तिरुवनंतपुरम, 11 जुलाई (आईएएनएस)। केरल में सत्तारूढ़ वाम लोकतांत्रिक मोर्चे की दूसरी सबसे बड़ी सहयोगी पार्टी सीपीआई समान नागरिक संहिता (यूसीसी) मामले से निपटने के सीपीआई (एम) के तरीके से नाखुश है।पार्टी सूत्राें ने यह जानकारी दी ।
उन्होंने कहा कि विवादास्पद मुद्दे से निपटने के लिए सीपीआई (एम) द्वारा अनावश्यक जल्दबाजी दिखाई गई।
सूत्रों के मुताबिक, हालांकि सीपीआई के राष्ट्रीय नेतृत्व ने अभी तक इस पर विचार नहीं किया है। केरल इकाई कांग्रेस के नेतृत्व वाले यूडीएफ में दूसरे सबसे बड़े सहयोगी आईयूएमएल को यूसीसी पर सेमिनार में आमंत्रित करने के सीपीआई (एम) के फैसले से नाखुश है।
रविवार को, IUML ने निमंत्रण के लिए विनम्रतापूर्वक ना कहने का फैसला किया।
जिस बात ने सीपीआई के राज्य नेतृत्व को असहज कर दिया, वह वह जल्दबाजी थी, जिसके साथ सीपीआई (एम) यूसीसी के साथ आगे बढ़ी, क्योंकि केंद्र को अभी भी इस मुद्दे पर मसौदा तैयार करना बाकी है। सूत्रों ने पूछा, “माकपा को वाम लोकतांत्रिक मोर्चे पर चर्चा किए बिना सेमिनार आयोजित करने की जल्दी क्यों थी?”
अब, सभी की निगाहें आईयूएमएल के प्रति सीपीआई (एम) के प्रस्ताव पर सीपीआई के रुख पर हैं, जब वह अपनी आगामी राष्ट्रीय बैठक के दौरान इस पर विचार करेगी।
–आईएएनएस
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