नई दिल्ली, 15 जून (आईएएनएस)। केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) ने अहमदाबाद के पूर्व अतिरिक्त आयुक्त और सहायक आयकर आयुक्त और रिश्वत मामले में एक निजी व्यक्ति के खिलाफ आरोप पत्र दायर किया है।
सीबीआई ने तत्कालीन अतिरिक्त आयुक्त संतोष करनानी, सहायक आयुक्त विवेक जौहरी और निजी व्यक्ति मालव मेहता के खिलाफ एक विशेष अदालत में आरोपपत्र दाखिल किया।
इसने गुजरात सरकार के एक अनुरोध के आधार पर 12 अक्टूबर, 2022 को करनानी के खिलाफ मामला दर्ज किया।
पहले मामला अहमदाबाद शहर के भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (एसीबी) पुलिस स्टेशन में दर्ज किया गया था और बाद में सीबीआई ने जांच को अपने हाथ में ले लिया।
मामला 30 लाख रुपये की रिश्वतखोरी से जुड़ा है। आरोप है कि गुजरात से एसीबी की टीम जब करनानी के कार्यालय पहुंची तो वह हंगामा कर फरार हो गया।
भागने से पहले करनानी ने जौहरी को दो मोबाइल हैंडसेट सौंपे थे, जिन्होंने करनानी के भागने में मदद की और दो मोबाइल हैंडसेट को साबरमती नदी में फेंक दिया।
सीबीआई ने गोताखोरों और अन्य एजेंसियों की मदद से दोनों मोबाइल साबरमती नदी से बरामद किए। जांच के दौरान करनानी और जौहरी को गिरफ्तार कर लिया गया और वे फिलहाल न्यायिक हिरासत में हैं।
बड़ी साजिश का पदार्फाश करने के लिए आगे की जांच की जा रही है।
–आईएएनएस
एसजीके
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नई दिल्ली, 15 जून (आईएएनएस)। केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) ने अहमदाबाद के पूर्व अतिरिक्त आयुक्त और सहायक आयकर आयुक्त और रिश्वत मामले में एक निजी व्यक्ति के खिलाफ आरोप पत्र दायर किया है।
सीबीआई ने तत्कालीन अतिरिक्त आयुक्त संतोष करनानी, सहायक आयुक्त विवेक जौहरी और निजी व्यक्ति मालव मेहता के खिलाफ एक विशेष अदालत में आरोपपत्र दाखिल किया।
इसने गुजरात सरकार के एक अनुरोध के आधार पर 12 अक्टूबर, 2022 को करनानी के खिलाफ मामला दर्ज किया।
पहले मामला अहमदाबाद शहर के भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (एसीबी) पुलिस स्टेशन में दर्ज किया गया था और बाद में सीबीआई ने जांच को अपने हाथ में ले लिया।
मामला 30 लाख रुपये की रिश्वतखोरी से जुड़ा है। आरोप है कि गुजरात से एसीबी की टीम जब करनानी के कार्यालय पहुंची तो वह हंगामा कर फरार हो गया।
भागने से पहले करनानी ने जौहरी को दो मोबाइल हैंडसेट सौंपे थे, जिन्होंने करनानी के भागने में मदद की और दो मोबाइल हैंडसेट को साबरमती नदी में फेंक दिया।
सीबीआई ने गोताखोरों और अन्य एजेंसियों की मदद से दोनों मोबाइल साबरमती नदी से बरामद किए। जांच के दौरान करनानी और जौहरी को गिरफ्तार कर लिया गया और वे फिलहाल न्यायिक हिरासत में हैं।
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नई दिल्ली, 15 जून (आईएएनएस)। केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) ने अहमदाबाद के पूर्व अतिरिक्त आयुक्त और सहायक आयकर आयुक्त और रिश्वत मामले में एक निजी व्यक्ति के खिलाफ आरोप पत्र दायर किया है।
सीबीआई ने तत्कालीन अतिरिक्त आयुक्त संतोष करनानी, सहायक आयुक्त विवेक जौहरी और निजी व्यक्ति मालव मेहता के खिलाफ एक विशेष अदालत में आरोपपत्र दाखिल किया।
इसने गुजरात सरकार के एक अनुरोध के आधार पर 12 अक्टूबर, 2022 को करनानी के खिलाफ मामला दर्ज किया।
पहले मामला अहमदाबाद शहर के भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (एसीबी) पुलिस स्टेशन में दर्ज किया गया था और बाद में सीबीआई ने जांच को अपने हाथ में ले लिया।
मामला 30 लाख रुपये की रिश्वतखोरी से जुड़ा है। आरोप है कि गुजरात से एसीबी की टीम जब करनानी के कार्यालय पहुंची तो वह हंगामा कर फरार हो गया।
भागने से पहले करनानी ने जौहरी को दो मोबाइल हैंडसेट सौंपे थे, जिन्होंने करनानी के भागने में मदद की और दो मोबाइल हैंडसेट को साबरमती नदी में फेंक दिया।
सीबीआई ने गोताखोरों और अन्य एजेंसियों की मदद से दोनों मोबाइल साबरमती नदी से बरामद किए। जांच के दौरान करनानी और जौहरी को गिरफ्तार कर लिया गया और वे फिलहाल न्यायिक हिरासत में हैं।
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सीबीआई ने तत्कालीन अतिरिक्त आयुक्त संतोष करनानी, सहायक आयुक्त विवेक जौहरी और निजी व्यक्ति मालव मेहता के खिलाफ एक विशेष अदालत में आरोपपत्र दाखिल किया।
इसने गुजरात सरकार के एक अनुरोध के आधार पर 12 अक्टूबर, 2022 को करनानी के खिलाफ मामला दर्ज किया।
पहले मामला अहमदाबाद शहर के भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (एसीबी) पुलिस स्टेशन में दर्ज किया गया था और बाद में सीबीआई ने जांच को अपने हाथ में ले लिया।
मामला 30 लाख रुपये की रिश्वतखोरी से जुड़ा है। आरोप है कि गुजरात से एसीबी की टीम जब करनानी के कार्यालय पहुंची तो वह हंगामा कर फरार हो गया।
भागने से पहले करनानी ने जौहरी को दो मोबाइल हैंडसेट सौंपे थे, जिन्होंने करनानी के भागने में मदद की और दो मोबाइल हैंडसेट को साबरमती नदी में फेंक दिया।
सीबीआई ने गोताखोरों और अन्य एजेंसियों की मदद से दोनों मोबाइल साबरमती नदी से बरामद किए। जांच के दौरान करनानी और जौहरी को गिरफ्तार कर लिया गया और वे फिलहाल न्यायिक हिरासत में हैं।
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सीबीआई ने तत्कालीन अतिरिक्त आयुक्त संतोष करनानी, सहायक आयुक्त विवेक जौहरी और निजी व्यक्ति मालव मेहता के खिलाफ एक विशेष अदालत में आरोपपत्र दाखिल किया।
इसने गुजरात सरकार के एक अनुरोध के आधार पर 12 अक्टूबर, 2022 को करनानी के खिलाफ मामला दर्ज किया।
पहले मामला अहमदाबाद शहर के भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (एसीबी) पुलिस स्टेशन में दर्ज किया गया था और बाद में सीबीआई ने जांच को अपने हाथ में ले लिया।
मामला 30 लाख रुपये की रिश्वतखोरी से जुड़ा है। आरोप है कि गुजरात से एसीबी की टीम जब करनानी के कार्यालय पहुंची तो वह हंगामा कर फरार हो गया।
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सीबीआई ने गोताखोरों और अन्य एजेंसियों की मदद से दोनों मोबाइल साबरमती नदी से बरामद किए। जांच के दौरान करनानी और जौहरी को गिरफ्तार कर लिया गया और वे फिलहाल न्यायिक हिरासत में हैं।
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सीबीआई ने तत्कालीन अतिरिक्त आयुक्त संतोष करनानी, सहायक आयुक्त विवेक जौहरी और निजी व्यक्ति मालव मेहता के खिलाफ एक विशेष अदालत में आरोपपत्र दाखिल किया।
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मामला 30 लाख रुपये की रिश्वतखोरी से जुड़ा है। आरोप है कि गुजरात से एसीबी की टीम जब करनानी के कार्यालय पहुंची तो वह हंगामा कर फरार हो गया।
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सीबीआई ने गोताखोरों और अन्य एजेंसियों की मदद से दोनों मोबाइल साबरमती नदी से बरामद किए। जांच के दौरान करनानी और जौहरी को गिरफ्तार कर लिया गया और वे फिलहाल न्यायिक हिरासत में हैं।
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सीबीआई ने तत्कालीन अतिरिक्त आयुक्त संतोष करनानी, सहायक आयुक्त विवेक जौहरी और निजी व्यक्ति मालव मेहता के खिलाफ एक विशेष अदालत में आरोपपत्र दाखिल किया।
इसने गुजरात सरकार के एक अनुरोध के आधार पर 12 अक्टूबर, 2022 को करनानी के खिलाफ मामला दर्ज किया।
पहले मामला अहमदाबाद शहर के भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (एसीबी) पुलिस स्टेशन में दर्ज किया गया था और बाद में सीबीआई ने जांच को अपने हाथ में ले लिया।
मामला 30 लाख रुपये की रिश्वतखोरी से जुड़ा है। आरोप है कि गुजरात से एसीबी की टीम जब करनानी के कार्यालय पहुंची तो वह हंगामा कर फरार हो गया।
भागने से पहले करनानी ने जौहरी को दो मोबाइल हैंडसेट सौंपे थे, जिन्होंने करनानी के भागने में मदद की और दो मोबाइल हैंडसेट को साबरमती नदी में फेंक दिया।
सीबीआई ने गोताखोरों और अन्य एजेंसियों की मदद से दोनों मोबाइल साबरमती नदी से बरामद किए। जांच के दौरान करनानी और जौहरी को गिरफ्तार कर लिया गया और वे फिलहाल न्यायिक हिरासत में हैं।
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सीबीआई ने तत्कालीन अतिरिक्त आयुक्त संतोष करनानी, सहायक आयुक्त विवेक जौहरी और निजी व्यक्ति मालव मेहता के खिलाफ एक विशेष अदालत में आरोपपत्र दाखिल किया।
इसने गुजरात सरकार के एक अनुरोध के आधार पर 12 अक्टूबर, 2022 को करनानी के खिलाफ मामला दर्ज किया।
पहले मामला अहमदाबाद शहर के भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (एसीबी) पुलिस स्टेशन में दर्ज किया गया था और बाद में सीबीआई ने जांच को अपने हाथ में ले लिया।
मामला 30 लाख रुपये की रिश्वतखोरी से जुड़ा है। आरोप है कि गुजरात से एसीबी की टीम जब करनानी के कार्यालय पहुंची तो वह हंगामा कर फरार हो गया।
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सीबीआई ने गोताखोरों और अन्य एजेंसियों की मदद से दोनों मोबाइल साबरमती नदी से बरामद किए। जांच के दौरान करनानी और जौहरी को गिरफ्तार कर लिया गया और वे फिलहाल न्यायिक हिरासत में हैं।
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सीबीआई ने तत्कालीन अतिरिक्त आयुक्त संतोष करनानी, सहायक आयुक्त विवेक जौहरी और निजी व्यक्ति मालव मेहता के खिलाफ एक विशेष अदालत में आरोपपत्र दाखिल किया।
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सीबीआई ने गोताखोरों और अन्य एजेंसियों की मदद से दोनों मोबाइल साबरमती नदी से बरामद किए। जांच के दौरान करनानी और जौहरी को गिरफ्तार कर लिया गया और वे फिलहाल न्यायिक हिरासत में हैं।
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सीबीआई ने तत्कालीन अतिरिक्त आयुक्त संतोष करनानी, सहायक आयुक्त विवेक जौहरी और निजी व्यक्ति मालव मेहता के खिलाफ एक विशेष अदालत में आरोपपत्र दाखिल किया।
इसने गुजरात सरकार के एक अनुरोध के आधार पर 12 अक्टूबर, 2022 को करनानी के खिलाफ मामला दर्ज किया।
पहले मामला अहमदाबाद शहर के भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (एसीबी) पुलिस स्टेशन में दर्ज किया गया था और बाद में सीबीआई ने जांच को अपने हाथ में ले लिया।
मामला 30 लाख रुपये की रिश्वतखोरी से जुड़ा है। आरोप है कि गुजरात से एसीबी की टीम जब करनानी के कार्यालय पहुंची तो वह हंगामा कर फरार हो गया।
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सीबीआई ने तत्कालीन अतिरिक्त आयुक्त संतोष करनानी, सहायक आयुक्त विवेक जौहरी और निजी व्यक्ति मालव मेहता के खिलाफ एक विशेष अदालत में आरोपपत्र दाखिल किया।
इसने गुजरात सरकार के एक अनुरोध के आधार पर 12 अक्टूबर, 2022 को करनानी के खिलाफ मामला दर्ज किया।
पहले मामला अहमदाबाद शहर के भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (एसीबी) पुलिस स्टेशन में दर्ज किया गया था और बाद में सीबीआई ने जांच को अपने हाथ में ले लिया।
मामला 30 लाख रुपये की रिश्वतखोरी से जुड़ा है। आरोप है कि गुजरात से एसीबी की टीम जब करनानी के कार्यालय पहुंची तो वह हंगामा कर फरार हो गया।
भागने से पहले करनानी ने जौहरी को दो मोबाइल हैंडसेट सौंपे थे, जिन्होंने करनानी के भागने में मदद की और दो मोबाइल हैंडसेट को साबरमती नदी में फेंक दिया।
सीबीआई ने गोताखोरों और अन्य एजेंसियों की मदद से दोनों मोबाइल साबरमती नदी से बरामद किए। जांच के दौरान करनानी और जौहरी को गिरफ्तार कर लिया गया और वे फिलहाल न्यायिक हिरासत में हैं।
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सीबीआई ने तत्कालीन अतिरिक्त आयुक्त संतोष करनानी, सहायक आयुक्त विवेक जौहरी और निजी व्यक्ति मालव मेहता के खिलाफ एक विशेष अदालत में आरोपपत्र दाखिल किया।
इसने गुजरात सरकार के एक अनुरोध के आधार पर 12 अक्टूबर, 2022 को करनानी के खिलाफ मामला दर्ज किया।
पहले मामला अहमदाबाद शहर के भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (एसीबी) पुलिस स्टेशन में दर्ज किया गया था और बाद में सीबीआई ने जांच को अपने हाथ में ले लिया।
मामला 30 लाख रुपये की रिश्वतखोरी से जुड़ा है। आरोप है कि गुजरात से एसीबी की टीम जब करनानी के कार्यालय पहुंची तो वह हंगामा कर फरार हो गया।
भागने से पहले करनानी ने जौहरी को दो मोबाइल हैंडसेट सौंपे थे, जिन्होंने करनानी के भागने में मदद की और दो मोबाइल हैंडसेट को साबरमती नदी में फेंक दिया।
सीबीआई ने गोताखोरों और अन्य एजेंसियों की मदद से दोनों मोबाइल साबरमती नदी से बरामद किए। जांच के दौरान करनानी और जौहरी को गिरफ्तार कर लिया गया और वे फिलहाल न्यायिक हिरासत में हैं।
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मामला 30 लाख रुपये की रिश्वतखोरी से जुड़ा है। आरोप है कि गुजरात से एसीबी की टीम जब करनानी के कार्यालय पहुंची तो वह हंगामा कर फरार हो गया।
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