 उम्मीदवार (131 विधायक, 22 सांसद), स्नातक या इससे ऊँची डिग्री रखते हैं। इनमें 58 स्नातकोत्तर और छह डॉक्टरेट हैं। इनमें 17 डॉक्टर, 15 वकील, 34 इंजीनियर, पाँच शिक्षक, दो लोक सेवक, एक रक्षा कर्मी और एक पत्रकार हैं।

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