बेंगलुरु, 27 अगस्त (आईएएनएस)। एशिया कप से पहले भारतीय क्रिकेट टीम में वापसी पर दाएं हाथ के बल्लेबाज श्रेयस अय्यर ने अपनी पीठ की चोट के दौर को याद करते हुए कहा कि यह बहुत बुरा और दर्दनाक था।
पीठ के निचले हिस्से में फिर से चोट लगने के बाद श्रेयस अय्यर को इस साल मार्च में अहमदाबाद में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ भारत के चौथे बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी टेस्ट से बीच में ही बाहर कर दिया गया था।
उस चोट के कारण पहले अय्यर को न्यूजीलैंड के खिलाफ घरेलू मैदान पर सफेद गेंद की श्रृंखला के साथ-साथ नागपुर में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी के पहले टेस्ट से बाहर कर दिया गया था।
अय्यर ने कहा, “ईमानदारी से कहूं तो, टीम में शामिल होने और चारों ओर खुश चेहरे देखकर खुशी महसूस हो रही है। सभी खिलाड़ियों द्वारा दिखाई गई खुशी शानदार थी और मैं वापस आकर अच्छा महसूस कर रहा हूं।”
अय्यर ने बीसीसीआई.टीवी पर पोस्ट किए गए एक वीडियो में कहा, “यह भयानक था और ईमानदारी से कहूं तो, मैं बहुत दर्द में था। मैं अपने आप को ठीक से व्यक्त नहीं कर पा रहा था कि मैं किस दौर से गुजर रहा हूं। लेकिन उस समय मुझे यही अहसास हो रहा था और हर किसी से बात करना कठिन था। मेरे पास कुछ समय से यह समस्या थी, लेकिन मैं यह सुनिश्चित करने के लिए इंजेक्शन ले रहा था और अलग-अगल तरीकों से गुजर रहा था कि मैं स्थिर हूं और कई और मैच खेल रहा हूं।”
आईपीएल-2023 से बाहर होने के बाद कोलकाता नाइट राइडर्स स्टार ने मई में यूके में पीठ के निचले हिस्से की सर्जरी कराई।
सर्जरी के बाद के दौर को याद करते हुए अय्यर ने कहा, ‘सर्जरी के बाद सर्जन ने भी कहा था कि यह बहुत अच्छा फैसला था कि आपने सर्जरी कराने का फैसला किया। सर्जरी के बाद, मैं तीन सप्ताह के लिए लंदन में था, क्योंकि डॉक्टर को कुछ समय के लिए मेरी रिकवरी की जांच करनी थी।
इसके बाद अय्यर ने पीठ की सर्जरी से उबरने और पुनर्वास के लिए बेंगलुरु में राष्ट्रीय क्रिकेट अकादमी (एनसीए) को रिपोर्ट किया।
हाल ही में एक सोशल मीडिया पोस्ट में अय्यर ने एनसीए स्पोर्ट्स साइंस एंड मेडिसिन प्रमुख नितिन पटेल के साथ-साथ ताकत और कंडीशनिंग कोच एस रजनीकांत के प्रति आभार जताया।
अय्यर, एशिया कप के लिए कोलंबो जाने से पहले छह दिवसीय शिविर में भारतीय टीम के साथ अभ्यास कर रहे हैं। उनकी वापसी का मतलब यह भी है कि महत्वपूर्ण नंबर चार स्थान पर उनका कब्जा रहेगा, एक ऐसी स्थिति, जहां उनका औसत 47.35 और स्ट्राइक रेट 94.37 है, जिससे भारतीय टीम को बड़ी राहत मिलेगी।
–आईएएनएस
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