अमरावती, 14 मार्च (आईएएनएस)। आंध्र प्रदेश की सत्तारूढ़ वाईएसआर कांग्रेस नागरिकता संशोधन अधिनियम (सीएए) के मौजूदा प्रारूप के खिलाफ है। पार्टी के एक विधायक ने बुधवार को यह बात कही।
पार्टी विधायक हाफिज खान ने तीन दिन पहले लागू हुए सीएए पर वाईएसआरसीपी की राय बुधवार को दोहराई और मुस्लिम समुदाय की चिंताएं दूर करने के लिए कानून में संशोधन की मांग की।
लोगों की आशंकाओं को दोहराते हुए उन्होंने संवाददाताओं से कहा कि सीएए का मुस्लिम समुदाय पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ेगा और इससे समुदाय में असुरक्षा की भावना पैदा हुई है।
उन्होंने दावा किया, “एनआरसी या एनपीआर में यदि कोई भारतीय मुस्लिम अपनी नागरिकता साबित नहीं कर पाता है, तो उस पर सीएए लागू नहीं होगा। हालांकि, अगर किसी अन्य धर्म के व्यक्ति को भी ऐसी ही स्थिति का सामना करना पड़ता है, तो सीएए लागू होगा और उसे सुरक्षा प्रदान करेगा। आज सिस्टम के भीतर कहीं न कहीं, मुस्लिम समुदाय के भीतर बहुत परेशानी है कि उन्हें एनआरसी/एनपीआर के जरिए निशाना बनाया जा सकता है और सीएए उन्हें बचाने में सक्षम नहीं होगा।”
वाईएसआरसीपी नेता ने कहा कि केंद्र को इस पर फिर से विचार करना चाहिए और सभी को विश्वास में लेना चाहिए।
उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री वाई.एस. जगन मोहन रेड्डी का दृष्टिकोण प्रत्येक नागरिक को सुरक्षा और न्याय प्रदान करने पर केंद्रित है। मुख्यमंत्री और वाईएसआरसीपी लगातार सभी समुदायों को समान रूप से महत्व देने के समर्थन में खड़े हैं। उन्होंने याद दिलाया कि विधानसभा ने पहले ही एक प्रस्ताव पारित कर दिया है कि राज्य सरकार एनआरसी लागू नहीं करेगी।
–आईएएनएस
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