संभल, 25 नवंबर (आईएएनएस)। संभल के डीएम राजेंद्र पेंसिया और एसपी कृष्ण कुमार ने सोमवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस कर संभल हिंसा के बारे में और वहां की मौजूदा स्थिति की जानकारी दी। एसपी कृष्ण कुमार का कहना है कि गोली किसने चलाई है, यह अभी जांच का विषय है। संभल के डीएम ने नारेबाजी का खंडन किया।
एसपी कृष्ण कुमार ने एक सवाल के जवाब में कहा, “मैं यह नहीं कह सकता कि 315 बोर की बंदूक से लोगों की मौत हुई है। फॉरेंसिक का निर्णय है, चारों गन शॉट हैं।”
गोली किसकी तरफ से चलाई गई। इस सवाल के जवाब में एसपी ने कहा कि यह जांच का विषय है। दंगा भड़काने का प्रयास किया गया था। किस व्यक्ति ने किस परिस्थिति में किसको गोली मारी, दंगाई आपस में लड़ रहे थे तब गोली मारी गई, इस सब की जांच की जा रही है।
एक अन्य सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि डीएम राजेंद्र पेंसिया ने मजिस्ट्रेट जांच के आदेश दिया हैं। सभी तथ्य समय-समय पर सामने रखे जाएंगे। सही चीजें प्रोसीजर से करनी जरूरी हैं। सच सामने आना जरूरी है, जल्दबाजी जरूरी नहीं है। इसके अलावा उन्होंने बताया कि 25 लोगों को गिरफ्तार किया गया है।
जब डीएम राजेंद्र पेंसिया से पूछा गया कि सर्वे में कितने लोगों के आने की अनुमति थी, तो उन्होंने कहा, “सर्वे टीम एडवोकेट कमिश्नर को तय करनी थी। हमें और कप्तान साहब को केवल सुरक्षा देनी थी। जितने लोगों के लिए इंतजामिया कमेटी और जफर साहब ने अनुमति दी उतने लोग अंदर गए थे।”
एक वीडियो वायरल हो रहा जिसमें लोग धार्मिक नारेबाजी करते हुए जा रहे हैं। इस संबंध में उन्होंने कहा कि सुबह 10.15 बजे के बाद जब चारों और से भीड़ पथराव कर रही थी, तब जो अन्य समुदाय के लोगों को जामा मस्जिद के सामने वाली गली के रास्ते निकाला गया था। धार्मिक नारेबाजी का वीडियो आते समय का नहीं है, जाते समय का है। जब वे सुबह 10.15 बजे के आसपास जा रहे थे वह वीडियो उस समय का है। वीडियो फुटेज सर्थल चौकी से आगे के हैं। हो सकता है इन लोगों को कुछ लोगों ने देखा हो और उनके साथ नारेबाजी करते हुए फिर उन्होंने कोतवाली की तरफ प्रस्थान किया।
–आईएएनएस
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