नई दिल्ली, 14 अगस्त (आईएएनएस)। अभिनय की दुनिया में नया कीर्तिमान स्थापित करने वाले दिग्गज अभिनेता शमी कपूर आज ही के दिन हम सभी को हमेशा–हमेशा के लिए अलविदा कहकर चले गए थे। क्रोनिक किडनी रोग से पीड़ित होने के कारण उनका 14 अगस्त 2011 को निधन हो गया था।
उनका जाना भारतीय सिनेमा के लिए अपूरणीय क्षति है। बेशक आज वे हमारे बीच नहीं हैं, लेकिन वे अपने शानदार अभिनय के दम पर हमेशा हमारे दिल में जिंदा रहेंगे।
21 अक्टूबर 1931 में पृथ्वीराज कपूर के घर में शमी कपूर का जन्म हुआ था। वे पृथ्वीराज कपूर के दूसरे बेटे थे। बचपन में उन्हें उनके परिवार में शमशेर कपूर के नाम से पुकारा जाता था। अभियन कौशल उन्हें विरासत में मिली। थियेटर से अभियन का ककहरा सीखने के बाद उन्होंने विधिवत रूप से फिल्म ‘ज्योति’ से हिंदी सिनेमा में कदम रखा, लेकिन अफसोस किस्मत को शायद कुछ और ही मंजूर था, उनकी फिल्म फ्लॉप साबित हुई। लेकिन, उन्होंने हार नहीं मानी।
शमी कपूर ने 1957 में फिल्म ‘तुमसा नहीं देखा’ में अपनी अभिनय का जलवा बिखेरा। फिल्म ने उन्हें एक नई पहचान दी और उन्हें दर्शकों के दिलों में स्थापित कर दिया।
शमी ने कई फिल्मों में अपनी शानदार अदाकारी से दर्शकों को मंत्रमुग्ध किया। इसमें ‘जंगली’, ‘दिल देके देखो’, ‘कॉलेज गर्ल’, ‘प्रोफेसर’, ‘कश्मीर की कली’, ‘चाइना टाउन’, ‘सिंगापुर’, ‘प्यार किया तो डरना क्या’, ‘जानवर’, ‘तीसरी मंजिल’ और ‘ब्रह्मचारी’ जैसी कई फिल्में शामिल हैं।
बात उनकी निजी जिंदगी की करें, तो उनके बारे में बताया जाता है कि वे काफी गुस्सेल प्रवृत्ति के थे। वह एक-एक दिन में 100 से ज्यादा सिगरेट पी जाया करते थे। एक दफा उनकी पत्नी ने एक साक्षात्कार में बताया था कि शमी सिगरेट पीते दौरान किसी की भी नहीं सुनते थे। हालांकि, कई दफा उन्हें सिगरेट पीने से मना किया गया, लेकिन उन्होंने किसी की एक नहीं सुनी।
शमी के बारे में बताया जाता है कि उन्होंने 1 जनवरी से लेकर 21 जनवरी के बीच किसी भी साल कभी-भी शराब नहीं पीते थे। शमी कपूर ने दो शादी की थी। उनकी पहली पत्नी गीता बाली का निधन लंबी बीमारी के बाद हो गया था। पहली पत्नी के निधन के बाद उन्होंने शराब पीना बंद कर दिया था। हालांकि इसके बाद भी कहा जाता है कभी-कभी वे शराब पी लिया करते थे, लेकिन पहले की तरह उन्होंने शराब पीना बंद ही कर दिया था।
–आईएएनएस
एसएचके/जीकेटी