नई दिल्ली, 10 मई (आईएएनएस)। वैश्विक नेटवकिर्ंग दिग्गज सिस्को के अध्यक्ष और सीईओ चक रॉबिन्स ने बुधवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात की और इस बात पर चर्चा की कि कैसे कंपनी ने देश से निर्यात को बढ़ावा देने के लिए विनिर्माण पर दोगुना जोर दिया है।
सिस्को ने भारत और दुनिया भर में अपने ग्राहकों को अत्याधुनिक तकनीक प्रदान करने के अगले कदम के रूप में भारतीय विनिर्माण क्षमताओं में रणनीतिक निवेश की घोषणा की है।
रॉबिन्स ने ट्वीट किया, आपके नेतृत्व के लिए धन्यवाद, भारत के माननीय पीएम, यह घोषणा करते हुए रोमांचित हूं कि भारत विनिर्माण में निवेश कर रहा है।
सिस्को ने घोषणा की है कि वह एक मजबूत और सुरक्षित उपकरण पारिस्थितिकी तंत्र की पेशकश के माध्यम से आने वाले वर्षों में संयुक्त घरेलू उत्पादन और निर्यात में 1 बिलियन डॉलर से अधिक ड्राइव करने के उद्देश्य से भारत में विनिर्माण शुरू करेगी।
सिस्को के लिए भारत एक प्रमुख बाजार है और अमेरिका के बाहर इसका दूसरा सबसे बड़ा अनुसंधान एवं विकास केंद्र है।
1995 में भारत में संचालन शुरू करने के बाद से सिस्को ने देश के डिजिटलीकरण कार्यक्रम के माध्यम से परिवहन, कृषि जैसे क्षेत्रों के परिवर्तन को तेज करने और सिस्को नेटवकिर्ंग के माध्यम से एक कुशल कार्यबल के निर्माण सहित देश को बड़े पैमाने पर और गति से डिजिटाइज करने में मदद करने पर ध्यान केंद्रित किया है।
रॉबिन्स के मुताबिक, तेजी से विकसित हो रही डिजिटल अर्थव्यवस्था से प्रेरित भारत सिस्को के लिए नवाचार और व्यापार का केंद्र बिंदु है, और हम यहां अपनी साझेदारी के लिए गहराई से प्रतिबद्ध हैं।
–आईएएनएस
सीबीटी
ADVERTISEMENT
नई दिल्ली, 10 मई (आईएएनएस)। वैश्विक नेटवकिर्ंग दिग्गज सिस्को के अध्यक्ष और सीईओ चक रॉबिन्स ने बुधवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात की और इस बात पर चर्चा की कि कैसे कंपनी ने देश से निर्यात को बढ़ावा देने के लिए विनिर्माण पर दोगुना जोर दिया है।
सिस्को ने भारत और दुनिया भर में अपने ग्राहकों को अत्याधुनिक तकनीक प्रदान करने के अगले कदम के रूप में भारतीय विनिर्माण क्षमताओं में रणनीतिक निवेश की घोषणा की है।
रॉबिन्स ने ट्वीट किया, आपके नेतृत्व के लिए धन्यवाद, भारत के माननीय पीएम, यह घोषणा करते हुए रोमांचित हूं कि भारत विनिर्माण में निवेश कर रहा है।
सिस्को ने घोषणा की है कि वह एक मजबूत और सुरक्षित उपकरण पारिस्थितिकी तंत्र की पेशकश के माध्यम से आने वाले वर्षों में संयुक्त घरेलू उत्पादन और निर्यात में 1 बिलियन डॉलर से अधिक ड्राइव करने के उद्देश्य से भारत में विनिर्माण शुरू करेगी।
सिस्को के लिए भारत एक प्रमुख बाजार है और अमेरिका के बाहर इसका दूसरा सबसे बड़ा अनुसंधान एवं विकास केंद्र है।
1995 में भारत में संचालन शुरू करने के बाद से सिस्को ने देश के डिजिटलीकरण कार्यक्रम के माध्यम से परिवहन, कृषि जैसे क्षेत्रों के परिवर्तन को तेज करने और सिस्को नेटवकिर्ंग के माध्यम से एक कुशल कार्यबल के निर्माण सहित देश को बड़े पैमाने पर और गति से डिजिटाइज करने में मदद करने पर ध्यान केंद्रित किया है।
रॉबिन्स के मुताबिक, तेजी से विकसित हो रही डिजिटल अर्थव्यवस्था से प्रेरित भारत सिस्को के लिए नवाचार और व्यापार का केंद्र बिंदु है, और हम यहां अपनी साझेदारी के लिए गहराई से प्रतिबद्ध हैं।
–आईएएनएस
सीबीटी
ADVERTISEMENT
नई दिल्ली, 10 मई (आईएएनएस)। वैश्विक नेटवकिर्ंग दिग्गज सिस्को के अध्यक्ष और सीईओ चक रॉबिन्स ने बुधवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात की और इस बात पर चर्चा की कि कैसे कंपनी ने देश से निर्यात को बढ़ावा देने के लिए विनिर्माण पर दोगुना जोर दिया है।
सिस्को ने भारत और दुनिया भर में अपने ग्राहकों को अत्याधुनिक तकनीक प्रदान करने के अगले कदम के रूप में भारतीय विनिर्माण क्षमताओं में रणनीतिक निवेश की घोषणा की है।
रॉबिन्स ने ट्वीट किया, आपके नेतृत्व के लिए धन्यवाद, भारत के माननीय पीएम, यह घोषणा करते हुए रोमांचित हूं कि भारत विनिर्माण में निवेश कर रहा है।
सिस्को ने घोषणा की है कि वह एक मजबूत और सुरक्षित उपकरण पारिस्थितिकी तंत्र की पेशकश के माध्यम से आने वाले वर्षों में संयुक्त घरेलू उत्पादन और निर्यात में 1 बिलियन डॉलर से अधिक ड्राइव करने के उद्देश्य से भारत में विनिर्माण शुरू करेगी।
सिस्को के लिए भारत एक प्रमुख बाजार है और अमेरिका के बाहर इसका दूसरा सबसे बड़ा अनुसंधान एवं विकास केंद्र है।
1995 में भारत में संचालन शुरू करने के बाद से सिस्को ने देश के डिजिटलीकरण कार्यक्रम के माध्यम से परिवहन, कृषि जैसे क्षेत्रों के परिवर्तन को तेज करने और सिस्को नेटवकिर्ंग के माध्यम से एक कुशल कार्यबल के निर्माण सहित देश को बड़े पैमाने पर और गति से डिजिटाइज करने में मदद करने पर ध्यान केंद्रित किया है।
रॉबिन्स के मुताबिक, तेजी से विकसित हो रही डिजिटल अर्थव्यवस्था से प्रेरित भारत सिस्को के लिए नवाचार और व्यापार का केंद्र बिंदु है, और हम यहां अपनी साझेदारी के लिए गहराई से प्रतिबद्ध हैं।
–आईएएनएस
सीबीटी
ADVERTISEMENT
नई दिल्ली, 10 मई (आईएएनएस)। वैश्विक नेटवकिर्ंग दिग्गज सिस्को के अध्यक्ष और सीईओ चक रॉबिन्स ने बुधवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात की और इस बात पर चर्चा की कि कैसे कंपनी ने देश से निर्यात को बढ़ावा देने के लिए विनिर्माण पर दोगुना जोर दिया है।
सिस्को ने भारत और दुनिया भर में अपने ग्राहकों को अत्याधुनिक तकनीक प्रदान करने के अगले कदम के रूप में भारतीय विनिर्माण क्षमताओं में रणनीतिक निवेश की घोषणा की है।
रॉबिन्स ने ट्वीट किया, आपके नेतृत्व के लिए धन्यवाद, भारत के माननीय पीएम, यह घोषणा करते हुए रोमांचित हूं कि भारत विनिर्माण में निवेश कर रहा है।
सिस्को ने घोषणा की है कि वह एक मजबूत और सुरक्षित उपकरण पारिस्थितिकी तंत्र की पेशकश के माध्यम से आने वाले वर्षों में संयुक्त घरेलू उत्पादन और निर्यात में 1 बिलियन डॉलर से अधिक ड्राइव करने के उद्देश्य से भारत में विनिर्माण शुरू करेगी।
सिस्को के लिए भारत एक प्रमुख बाजार है और अमेरिका के बाहर इसका दूसरा सबसे बड़ा अनुसंधान एवं विकास केंद्र है।
1995 में भारत में संचालन शुरू करने के बाद से सिस्को ने देश के डिजिटलीकरण कार्यक्रम के माध्यम से परिवहन, कृषि जैसे क्षेत्रों के परिवर्तन को तेज करने और सिस्को नेटवकिर्ंग के माध्यम से एक कुशल कार्यबल के निर्माण सहित देश को बड़े पैमाने पर और गति से डिजिटाइज करने में मदद करने पर ध्यान केंद्रित किया है।
रॉबिन्स के मुताबिक, तेजी से विकसित हो रही डिजिटल अर्थव्यवस्था से प्रेरित भारत सिस्को के लिए नवाचार और व्यापार का केंद्र बिंदु है, और हम यहां अपनी साझेदारी के लिए गहराई से प्रतिबद्ध हैं।
–आईएएनएस
सीबीटी
ADVERTISEMENT
नई दिल्ली, 10 मई (आईएएनएस)। वैश्विक नेटवकिर्ंग दिग्गज सिस्को के अध्यक्ष और सीईओ चक रॉबिन्स ने बुधवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात की और इस बात पर चर्चा की कि कैसे कंपनी ने देश से निर्यात को बढ़ावा देने के लिए विनिर्माण पर दोगुना जोर दिया है।
सिस्को ने भारत और दुनिया भर में अपने ग्राहकों को अत्याधुनिक तकनीक प्रदान करने के अगले कदम के रूप में भारतीय विनिर्माण क्षमताओं में रणनीतिक निवेश की घोषणा की है।
रॉबिन्स ने ट्वीट किया, आपके नेतृत्व के लिए धन्यवाद, भारत के माननीय पीएम, यह घोषणा करते हुए रोमांचित हूं कि भारत विनिर्माण में निवेश कर रहा है।
सिस्को ने घोषणा की है कि वह एक मजबूत और सुरक्षित उपकरण पारिस्थितिकी तंत्र की पेशकश के माध्यम से आने वाले वर्षों में संयुक्त घरेलू उत्पादन और निर्यात में 1 बिलियन डॉलर से अधिक ड्राइव करने के उद्देश्य से भारत में विनिर्माण शुरू करेगी।
सिस्को के लिए भारत एक प्रमुख बाजार है और अमेरिका के बाहर इसका दूसरा सबसे बड़ा अनुसंधान एवं विकास केंद्र है।
1995 में भारत में संचालन शुरू करने के बाद से सिस्को ने देश के डिजिटलीकरण कार्यक्रम के माध्यम से परिवहन, कृषि जैसे क्षेत्रों के परिवर्तन को तेज करने और सिस्को नेटवकिर्ंग के माध्यम से एक कुशल कार्यबल के निर्माण सहित देश को बड़े पैमाने पर और गति से डिजिटाइज करने में मदद करने पर ध्यान केंद्रित किया है।
रॉबिन्स के मुताबिक, तेजी से विकसित हो रही डिजिटल अर्थव्यवस्था से प्रेरित भारत सिस्को के लिए नवाचार और व्यापार का केंद्र बिंदु है, और हम यहां अपनी साझेदारी के लिए गहराई से प्रतिबद्ध हैं।
–आईएएनएस
सीबीटी
ADVERTISEMENT
नई दिल्ली, 10 मई (आईएएनएस)। वैश्विक नेटवकिर्ंग दिग्गज सिस्को के अध्यक्ष और सीईओ चक रॉबिन्स ने बुधवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात की और इस बात पर चर्चा की कि कैसे कंपनी ने देश से निर्यात को बढ़ावा देने के लिए विनिर्माण पर दोगुना जोर दिया है।
सिस्को ने भारत और दुनिया भर में अपने ग्राहकों को अत्याधुनिक तकनीक प्रदान करने के अगले कदम के रूप में भारतीय विनिर्माण क्षमताओं में रणनीतिक निवेश की घोषणा की है।
रॉबिन्स ने ट्वीट किया, आपके नेतृत्व के लिए धन्यवाद, भारत के माननीय पीएम, यह घोषणा करते हुए रोमांचित हूं कि भारत विनिर्माण में निवेश कर रहा है।
सिस्को ने घोषणा की है कि वह एक मजबूत और सुरक्षित उपकरण पारिस्थितिकी तंत्र की पेशकश के माध्यम से आने वाले वर्षों में संयुक्त घरेलू उत्पादन और निर्यात में 1 बिलियन डॉलर से अधिक ड्राइव करने के उद्देश्य से भारत में विनिर्माण शुरू करेगी।
सिस्को के लिए भारत एक प्रमुख बाजार है और अमेरिका के बाहर इसका दूसरा सबसे बड़ा अनुसंधान एवं विकास केंद्र है।
1995 में भारत में संचालन शुरू करने के बाद से सिस्को ने देश के डिजिटलीकरण कार्यक्रम के माध्यम से परिवहन, कृषि जैसे क्षेत्रों के परिवर्तन को तेज करने और सिस्को नेटवकिर्ंग के माध्यम से एक कुशल कार्यबल के निर्माण सहित देश को बड़े पैमाने पर और गति से डिजिटाइज करने में मदद करने पर ध्यान केंद्रित किया है।
रॉबिन्स के मुताबिक, तेजी से विकसित हो रही डिजिटल अर्थव्यवस्था से प्रेरित भारत सिस्को के लिए नवाचार और व्यापार का केंद्र बिंदु है, और हम यहां अपनी साझेदारी के लिए गहराई से प्रतिबद्ध हैं।
–आईएएनएस
सीबीटी
ADVERTISEMENT
नई दिल्ली, 10 मई (आईएएनएस)। वैश्विक नेटवकिर्ंग दिग्गज सिस्को के अध्यक्ष और सीईओ चक रॉबिन्स ने बुधवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात की और इस बात पर चर्चा की कि कैसे कंपनी ने देश से निर्यात को बढ़ावा देने के लिए विनिर्माण पर दोगुना जोर दिया है।
सिस्को ने भारत और दुनिया भर में अपने ग्राहकों को अत्याधुनिक तकनीक प्रदान करने के अगले कदम के रूप में भारतीय विनिर्माण क्षमताओं में रणनीतिक निवेश की घोषणा की है।
रॉबिन्स ने ट्वीट किया, आपके नेतृत्व के लिए धन्यवाद, भारत के माननीय पीएम, यह घोषणा करते हुए रोमांचित हूं कि भारत विनिर्माण में निवेश कर रहा है।
सिस्को ने घोषणा की है कि वह एक मजबूत और सुरक्षित उपकरण पारिस्थितिकी तंत्र की पेशकश के माध्यम से आने वाले वर्षों में संयुक्त घरेलू उत्पादन और निर्यात में 1 बिलियन डॉलर से अधिक ड्राइव करने के उद्देश्य से भारत में विनिर्माण शुरू करेगी।
सिस्को के लिए भारत एक प्रमुख बाजार है और अमेरिका के बाहर इसका दूसरा सबसे बड़ा अनुसंधान एवं विकास केंद्र है।
1995 में भारत में संचालन शुरू करने के बाद से सिस्को ने देश के डिजिटलीकरण कार्यक्रम के माध्यम से परिवहन, कृषि जैसे क्षेत्रों के परिवर्तन को तेज करने और सिस्को नेटवकिर्ंग के माध्यम से एक कुशल कार्यबल के निर्माण सहित देश को बड़े पैमाने पर और गति से डिजिटाइज करने में मदद करने पर ध्यान केंद्रित किया है।
रॉबिन्स के मुताबिक, तेजी से विकसित हो रही डिजिटल अर्थव्यवस्था से प्रेरित भारत सिस्को के लिए नवाचार और व्यापार का केंद्र बिंदु है, और हम यहां अपनी साझेदारी के लिए गहराई से प्रतिबद्ध हैं।
–आईएएनएस
सीबीटी
ADVERTISEMENT
नई दिल्ली, 10 मई (आईएएनएस)। वैश्विक नेटवकिर्ंग दिग्गज सिस्को के अध्यक्ष और सीईओ चक रॉबिन्स ने बुधवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात की और इस बात पर चर्चा की कि कैसे कंपनी ने देश से निर्यात को बढ़ावा देने के लिए विनिर्माण पर दोगुना जोर दिया है।
सिस्को ने भारत और दुनिया भर में अपने ग्राहकों को अत्याधुनिक तकनीक प्रदान करने के अगले कदम के रूप में भारतीय विनिर्माण क्षमताओं में रणनीतिक निवेश की घोषणा की है।
रॉबिन्स ने ट्वीट किया, आपके नेतृत्व के लिए धन्यवाद, भारत के माननीय पीएम, यह घोषणा करते हुए रोमांचित हूं कि भारत विनिर्माण में निवेश कर रहा है।
सिस्को ने घोषणा की है कि वह एक मजबूत और सुरक्षित उपकरण पारिस्थितिकी तंत्र की पेशकश के माध्यम से आने वाले वर्षों में संयुक्त घरेलू उत्पादन और निर्यात में 1 बिलियन डॉलर से अधिक ड्राइव करने के उद्देश्य से भारत में विनिर्माण शुरू करेगी।
सिस्को के लिए भारत एक प्रमुख बाजार है और अमेरिका के बाहर इसका दूसरा सबसे बड़ा अनुसंधान एवं विकास केंद्र है।
1995 में भारत में संचालन शुरू करने के बाद से सिस्को ने देश के डिजिटलीकरण कार्यक्रम के माध्यम से परिवहन, कृषि जैसे क्षेत्रों के परिवर्तन को तेज करने और सिस्को नेटवकिर्ंग के माध्यम से एक कुशल कार्यबल के निर्माण सहित देश को बड़े पैमाने पर और गति से डिजिटाइज करने में मदद करने पर ध्यान केंद्रित किया है।
रॉबिन्स के मुताबिक, तेजी से विकसित हो रही डिजिटल अर्थव्यवस्था से प्रेरित भारत सिस्को के लिए नवाचार और व्यापार का केंद्र बिंदु है, और हम यहां अपनी साझेदारी के लिए गहराई से प्रतिबद्ध हैं।
–आईएएनएस
सीबीटी
नई दिल्ली, 10 मई (आईएएनएस)। वैश्विक नेटवकिर्ंग दिग्गज सिस्को के अध्यक्ष और सीईओ चक रॉबिन्स ने बुधवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात की और इस बात पर चर्चा की कि कैसे कंपनी ने देश से निर्यात को बढ़ावा देने के लिए विनिर्माण पर दोगुना जोर दिया है।
सिस्को ने भारत और दुनिया भर में अपने ग्राहकों को अत्याधुनिक तकनीक प्रदान करने के अगले कदम के रूप में भारतीय विनिर्माण क्षमताओं में रणनीतिक निवेश की घोषणा की है।
रॉबिन्स ने ट्वीट किया, आपके नेतृत्व के लिए धन्यवाद, भारत के माननीय पीएम, यह घोषणा करते हुए रोमांचित हूं कि भारत विनिर्माण में निवेश कर रहा है।
सिस्को ने घोषणा की है कि वह एक मजबूत और सुरक्षित उपकरण पारिस्थितिकी तंत्र की पेशकश के माध्यम से आने वाले वर्षों में संयुक्त घरेलू उत्पादन और निर्यात में 1 बिलियन डॉलर से अधिक ड्राइव करने के उद्देश्य से भारत में विनिर्माण शुरू करेगी।
सिस्को के लिए भारत एक प्रमुख बाजार है और अमेरिका के बाहर इसका दूसरा सबसे बड़ा अनुसंधान एवं विकास केंद्र है।
1995 में भारत में संचालन शुरू करने के बाद से सिस्को ने देश के डिजिटलीकरण कार्यक्रम के माध्यम से परिवहन, कृषि जैसे क्षेत्रों के परिवर्तन को तेज करने और सिस्को नेटवकिर्ंग के माध्यम से एक कुशल कार्यबल के निर्माण सहित देश को बड़े पैमाने पर और गति से डिजिटाइज करने में मदद करने पर ध्यान केंद्रित किया है।
रॉबिन्स के मुताबिक, तेजी से विकसित हो रही डिजिटल अर्थव्यवस्था से प्रेरित भारत सिस्को के लिए नवाचार और व्यापार का केंद्र बिंदु है, और हम यहां अपनी साझेदारी के लिए गहराई से प्रतिबद्ध हैं।
–आईएएनएस
सीबीटी
ADVERTISEMENT
नई दिल्ली, 10 मई (आईएएनएस)। वैश्विक नेटवकिर्ंग दिग्गज सिस्को के अध्यक्ष और सीईओ चक रॉबिन्स ने बुधवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात की और इस बात पर चर्चा की कि कैसे कंपनी ने देश से निर्यात को बढ़ावा देने के लिए विनिर्माण पर दोगुना जोर दिया है।
सिस्को ने भारत और दुनिया भर में अपने ग्राहकों को अत्याधुनिक तकनीक प्रदान करने के अगले कदम के रूप में भारतीय विनिर्माण क्षमताओं में रणनीतिक निवेश की घोषणा की है।
रॉबिन्स ने ट्वीट किया, आपके नेतृत्व के लिए धन्यवाद, भारत के माननीय पीएम, यह घोषणा करते हुए रोमांचित हूं कि भारत विनिर्माण में निवेश कर रहा है।
सिस्को ने घोषणा की है कि वह एक मजबूत और सुरक्षित उपकरण पारिस्थितिकी तंत्र की पेशकश के माध्यम से आने वाले वर्षों में संयुक्त घरेलू उत्पादन और निर्यात में 1 बिलियन डॉलर से अधिक ड्राइव करने के उद्देश्य से भारत में विनिर्माण शुरू करेगी।
सिस्को के लिए भारत एक प्रमुख बाजार है और अमेरिका के बाहर इसका दूसरा सबसे बड़ा अनुसंधान एवं विकास केंद्र है।
1995 में भारत में संचालन शुरू करने के बाद से सिस्को ने देश के डिजिटलीकरण कार्यक्रम के माध्यम से परिवहन, कृषि जैसे क्षेत्रों के परिवर्तन को तेज करने और सिस्को नेटवकिर्ंग के माध्यम से एक कुशल कार्यबल के निर्माण सहित देश को बड़े पैमाने पर और गति से डिजिटाइज करने में मदद करने पर ध्यान केंद्रित किया है।
रॉबिन्स के मुताबिक, तेजी से विकसित हो रही डिजिटल अर्थव्यवस्था से प्रेरित भारत सिस्को के लिए नवाचार और व्यापार का केंद्र बिंदु है, और हम यहां अपनी साझेदारी के लिए गहराई से प्रतिबद्ध हैं।
–आईएएनएस
सीबीटी
ADVERTISEMENT
नई दिल्ली, 10 मई (आईएएनएस)। वैश्विक नेटवकिर्ंग दिग्गज सिस्को के अध्यक्ष और सीईओ चक रॉबिन्स ने बुधवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात की और इस बात पर चर्चा की कि कैसे कंपनी ने देश से निर्यात को बढ़ावा देने के लिए विनिर्माण पर दोगुना जोर दिया है।
सिस्को ने भारत और दुनिया भर में अपने ग्राहकों को अत्याधुनिक तकनीक प्रदान करने के अगले कदम के रूप में भारतीय विनिर्माण क्षमताओं में रणनीतिक निवेश की घोषणा की है।
रॉबिन्स ने ट्वीट किया, आपके नेतृत्व के लिए धन्यवाद, भारत के माननीय पीएम, यह घोषणा करते हुए रोमांचित हूं कि भारत विनिर्माण में निवेश कर रहा है।
सिस्को ने घोषणा की है कि वह एक मजबूत और सुरक्षित उपकरण पारिस्थितिकी तंत्र की पेशकश के माध्यम से आने वाले वर्षों में संयुक्त घरेलू उत्पादन और निर्यात में 1 बिलियन डॉलर से अधिक ड्राइव करने के उद्देश्य से भारत में विनिर्माण शुरू करेगी।
सिस्को के लिए भारत एक प्रमुख बाजार है और अमेरिका के बाहर इसका दूसरा सबसे बड़ा अनुसंधान एवं विकास केंद्र है।
1995 में भारत में संचालन शुरू करने के बाद से सिस्को ने देश के डिजिटलीकरण कार्यक्रम के माध्यम से परिवहन, कृषि जैसे क्षेत्रों के परिवर्तन को तेज करने और सिस्को नेटवकिर्ंग के माध्यम से एक कुशल कार्यबल के निर्माण सहित देश को बड़े पैमाने पर और गति से डिजिटाइज करने में मदद करने पर ध्यान केंद्रित किया है।
रॉबिन्स के मुताबिक, तेजी से विकसित हो रही डिजिटल अर्थव्यवस्था से प्रेरित भारत सिस्को के लिए नवाचार और व्यापार का केंद्र बिंदु है, और हम यहां अपनी साझेदारी के लिए गहराई से प्रतिबद्ध हैं।
–आईएएनएस
सीबीटी
ADVERTISEMENT
नई दिल्ली, 10 मई (आईएएनएस)। वैश्विक नेटवकिर्ंग दिग्गज सिस्को के अध्यक्ष और सीईओ चक रॉबिन्स ने बुधवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात की और इस बात पर चर्चा की कि कैसे कंपनी ने देश से निर्यात को बढ़ावा देने के लिए विनिर्माण पर दोगुना जोर दिया है।
सिस्को ने भारत और दुनिया भर में अपने ग्राहकों को अत्याधुनिक तकनीक प्रदान करने के अगले कदम के रूप में भारतीय विनिर्माण क्षमताओं में रणनीतिक निवेश की घोषणा की है।
रॉबिन्स ने ट्वीट किया, आपके नेतृत्व के लिए धन्यवाद, भारत के माननीय पीएम, यह घोषणा करते हुए रोमांचित हूं कि भारत विनिर्माण में निवेश कर रहा है।
सिस्को ने घोषणा की है कि वह एक मजबूत और सुरक्षित उपकरण पारिस्थितिकी तंत्र की पेशकश के माध्यम से आने वाले वर्षों में संयुक्त घरेलू उत्पादन और निर्यात में 1 बिलियन डॉलर से अधिक ड्राइव करने के उद्देश्य से भारत में विनिर्माण शुरू करेगी।
सिस्को के लिए भारत एक प्रमुख बाजार है और अमेरिका के बाहर इसका दूसरा सबसे बड़ा अनुसंधान एवं विकास केंद्र है।
1995 में भारत में संचालन शुरू करने के बाद से सिस्को ने देश के डिजिटलीकरण कार्यक्रम के माध्यम से परिवहन, कृषि जैसे क्षेत्रों के परिवर्तन को तेज करने और सिस्को नेटवकिर्ंग के माध्यम से एक कुशल कार्यबल के निर्माण सहित देश को बड़े पैमाने पर और गति से डिजिटाइज करने में मदद करने पर ध्यान केंद्रित किया है।
रॉबिन्स के मुताबिक, तेजी से विकसित हो रही डिजिटल अर्थव्यवस्था से प्रेरित भारत सिस्को के लिए नवाचार और व्यापार का केंद्र बिंदु है, और हम यहां अपनी साझेदारी के लिए गहराई से प्रतिबद्ध हैं।
–आईएएनएस
सीबीटी
ADVERTISEMENT
नई दिल्ली, 10 मई (आईएएनएस)। वैश्विक नेटवकिर्ंग दिग्गज सिस्को के अध्यक्ष और सीईओ चक रॉबिन्स ने बुधवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात की और इस बात पर चर्चा की कि कैसे कंपनी ने देश से निर्यात को बढ़ावा देने के लिए विनिर्माण पर दोगुना जोर दिया है।
सिस्को ने भारत और दुनिया भर में अपने ग्राहकों को अत्याधुनिक तकनीक प्रदान करने के अगले कदम के रूप में भारतीय विनिर्माण क्षमताओं में रणनीतिक निवेश की घोषणा की है।
रॉबिन्स ने ट्वीट किया, आपके नेतृत्व के लिए धन्यवाद, भारत के माननीय पीएम, यह घोषणा करते हुए रोमांचित हूं कि भारत विनिर्माण में निवेश कर रहा है।
सिस्को ने घोषणा की है कि वह एक मजबूत और सुरक्षित उपकरण पारिस्थितिकी तंत्र की पेशकश के माध्यम से आने वाले वर्षों में संयुक्त घरेलू उत्पादन और निर्यात में 1 बिलियन डॉलर से अधिक ड्राइव करने के उद्देश्य से भारत में विनिर्माण शुरू करेगी।
सिस्को के लिए भारत एक प्रमुख बाजार है और अमेरिका के बाहर इसका दूसरा सबसे बड़ा अनुसंधान एवं विकास केंद्र है।
1995 में भारत में संचालन शुरू करने के बाद से सिस्को ने देश के डिजिटलीकरण कार्यक्रम के माध्यम से परिवहन, कृषि जैसे क्षेत्रों के परिवर्तन को तेज करने और सिस्को नेटवकिर्ंग के माध्यम से एक कुशल कार्यबल के निर्माण सहित देश को बड़े पैमाने पर और गति से डिजिटाइज करने में मदद करने पर ध्यान केंद्रित किया है।
रॉबिन्स के मुताबिक, तेजी से विकसित हो रही डिजिटल अर्थव्यवस्था से प्रेरित भारत सिस्को के लिए नवाचार और व्यापार का केंद्र बिंदु है, और हम यहां अपनी साझेदारी के लिए गहराई से प्रतिबद्ध हैं।
–आईएएनएस
सीबीटी
ADVERTISEMENT
नई दिल्ली, 10 मई (आईएएनएस)। वैश्विक नेटवकिर्ंग दिग्गज सिस्को के अध्यक्ष और सीईओ चक रॉबिन्स ने बुधवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात की और इस बात पर चर्चा की कि कैसे कंपनी ने देश से निर्यात को बढ़ावा देने के लिए विनिर्माण पर दोगुना जोर दिया है।
सिस्को ने भारत और दुनिया भर में अपने ग्राहकों को अत्याधुनिक तकनीक प्रदान करने के अगले कदम के रूप में भारतीय विनिर्माण क्षमताओं में रणनीतिक निवेश की घोषणा की है।
रॉबिन्स ने ट्वीट किया, आपके नेतृत्व के लिए धन्यवाद, भारत के माननीय पीएम, यह घोषणा करते हुए रोमांचित हूं कि भारत विनिर्माण में निवेश कर रहा है।
सिस्को ने घोषणा की है कि वह एक मजबूत और सुरक्षित उपकरण पारिस्थितिकी तंत्र की पेशकश के माध्यम से आने वाले वर्षों में संयुक्त घरेलू उत्पादन और निर्यात में 1 बिलियन डॉलर से अधिक ड्राइव करने के उद्देश्य से भारत में विनिर्माण शुरू करेगी।
सिस्को के लिए भारत एक प्रमुख बाजार है और अमेरिका के बाहर इसका दूसरा सबसे बड़ा अनुसंधान एवं विकास केंद्र है।
1995 में भारत में संचालन शुरू करने के बाद से सिस्को ने देश के डिजिटलीकरण कार्यक्रम के माध्यम से परिवहन, कृषि जैसे क्षेत्रों के परिवर्तन को तेज करने और सिस्को नेटवकिर्ंग के माध्यम से एक कुशल कार्यबल के निर्माण सहित देश को बड़े पैमाने पर और गति से डिजिटाइज करने में मदद करने पर ध्यान केंद्रित किया है।
रॉबिन्स के मुताबिक, तेजी से विकसित हो रही डिजिटल अर्थव्यवस्था से प्रेरित भारत सिस्को के लिए नवाचार और व्यापार का केंद्र बिंदु है, और हम यहां अपनी साझेदारी के लिए गहराई से प्रतिबद्ध हैं।
–आईएएनएस
सीबीटी
ADVERTISEMENT
नई दिल्ली, 10 मई (आईएएनएस)। वैश्विक नेटवकिर्ंग दिग्गज सिस्को के अध्यक्ष और सीईओ चक रॉबिन्स ने बुधवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात की और इस बात पर चर्चा की कि कैसे कंपनी ने देश से निर्यात को बढ़ावा देने के लिए विनिर्माण पर दोगुना जोर दिया है।
सिस्को ने भारत और दुनिया भर में अपने ग्राहकों को अत्याधुनिक तकनीक प्रदान करने के अगले कदम के रूप में भारतीय विनिर्माण क्षमताओं में रणनीतिक निवेश की घोषणा की है।
रॉबिन्स ने ट्वीट किया, आपके नेतृत्व के लिए धन्यवाद, भारत के माननीय पीएम, यह घोषणा करते हुए रोमांचित हूं कि भारत विनिर्माण में निवेश कर रहा है।
सिस्को ने घोषणा की है कि वह एक मजबूत और सुरक्षित उपकरण पारिस्थितिकी तंत्र की पेशकश के माध्यम से आने वाले वर्षों में संयुक्त घरेलू उत्पादन और निर्यात में 1 बिलियन डॉलर से अधिक ड्राइव करने के उद्देश्य से भारत में विनिर्माण शुरू करेगी।
सिस्को के लिए भारत एक प्रमुख बाजार है और अमेरिका के बाहर इसका दूसरा सबसे बड़ा अनुसंधान एवं विकास केंद्र है।
1995 में भारत में संचालन शुरू करने के बाद से सिस्को ने देश के डिजिटलीकरण कार्यक्रम के माध्यम से परिवहन, कृषि जैसे क्षेत्रों के परिवर्तन को तेज करने और सिस्को नेटवकिर्ंग के माध्यम से एक कुशल कार्यबल के निर्माण सहित देश को बड़े पैमाने पर और गति से डिजिटाइज करने में मदद करने पर ध्यान केंद्रित किया है।
रॉबिन्स के मुताबिक, तेजी से विकसित हो रही डिजिटल अर्थव्यवस्था से प्रेरित भारत सिस्को के लिए नवाचार और व्यापार का केंद्र बिंदु है, और हम यहां अपनी साझेदारी के लिए गहराई से प्रतिबद्ध हैं।
–आईएएनएस
सीबीटी
ADVERTISEMENT
नई दिल्ली, 10 मई (आईएएनएस)। वैश्विक नेटवकिर्ंग दिग्गज सिस्को के अध्यक्ष और सीईओ चक रॉबिन्स ने बुधवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात की और इस बात पर चर्चा की कि कैसे कंपनी ने देश से निर्यात को बढ़ावा देने के लिए विनिर्माण पर दोगुना जोर दिया है।
सिस्को ने भारत और दुनिया भर में अपने ग्राहकों को अत्याधुनिक तकनीक प्रदान करने के अगले कदम के रूप में भारतीय विनिर्माण क्षमताओं में रणनीतिक निवेश की घोषणा की है।
रॉबिन्स ने ट्वीट किया, आपके नेतृत्व के लिए धन्यवाद, भारत के माननीय पीएम, यह घोषणा करते हुए रोमांचित हूं कि भारत विनिर्माण में निवेश कर रहा है।
सिस्को ने घोषणा की है कि वह एक मजबूत और सुरक्षित उपकरण पारिस्थितिकी तंत्र की पेशकश के माध्यम से आने वाले वर्षों में संयुक्त घरेलू उत्पादन और निर्यात में 1 बिलियन डॉलर से अधिक ड्राइव करने के उद्देश्य से भारत में विनिर्माण शुरू करेगी।
सिस्को के लिए भारत एक प्रमुख बाजार है और अमेरिका के बाहर इसका दूसरा सबसे बड़ा अनुसंधान एवं विकास केंद्र है।
1995 में भारत में संचालन शुरू करने के बाद से सिस्को ने देश के डिजिटलीकरण कार्यक्रम के माध्यम से परिवहन, कृषि जैसे क्षेत्रों के परिवर्तन को तेज करने और सिस्को नेटवकिर्ंग के माध्यम से एक कुशल कार्यबल के निर्माण सहित देश को बड़े पैमाने पर और गति से डिजिटाइज करने में मदद करने पर ध्यान केंद्रित किया है।
रॉबिन्स के मुताबिक, तेजी से विकसित हो रही डिजिटल अर्थव्यवस्था से प्रेरित भारत सिस्को के लिए नवाचार और व्यापार का केंद्र बिंदु है, और हम यहां अपनी साझेदारी के लिए गहराई से प्रतिबद्ध हैं।