बीजिंग, 20 मई (आईएएनएस)। चीनी राष्ट्रपति शी चिनफिंग की पत्नी फंग लीयुआन ने 19 मई को चीन-मध्य एशिया शिखर सम्मेलन में भाग लेने आए किर्गिस्तान के राष्ट्रपति की पत्नि सुश्री जापारोव और उज्बेकिस्तान के राष्ट्रपति की पत्नी सुश्री मिर्जय़िोयेव के साथ शीआन में ईसूशा थिएटर का दौरा किया।
बता दें कि मास्को थिएटर और ब्रिटिश रॉयल थियेटर के साथ, ईसूशा थिएटर को विश्व ओपेरा में तीन प्राचीन थिएटर के रूप में जाना जाता है, और यह चीनी राष्ट्रीय प्रमुख सांस्कृतिक अवशेष संरक्षण इकाई भी है।
फंग लीयुआन ने अतिथियों का हार्दिक स्वागत किया और उनके साथ फोटो खिंचवाई। सबसे पहले, उन्होंने इस थिएटर में शैनशी प्रांत में लोकप्रिय छिनछ्यांग ओपेरा के संग्रहालय का दौरा किया, और इस ओपेरा की ऐतिहासिक उत्पत्ति व विकास के बारे में जानकारी ली। साथ ही, संग्रहालय में प्रदर्शित विभिन्न कालखंडों में छिनछ्यांग ओपेरा की कलात्मक वस्तुओं को देखा।
इस दौरान फंग लीयुआन और अन्य दोनों देशों की फस्र्ट लेडी (प्रथम महिला) भित्ति-चित्र नाच-गान चित्र के सामने रुकीं। यह चित्र महा थांग राजवंश काल में चीन और पश्चिमी क्षेत्र के संगीतकारों के एक-साथ वाद्ययंत्र बजाने का था। इस भित्ति-चित्र के अनुसार थांग राजवंश के संगीत नृत्य से दर्शक चीन और मध्य एशिया के बीच मैत्रीपूर्ण आवाजाही का लंबा इतिहास महसूस कर सकते हैं।
ईसूशा थिएटर के प्रदर्शनी हॉल में, फंग लीयुआन और अतिथियों ने छाया कठपुतली के पात्र बनाने का अनुभव लिया और छाया कठपुतली प्रदर्शन का आनंद लिया। इसके बाद उन्होंने छाया कठपुतली प्रदर्शित करने वाले कलाकारों के साथ स्नेहपूर्ण बातचीत की। थिएटर के आँगन में कुछ छोटे किशोर छिनछ्यांग ओपेरा गाने और अभिनय का अभ्यास कर रहे थे। उन्होंने अतिथियों के सामने अपने कौशल का प्रदर्शन दिखाया। फंग लीयुआन ने उन्हें चीनी ओपेरा संस्कृति और कला को बढ़ावा देने के लिए उत्तराधिकारी बनने के लिए प्रोत्साहित किया।
इसके बाद फंग लीयुआन और अतिथि ईसूशा थिएटर के सौ वर्षीय रंगमंच पर प्रदर्शित छिनछ्यांग ओपेरा के नाटक का आनंद लिया। अभिनेत्रियों और अभिनेताओं के अद्भुत प्रदर्शन को मेहमानों की खूब तालियां मिलीं। फंग लीयुआन ने कहा कि हम लोगों के बीच आपसी समझ और दोस्ती को बढ़ावा देने के लिए मध्य एशियाई देशों के साथ सांस्कृतिक और कलात्मक आदान-प्रदान और सहयोग को मजबूत करने के इच्छुक हैं।
इस दौरान जापारोव और मिर्जयोयेव ने कहा कि इस यात्रा के दौरान उन्होंने गहराई से महसूस किया कि सिल्क रोड मध्य एशिया और चीनी संस्कृति को आपस में जोड़ता है। वे उत्कृष्ट पारंपरिक चीनी संस्कृति के संरक्षण और विरासत की प्रशंसक हैं, और उम्मीद करती हैं कि दोनों पक्षों के बीच मानविकी आदान-प्रदान और सभ्यताओं के बीच आपसी सीख को मजबूत किया जाएगा।
(साभार- चाइना मीडिया ग्रुप, पेइचिंग)
–आईएएनएस
एएनएम