समस्तीपुर, 7 नवंबर (आईएएनएस)। आस्था का महापर्व छठ पूजा का आज तीसरा दिन है। आज छठ व्रती डूबते हुए सूरज को अर्घ्य देंगी। इस दिन भगवान भास्कर को फल भी चढ़ाए जाते हैं। लेकिन बढ़ी कीमत ने खरीदारों और विक्रेताओं दोनों पर असर डाला है। लोग सीमित खरीदारी कर रहे हैं तो विक्रेताओं की बिक्री प्रभावित हो रही है।
शुक्रवार को उगते हुए सूर्य को अर्घ्य देकर चार दिवसीय पर्व का समापन होगा। इधर, छठ पूजा को लेकर फल विक्रेता काफी परेशान हैं। महंगाई की वजह से फल सीमित मात्रा में खरीदे जा रहे हैं। दुकानदारों का कहना है कि पिछले साल की तुलना में इस साल फलों की खरीद कम हुई है। लोग भी महंगाई की वजह से जरूरत अनुसार ही फल खरीद रहे हैं। जिससे इस साल नुकसान होने की उम्मीद है।
बिहार के समस्तीपुर में छठ से पहले जगह-जगह फलों की दुकान लगाई गई है। लेकिन, यहां पर फलों की बिक्री में कमी देखने को मिल रही है। लोग बाजार में फल खरीदने के लिए तो पहुंच रहे हैं। लेकिन, जरूरत के हिसाब से ही फल खरीद रहे हैं। पिछले वर्ष की तुलना में इस वर्ष लगभग हर फल के दाम 20 से 30 फीसदी तक बढ़े हैं।
केला विक्रेता श्यामबाबू साह ने बताया कि बाजार ठीक ठाक ही है। बाजार में दूसरी जगहों से केला का आयात किया गया है। जिससे इस बार कम रेट मिल रहा है। केला का गुच्छा 400-500 रुपए में बिक रहा है। पिछली बार यही 1000 रुपए तक में बिका था।
फल दुकानदार प्रभात कुमार ने बताया कि इस बार फलों की बिक्री पिछले साल की तुलना में बहुत कम है। छठ पूजा को लेकर कई सारी दुकानें खुल गई हैं। जिससे कारोबार प्रभावित होता है। पिछले वर्ष की तुलना में इस बार कम कारोबार हो रहा है। महंगाई के कारण लोग काफी कम खरीदारी कर रहे हैं।
खरीदार अमित कुमार ने बताया कि यह आस्था का पर्व है। महंगाई चाहे जितनी हो खरीदारी तो करना ही पड़ता है, लेकिन थोड़ा सीमित ही कर रहे हैं। नींबू गत वर्ष 20-30 रुपए जोड़ा मिल रहा था। इस बार 50 रुपए जोड़ा मिला है। इसके साथ ही अन्य फलों के दाम भी बढ़े हुए हैं।
–आईएएनएस
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