बीजिंग, 8 नवंबर (आईएएनएस)। नई दिल्ली में ऑब्ज़र्वर रिसर्च फाउंडेशन के एक प्रतिष्ठित शोधकर्ता, मनोज जोशी ने “वैश्वीकरण के नए युग में चीन का उच्च स्तर का खुलापन” शीर्षक एक लेख लिखा।
उन्होंने इस बात पर प्रकाश डाला कि चीन ने एक निजी अर्थव्यवस्था की शुरुआत करके और अपने राज्य के नेतृत्व वाली प्रणाली के भीतर बाजार-उन्मुख नीतियों को बढ़ावा देकर खुलेपन को अपनाया है।
इस दृष्टिकोण ने न केवल प्रत्यक्ष विदेशी निवेश को आकर्षित किया है और आर्थिक विकास को बढ़ावा दिया है बल्कि विभिन्न उद्योगों को विदेशी निवेश के लिए भी खोल दिया है। इसके अलावा, चीन रणनीतिक क्षेत्रों को सहायता प्रदान करना जारी रखता है।
जोशी इस बात पर जोर देते हैं कि चीन एक रचनात्मक राष्ट्र के रूप में उभरा है, जो कई क्षेत्रों में महत्वपूर्ण प्रगति कर रहा है। इसके अलावा, चीन “बेल्ट एंड रोड” परियोजना जैसी पहलों के माध्यम से दुनिया के साथ सक्रिय रूप से जुड़ रहा है, क्योंकि यह वैश्वीकरण के एक नए चरण की शुरुआत कर रहा है।
हालांकि, चीन को बढ़ते व्यापार संरक्षणवाद और भू-राजनीतिक मुद्दों जैसी चुनौतियों का सामना करना पड़ रहा है। इन परिस्थितियों से निपटने के लिए, चीन ने “14वीं पंचवर्षीय योजना” पेश की है, जिसके मूल में नवाचार और तकनीकी विकास है। इस योजना का उद्देश्य चीन के मौजूदा बाजार का निर्माण करना और आगे की प्रगति को बढ़ावा देना है।
(साभार- चाइना मीडिया ग्रुप, पेइचिंग)
–आईएएनएस