लखनऊ,20 दिसंबर (आईएएनएस)। रिंकू सिंह को 21 दिसंबर से शुरू होने वाले विजय हज़ारे ट्रॉफ़ी टूर्नामेंट के लिए उत्तर प्रदेश की टीम का कप्तान बनाया गया है। उन्होंने भुवनेश्वर कुमार की जगह ली है, जिन्होंने सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफ़ी में टीम की कप्तानी की थी। ऐसा पहली बार होगा कि रिंकू सीनियर स्तर पर राज्य की किसी टीम की कप्तानी करेंगे। इससे पहले उन्होंने मेरठ मैवरिक्स को यूपी टी20 लीग का ख़िताब जिताया था।
रिंकू ने अपनी कप्तानी पर ख़ुशी जाहिर करते हुए कहा “यूपी टी20 लीग में नेतृत्व करना मेरे लिए बड़ा मौक़ा था। इससे मुझे काफ़ी कुछ सीखने को मिला। मैंने यूपी टी20 लीग में गेंदबाज़ी (ऑफ़ स्पिन) भी आज़माई। मौजूदा समय का क्रिकेट एक संपूर्ण खिलाड़ी की मांग करता है – एक ऐसा क्रिकेटर जो बल्लेबाज़ी, गेंदबाज़ी और फ़ील्डिंग तीनों कर सके। अब मैं अपनी गेंदबाज़ी पर भी ध्यान दे रहा हूं। उत्तर प्रदेश के कप्तान के तौर पर मेरी ज़िम्मेदारी बढ़ गई है और मैं इसके लिए पूरी तरह तैयार हूं।”
रिंकू को ऐसे समय में कप्तानी का प्रभार मिला है, जब उनकी आईपीएल टीम कोलकाता नाइट राइडर्स, आईपीएल 2025 सीज़न के लिए कप्तान चुनने पर विचार कर रही है। हालांकि रिंकू ने कहा कि उनका ध्यान फ़िलहाल उत्तर प्रदेश की टीम को विजय हजारे ट्रॉफी जिताने पर है।
उन्होंने कहा, “मैं नए आईपीएल सीज़न में केकेआर की कप्तानी के बारे में ज़्यादा नहीं सोच रहा हूं। मैं अपनी योजनाओं पर ध्यान केंद्रित कर रहा हूं ताकि उत्तर प्रदेश की टीम उस ट्रॉफ़ी को फिर से जीत सके, जो हमने पहली बार 2015-16 में जीती थी।”
यह टूर्नामेंट चयनकर्ताओं को फ़रवरी में होने वाली चैंपियंस ट्रॉफ़ी के लिए भारत की वनडे टीम तय करने में मदद करेगा। रिंकू इस साल विश्व कप के बाद से टी20 अंतर्राष्ट्रीय मैचों में नियमित रूप से भारतीय टीम के सदस्य हैं। उन्होंने अब तक सिर्फ़ दो वनडे मैच खेले हैं। उन्होंने दक्षिण अफ़्रीका में ठीक एक साल पहले अपना वनडे डेब्यू किया था।
रिंकू के लिस्ट-ए आंकड़े बेहद प्रभावशाली हैं। उन्होंने 52 पारियों में 48.69 की औसत और 94.8 के स्ट्राइक रेट से कुल 1899 रन बनाए हैं, जिसमें एक शतक और 17 अर्धशतक शामिल हैं। हालांकि रिंकू इस टूर्नामेंट को अपनी योग्यता साबित करने के मौके के रूप में नहीं देख रहे हैं।
उन्होंने कहा, “मुझे भगवान पर भरोसा है। जब मैंने पिछले साल आईपीएल में लगातार पांच छक्के मारे थे, तब मैंने कभी नहीं सोचा था कि मैं भारतीय टीम का हिस्सा बनूंगा। वह मेरी ज़िंदगी का सबसे बड़ा मोड़ साबित हुआ। आज भी मुझे लगता है कि अगर भगवान ने मेरे लिए कुछ तय किया है, तो मुझे वह ज़रूर मिलेगा, लेकिन इसके लिए मुझे अपनी मेहनत जारी रखनी होगी।”
उत्तर प्रदेश की टीम 21 दिसंबर को जम्मू-कश्मीर के ख़िलाफ़ अपने अभियान की शुरुआत करेगी। इसके बाद उन्हें मिज़ोरम (23 दिसंबर), तमिलनाडु (26 दिसंबर), छत्तीसगढ़ (28 दिसंबर), चंडीगढ़ (31 दिसंबर) और विदर्भ (3 जनवरी) के ख़िलाफ़ मैच खेलने हैं। सभी मुक़ाबले विशाखापट्टनम में खेले जाएंगे।
–आईएएनएस
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