चेन्नई, 3 फरवरी (आईएएनएस)। तमिलनाडु के नागपट्टिनम जिले के तटीय गांव अरकोटुथुराई के पांच मछुआरों पर संदिग्ध श्रीलंकाई समुद्री डाकुओं ने समुद्र के बीच में हमला कर उनका सामान लूट लिया।
शनिवार तड़के नागपट्टिनम लौटे मछुआरों ने शुक्रवार रात समुद्र के बीच में हुई घटना के बारे में बताया और वेदारण्यम पुलिस स्टेशन में शिकायत दर्ज कराई।
मछुआरों ने पुलिस को दी अपनी शिकायत में कहा कि जब वे कोडियाक्कराई तट के दक्षिण-पूर्व में लगभग 16 समुद्री मील दूर मध्य समुद्र में मछली पकड़ रहे थे, तो उन पर हमला किया गया और उनका सामान लूट लिया गया।
पुलिस सूत्रों ने आईएएनएस को बताया कि वेदारण्यम के पास अर्कोटुथुराई के. पोन्नुथुराई (51) और एस. जयचंद्रन (40) शुक्रवार दोपहर अपने गांव से एक फाइबरग्लास नाव में समुद्र में गए।
उसी गांव के जी. रमन (51), आर. रमेश (28) और जे. शिवकुमार (40) भी एक अन्य फाइबरग्लास नाव में समुद्र में उतरे थे।
जब मछुआरों के दोनों समूह आधी रात के आसपास कोडियाक्कराई तट से लगभग 20 समुद्री मील दक्षिण-पूर्व में अलग-अलग मछली पकड़ रहे थे, तो चार लोग जिन पर श्रीलंकाई होने के संदेह था उन्होंने मछली पकड़ने वाली नौकाओं को रोक लिया।
मछुआरों के अनुसार, संदिग्ध समुद्री लुटेरों ने उन पर हमला किया और उन्हें लूट लिया।
पुलिस सूत्रों ने बताया कि मछुआरों ने शिकायत दर्ज कराई है कि लुटेरे उनसे ग्लोबल पोजिशनिंग सिस्टम (जीपीएस) गैजेट, एक मोबाइल फोन और एक स्मार्टवॉच छीन ले गए।
नागपट्टिनम जिले के मछुआरों को समुद्र के बीच में कई हमलों का सामना करना पड़ा है और पिछले साल अगस्त और दिसंबर के बीच कम से कम आठ ऐसी घटनाएं दर्ज की गईं थीं। हालांकि, पुलिस ने कहा कि 2024 में यह पहली ऐसी घटना है।
तटीय सुरक्षा समूह की वेदारण्यम समुद्री पुलिस ने जांच शुरू कर दी है।
मछुआरों के लीडर आर. पेरियास्वामी ने आईएएनएस को बताया, ”समुद्र में हम पर हर तरह के हमले हो रहे हैं। श्रीलंकाई नौसेना और संदिग्ध श्रीलंकाई लुटेरे हमारा जीवन दयनीय बना रहे हैं। हमें समुद्री डाकुओं के इन हमलों और डकैती तथा श्रीलंकाई नौसेना द्वारा गिरफ्तारी को रोकने के लिए केंद्र और राज्य सरकारों से कड़ी प्रतिक्रिया की आवश्यकता है।”
–आईएएनएस
एमकेएस/एबीएम