नई दिल्ली, 14 दिसंबर (आईएएनएस)। लोकसभा की सुरक्षा में चूक के मामले पर विपक्षी सांसदों का सदन के अंदर और बाहर हंगामा गुरुवार को भी जारी रहा। विपक्षी दलों के हंगामे के कारण सदन की कार्यवाही को पहले 2 बजे, फिर 3 बजे तक और फिर दिन भर के लिए स्थगित करना पड़ा। बार-बार चेतावनी दिए जाने के बावजूद लोकसभा में हंगामा जारी रहने पर पहले पांच सांसदों और फिर नौ सांसदों यानी कुल मिलाकर 14 सांसदों को पूरे सत्र के लिए सदन से सस्पेंड कर दिया गया।
दोपहर 2 बजे सदन की कार्यवाही शुरू होने पर भी जब विपक्षी सांसदों का हंगामा जारी रहा तो केंद्रीय संसदीय कार्य मंत्री प्रल्हाद जोशी ने हंगामा कर रहे पांच सांसदों को सदन से सस्पेंड करने का प्रस्ताव सदन के अंदर रखा, जिसे सदन द्वारा स्वीकार कर लिए जाने के बाद हिबी ईडन, एस. ज्योतिमणि, टी एन प्रथापन, राम्या हरिदास और डीन कुरियाकोस को संसद के वर्तमान शीतकालीन सत्र की बची हुई अवधि के लिए सस्पेंड कर दिया गया।
इसके बाद सदन की कार्यवाही को 3 बजे तक के लिए स्थगित कर दिया गया। दोपहर 3 बजे जब फिर से लोकसभा की कार्यवाही शुरू हुई तो उस समय भी विपक्षी सांसदों का हंगामा जारी रहने पर केंद्रीय संसदीय कार्य मंत्री प्रल्हाद जोशी ने हंगामा कर रहे नौ सांसदों का नाम लेकर उन्हें सदन से सस्पेंड करने का प्रस्ताव सदन के अंदर रखा, जिसे सदन द्वारा स्वीकार कर लिए जाने के बाद वीके श्रीकंदन, बेहनन बैन्नी, मोहम्मद जावेद, माणिक्कम टैगोर, कनिमोझी, एसआर पार्थिबन, पीआर नटराजन, एस वेंकटेशन और के. सुब्बारायण को संसद के वर्तमान शीतकालीन सत्र की बची हुई अवधि के लिए सस्पेंड कर दिया गया।
इसके बाद सदन की कार्यवाही को दिन भर के लिए स्थगित कर दिया गया। लोकसभा की अगली बैठक अब शुक्रवार,15 दिसंबर को सुबह 11 बजे होगी। इससे पहले दोपहर दो बजे लोकसभा की कार्यवाही शुरू होते ही विपक्षी सांसदों के हंगामे के बीच सरकार की तरफ से केंद्रीय संसदीय कार्य मंत्री प्रल्हाद जोशी ने तारीख के साथ कई घटनाओं का जिक्र करते हुए कहा कि इस तरह की घटनाएं लोकसभा में पहले भी हुई है और बुधवार की घटना के बाद स्पीकर द्वारा बुलाई गई बैठक में आए सुझावों के आधार पर सुरक्षा को मजबूत करने के लिए कई कदम पहले ही उठा लिए गए हैं और आज भी स्पीकर ने इसकी समीक्षा की है।
जोशी ने लोकसभा स्पीकर को पार्लियामेंट का कस्टोडियन बताते हुए आगे कहा कि इस पर कोई राजनीति नहीं होनी चाहिए, हम सबको दलगत राजनीति से ऊपर उठकर इस पर काम करना है। अतीत से सबक लेते हुए भविष्य के लिए काम करना है।
–आईएएनएस
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