हैदराबाद, 1 जनवरी (आईएएनएस)। लोगों के बीच लोकप्रियता हासिल करने के बाद ओटीटी प्लेटफार्म अब दक्षिण भारत के कंटेंट पर ज्यादा ध्यान दे रहा है।
जी5 इंडिया के मुख्य व्यवसाय अधिकारी मनीष कालरा ने कहा, हिंदी और अंतर्राष्ट्रीय फिल्मों और शो के क्षेत्रीय भाषा संस्करणों को स्ट्रीम करने के अलावा, प्रमुख ओटीटी प्लेयर्स साउथ इंडियन मार्किट के एक हिस्से के लिए आगे बढ़ रहे हैं।
आने वाले वर्ष में रुझानों पर आईएएनएस से बात करते हुए, कालरा ने कहा, साउथ में, हमने बेहतरीन रिस्पांस पाया है। इस साल, जी5 ने तमिल और तेलुगु में एक्सक्लूसिव स्लेट की घोषणा की है। इस साल अनंतम, पेपर रॉकेट, फिंगरटिप एस2, कार्तिकेय 2, बिम्बिसार, गालिवाना, ओका चिन्ना फैमिली जैसे टाइटल हमारे लिए सबसे सफल नाम बने।
इसके अलावा, आरआरआर ने कई रिकॉर्ड तोड़े और 1,000 मिलियन स्ट्रीमिंग मिनट प्राप्त किए और यह लॉन्च की गई सभी चार दक्षिण भारतीय भाषाओं में नंबर वन पर ट्रेंड कर रहा था। हमने तेलुगु मार्किट में जबरदस्त ग्रोथ देखी। दक्षिण हमारे लिए प्रमुख बाजारों में से एक है, क्योंकि हम तमिल, तेलुगू, कन्नड़ और मलयालम में अपने कंटेट को मजबूत करने की योजना बना रहे हैं।
कालरा ने कहा कि क्रॉस-इंडस्ट्री सहयोग से दर्शकों को बेहतर पेशकश मिलेगी। दक्षिण का बाजार काफी विकसित है। उपभोक्ताओं की स्थानीय भाषाओं के साथ-साथ हिंदी कंटेट में भी अच्छी रुचि है।
एंटरटेनमेंट इंडस्ट्री में दक्षिण भारतीय कंटेंट की लोकप्रियता उत्साहजनक रही है। हमने दक्षिण के प्रमुख कंटेट क्रेटर्स और टैलेंट के साथ सहयोग किया है और हम पूरे क्षेत्र में अधिक इंडस्ट्री-वाइड कोलेब्रेशन देखेंगे।
उन्होंने कहा कि भले ही क्षेत्रीय दर्शकों को गैर-स्थानीय कंटेंट पसंद आ रहे है, लेकिन ओटीटी प्लेटफॉर्म को स्थानीय दर्शकों की अपेक्षाओं पर भी खरा उतरना होगा।
कालरा ने कहा कि ओटीटी प्लेटफार्मों की सफलता क्षेत्रों और भाषाओं में रचनात्मक सहयोग में निहित है।
उन्होंने कहा, आने वाले साल में ज्यादा से ज्यादा एक्सपेरिमेंट ओटीटी प्लेटफॉर्म को और भी बेहतर बनाने के लिए किए जाएंगे।
कालरा ने कहा, 2023 में, हम निश्चित रूप से विभिन्न क्षेत्रों में ज्यादा से ज्यादा एक्सपेरिमेंट देखेंगे, जिसमें मूल्य निर्धारण (विज्ञापन-आधारित, हाइब्रिड और प्रीमियम मॉडल), एवीओडी ऑडियंस के लिए सैंपलिंग और कई प्लॉट्स और स्टोरीलाइन समेत कंटेंट, फॉर्मेट्स और दर्शकों के साथ जुड़ने के रचनात्मक तरीके शामिल हैं।
–आईएएनएस
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