नई दिल्ली, 21 जून (आईएएनएस)। कें द्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) ने आर्यन खान ड्रग मामले से जुड़े 25 करोड़ रुपये की जबरन वसूली के मामले में कथित तौर पर एनसीबी के मुंबई जोन के पूर्व निदेशक समीर वानखेड़े का साथ देने के आरोपी सैम डिसूजा से अपने मुख्यालय में नौ घंटे तक पूछताछ की।
सीबीआई सूत्रों ने कहा कि उन्हें बुधवार को फिर से जांच में शामिल होने के लिए कहा गया है।
इस प्रकरण में वानखेड़े और चार अन्य के खिलाफ मामला दर्ज है।
डिसूजा को इस मामले में तीन बार समन भेजा गया था और कथित तौर पर वह पहले दो समन में शामिल नहीं हुए थे। मंगलवार को वह जांच में शामिल होने के लिए अपने वकीलों के साथ दिल्ली स्थित सीबीआई मुख्यालय पहुंचे।
एक सूत्र ने कहा, सैम डिसूजा अपने वकीलों के साथ पहुंचे। सीबीआई ने आज सुबह 10:30 बजे नोटिस जारी कर उन्हें दिल्ली स्थित सीबीआई मुख्यालय में पूछताछ के लिए बुलाया।
सूत्र ने कहा, डिसूजा ने शाहरुख खान के प्रबंधक और के.पी. गोसावी (एक गवाह) के बीच एक सौदा किया था। डिसूजा ने खान से कहा था कि वह इस मामले में उनकी मदद करेंगे।
डिसूजा ने अग्रिम जमानत के लिए बंबई उच्च न्यायालय का दरवाजा खटखटाया था, लेकिन अदालत ने उनकी याचिका खारिज कर दी थी।
इस मामले के गवाह प्रभाकर सेल ने चौंकाने वाले खुलासे किए थे कि डिसूजा और के.पी. गोसावी आर्यन खान की रिहाई के लिए शाहरुख खान से 25 करोड़ रुपये वसूलने की योजना बना रहे थे। सेल की बाद में रहस्यमय परिस्थितियों में सेल की मौत हो गई।
सूत्रों के अनुसार, 2 अक्टूबर, 2021 को आर्यन खान को एनसीबी के मुंबई जोन कार्यालय में लाया गया था, जहां डिसूजा और के.पी. गोसावी भी मौजूद थे। उन्होंने (सेल) 25 करोड़ रुपये के सौदे के बारे में उनकी बातचीत सुनी थी।
सीबीआई ने इससे पहले मुंबई में वानखेड़े से पूछताछ की थी। वानखेड़े ने भी बॉम्बे हाईकोर्ट का दरवाजा खटखटाया है, जिसने उन्हें 23 जून तक गिरफ्तारी से सुरक्षा प्रदान की है।
एक्सेस की गई प्राथमिकी में चौंकाने वाले खुलासे हुए हैं।
सीबीआई सूत्र ने प्राथमिकी का हवाला देते हुए कहा, समीर वानखेड़े पर इस जानकारी का खुलासा किए बिना महंगी घड़ियों की खरीद-बिक्री में शामिल होने का आरोप है। उन्होंने कथित तौर पर अपनी विदेश यात्राओं के दौरान अपने खचरें का ब्योरा भी छुपाया।
सीबीआई ने कहा है कि कोर्डेलिया क्रूज शिप पर जहां कुछ लोगों को पकड़ा गया, वहीं आर्यन खान को गिरफ्तार किया गया। इसमें यह भी उल्लेख किया गया है कि एनसीबी अधिकारी के रूप में पेश हुए गोसावी आर्यन खान की गिरफ्तारी के लिए जिम्मेदार थे। उन्हें इस तरह पेश किया गया था कि वे एनसीबी के अधिकारी लग रहे थे।
बाद में समझौते के लिए 25 करोड़ रुपये की मांग की गई, जिसे बाद में बातचीत के जरिए रकम घटाकर 8 करोड़ रुपये कर दी गई। शुरुआत में 50 लाख रुपये लिए गए, लेकिन बाद में मामला अटक जाने के कारण कुछ पैसे वापस कर दिए गए।
एनसीबी ने 3 अक्टूबर, 2021 को आर्यन खान को गिरफ्तार किया था। बाद में बॉम्बे हाईकोर्ट ने उन्हें 28 अक्टूबर, 2021 को जमानत दे दी। आर्यन खान ने 25 दिन जेल में बिताए।
27 मई, 2022 को एनसीबी ने आर्यन खान को क्लीन चिट देते हुए ड्रग्स जब्त मामले में चार्जशीट दाखिल की थी। एजेंसी ने कहा था कि आर्यन खान के खिलाफ पर्याप्त सबूत नहीं हैं। एनसीबी द्वारा 14 लोगों के खिलाफ आरोपपत्र दायर किया गया था।
–आईएएनएस
एसजीके