नई दिल्ली, 1 फरवरी (आईएएनएस)। केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण आठवीं बार देश का बजट पेश करेंगी। इस अहम मौके पर वो जो साड़ी पहनती हैं उसमें भारत की मिट्टी महकती है! हाथ से बुने तागों में हुनरमंदों की मेहनत दिखती है। हर साड़ी में एक सशक्त संदेश छिपा रहता है।
2019 में बतौर वित्त मंत्री कमान संभाली तो सुनहरी जरी वाली गुलाबी साड़ी में आईं। ये रंग स्थिरता और गंभीरता को दर्शाता है। स्थिरता जो विकास दर में दिखी और वो जो 2019 में 3.87 फीसदी थी 2023 आते आते छलांग लगाई 7.3 फीसदी तक पहुंच गई।
अगला साल पूरी दुनिया पर भारी था। 2020 का वो दौर महामारी का था। उस समय नई ऊर्जा और सुनहरे भविष्य का संदेश पीले रंग की साड़ी ने दिया। उम्मीद कि भविष्य उजाला लिए होगा।
2021 की साड़ी मंगलमय भविष्य और विकास के तारों में बुनी कहानी कह गई। साहस और मंगल को दर्शाती ऑफ व्हाइट और लाल बॉर्डर वाली साड़ी थी यह!
2022 में पहनी कत्थई रंग की बोमकाई साड़ी। जिसका मतलब स्थिरता और शक्ति से था। इसी साल आर्थिक तौर पर हम और मजबूत बने और दुनिया की पांचवीं बड़ी अर्थव्यवस्था के रूप में अपना नाम अंकित कराया।
2023 का वर्ष खास था इस साल शक्ति, साहस और संकल्प के रंग में रंगी देखीं वित्त मंत्री। इस साल का अंत आते आते फोर्ब्स ने दुनिया की ताकतवर महिलाओं की लिस्ट में नाम शुमार किया। वो 32वें पायदान पर रहीं।
अगले साल दुनिया की ताकतवर महिलाओं में शामिल हो चुकी वित्त मंत्री का स्थिरता के साथ आगे बढ़ने का जज्बा साड़ी के रंग में छलका। 2024 में उन्होंने नीली तसर साड़ी पहनी। जिसने स्थिरता और विकसित भारत 2047 का पाठ पढ़ाया। इसी साल पूर्ण बजट पेश करने के दौरान उन्होंने सफेद रंग की साड़ी पहनी जिसने देश को ये विश्वास दिलाया कि साफगोई और स्पष्टता से बात रखने में वो यकीन रखती हैं। सीतारमण ने सातवें बजट में अपने लुक को बेहद सादा, सहज और साधारण रखा था।
–आईएएनएस
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