कोलकाता, 7 मार्च (आईएएनएस)। पश्चिम बंगाल में करोड़ों रुपये के शिक्षक भर्ती घोटाले की जांच कर रहे केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) को राज्य के नगर निगमों और नगर पालिकाओं सहित विभिन्न शहरी निकायों के पार्षदों के लेटरहेड पर कई सिफारिशें मिली हैं।
सूत्रों ने कहा कि सीबीआई ने 80 पार्षदों की सूची तैयार की है, जिनमें से अधिकांश सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस से जुड़े हैं। जांच एजेंसी यह भी पता लगाने जा रही है कि उनके द्वारा अनुशंसित कितने लोग इस समय विभिन्न सरकारी स्कूलों में सेवारत हैं या भर्ती के लिए प्रतीक्षा सूची में हैं।
सूत्रों ने कहा कि सीबीआई के अधिकारियों ने घटनाक्रम की जांच के लिए कदम दर कदम दृष्टिकोण अपनाने का फैसला किया है। अनुशंसित नामों की पहचान करने के बाद जो पहले से ही भर्ती हैं या प्रतीक्षा सूची में हैं, सीबीआई उनसे यह जानने के लिए बैचों में पूछताछ करेगी कि क्या उन्होंने नौकरी पाने के लिए पैसे दिए थे और यदि हां, तो उन्होंने किसे भुगतान किया था।
सीबीआई के एक सहयोगी ने कहा, उनके बयानों के आधार पर और परिस्थितियों के आधार पर, जिन लोगों ने पैसा प्राप्त किया और यहां तक कि कुछ नामों की सिफारिश करने वालों को भी पूछताछ के उद्देश्य से बुलाया जा सकता है।
इस बीच, इसी घोटाले के एक अलग घटनाक्रम में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी), जो मामले की समानांतर जांच कर रहा है, ने ब्यूटी सैलून की मालकिन सोमा चक्रवर्ती को पूछताछ के लिए तलब किया है, क्योंकि सोमा के खाते में 50 लाख रुपये गिरफ्तार युवा तृणमूल कांग्रेस नेता कुंतल घोष के खाते से अलग-अलग चरणों में भेजे गए थे।
सोमा को 10 मार्च को ईडी कार्यालय में पेश होना है। केंद्रीय एजेंसी ने उसे अपने सैलून, निवास और वाहन के पीछे धन के स्रोतों सहित अपने वित्त का विवरण साथ लाने के लिए कहा है।
सोमा चक्रवर्ती कथित तौर पर दो ब्यूटी सैलून की मालकिन है। उसका एक ब्यूटी सैलून लेक टाउन में और दूसरा दक्षिण कोलकाता में है।
ईडी इस मामले में उससे एक बार पूछताछ कर चुकी है।
–आईएएनएस
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