वाशिंगटन, 25 फरवरी (आईएएनएस)। रूस-यूक्रेन युद्ध के दो साल पूरे होने के मौके पर जारी एक रिपोर्ट में दावा किया गया है कि पूर्वी यूक्रेन में डोनेस्क के अवदीवका शहर पर कब्जा करने में रूस को जितने सैनिक गँवाने पड़े उतने पूरे सोवियत-अफगान युद्ध के समय भी नहीं गँवाने पड़े थे।
इंस्टीट्यूट फॉर द स्टडी ऑफ वॉर की शनिवार को प्रकाशित रिपोर्ट में कहा गया है, “यूक्रेनी थके हुए हैं और चिंतित हैं कि अमेरिकी सैन्य सहायता बंद हो जाएगी। लेकिन वे दृढ़ संकल्प, सरलता और कौशल के साथ लड़ रहे हैं। यूक्रेन की वायु रक्षा सेना रूसी विमानों को आसमान से गिरा रही है जबकि यूक्रेनी ड्रोन और मिसाइल ऑपरेटर रूसी जहाजों को डुबो रहे हैं।”
यूक्रेनी सैनिक नए तरीकों से ड्रोन के साथ-साथ गोला-बारूद, टैंक और उनके लिए उपलब्ध युद्ध के पारंपरिक हथियारों का उपयोग करके रूसी “मीट असॉल्ट” के खिलाफ अपनी स्थिति के लिए लड़ रहे हैं।
इसमें कहा गया है कि यूक्रेनी वायु सेना को आने वाले महीनों में अपना पहला एफ-16 विमान प्राप्त होगा, और यूक्रेन के यूरोपीय सहयोगी अन्य युद्ध सामग्री की कमी को पूरा करने के लिए प्रयासरत हैं।
अमेरिकी सैन्य सहायता अनिवार्य बनी हुई है – केवल अमेरिका के पास यूक्रेन को वह देने के लिए संसाधन हैं जिसकी उसे सबसे अधिक आवश्यकता है। आकलन में कहा गया है कि यदि अंतत: अमेरिका उस सहायता को रोक देता है, तो स्थिति वास्तव में गंभीर हो सकती है।
–आईएएनएस
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