नई दिल्ली, 27 जुलाई (आईएएनएस)। केंद्रीय विदेश मंत्री एस जयशंकर ने गुरुवार को राज्य सभा के बाद लोक सभा में भी भारतीय विदेश नीति की सफलता को लेकर स्वतः ही बयान दिया। उनके बयान देने के दौरान भी विपक्षी दलों का हंगामा जारी रहा। इस बीच अधीर रंजन चौधरी लगातार बोलने की कोशिश करते रहे।
विदेश मंत्री के बयान के बाद पीठासीन अधिकारी किरीट प्रेमजी भाई सोलंकी ने चौधरी से कहा कि वे उन्हें बोलने का मौका तभी देंगे जब हाउस आर्डर में होगा। इसके बाद अधीर रंजन चौधरी के कहने पर वेल में हंगामा कर रहे विपक्षी सांसद अपनी-अपनी सीट पर लौट गए।
लेकिन, जैसे ही कांग्रेस नेता चौधरी ने बोलना शुरू किया, केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल ने खड़े होकर विरोध जताते हुए कहा कि यह ठीक नहीं है। इन्होंने विदेश मंत्री को बोलने नहीं दिया, इसलिए वे भी कांग्रेस नेता को बोलने नहीं देंगे। इस बीच पीयूष गोयल ने काले कपड़े को लेकर विपक्षी दलों पर हमला बोलते हुए कहा कि इनका कल भी काला था, आज भी काला है और भविष्य भी काला होगा।
भाजपा सांसद काले कपड़े को लेकर नारेबाजी करने लग गए, विपक्षी सांसद फिर से वेल में आ गए। दोबारा से हंगामा और नारेबाजी शुरू हुई। वेल में नारेबाजी करते कुछ विपक्षी सांसद कागज फाड़ते नजर आए। हंगामा बढ़ने पर पीठासीन अधिकारी किरीट प्रेमजी भाई सोलंकी ने लोक सभा की कार्यवाही को 3 बजे तक के लिए स्थगित कर दिया।
3 बजे फिर से सदन की कार्यवाही शुरू होते ही केंद्रीय मंत्री प्रह्लाद जोशी ने पीठासीन अधिकारी से कागज फाड़ने वाले सांसदों को नामित करने और उनके खिलाफ कार्रवाई करने की मांग की। पीठासीन अधिकारी किरीट प्रेमजी भाई सोलंकी ने भी इस व्यवहार की निंदा करते हुए कहा कि कागज फाड़ कर फेंकना गलत है, ऐसा नहीं करना चाहिए।
–आईएएनएस
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