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स्मार्ट इंडिया हैकाथॉन का केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान 11 दिसंबर को करेंगे उद्घाटन

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December 6, 2024
in राष्ट्रीय
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स्मार्ट इंडिया हैकाथॉन का केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान 11 दिसंबर को करेंगे उद्घाटन
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नई दिल्ली, 6 दिसंबर (आईएएनएस)। देश भर में एक बार फिर स्मार्ट इंडिया हैकाथॉन (एसआईएच) का ग्रैंड फिनाले आयोजित होने जा रहा है। इस बार आयोजित होने जा रहे राष्ट्रव्यापी स्मार्ट इंडिया हैकाथॉन में 54 विभिन्न मंत्रालयों, विभागों, राज्य सरकारों, सार्वजनिक उपक्रमों की 250 से अधिक समस्याओं के समाधान दिए जाएंगे। इसका उद्देश्य दैनिक जीवन की गंभीर समस्याओं का हल ढूंढना है।

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केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय के मुताबिक यह स्मार्ट इंडिया हैकाथॉन का सातवां संस्करण है। यह 11 दिसंबर को देशभर के 51 केंद्रों पर शुरू होगा। इसका उद्घाटन केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान वर्चुअल माध्यम से करेंगे।

एसआईएच एक राष्ट्रव्यापी पहल है और इसका उद्देश्य दैनिक जीवन में आने वाली कुछ गंभीर समस्याओं का हल करने के लिए छात्रों को मंच प्रदान करना है। साथ ही इसका उद्देश्य उत्पाद नवाचार और समस्या-समाधान मानसिकता की संस्कृति को विकसित करना है। पिछले संस्करणों की तरह, विभिन्न संस्थाओं के छात्र दल अलग-अलग मंत्रालयों, विभागों और उद्योगों की समस्याओं पर सुझावों देने का काम करेंगे।

शिक्षा मंत्रालय के मुताबिक इस वर्ष संस्थान स्तर पर आंतरिक हैकथॉन में 240 प्रतिशत की प्रभावशाली वृद्धि दर्ज की गई है। यह एआईएच 2023 में 900 से बढ़कर एआईएच 2024 में 2,247 से अधिक हो गई है। यही कारण है कि यह हैकथॉन का अब तक का सबसे बड़ा संस्करण है।

एआईएच का ग्रैंड फिनाले विभिन्न मंत्रालयों व सरकारी विभागों के अधिकारियों और छात्रों, शैक्षणिक संस्थानों के शिक्षकों के बीच खुली बातचीत के लिए एक खुले मंच के रूप में भी कार्य करता है। पहचान की गई चुनौतियों और उनके समाधान के तहत राष्ट्रीय महत्व और राष्ट्रीय प्राथमिकताओं के क्षेत्रों से जुड़े 17 प्रमुख क्षेत्र हैं।

इन विषयों में स्वास्थ्य सेवा, आपूर्ति श्रृंखला और रसद, स्मार्ट प्रौद्योगिकी, विरासत और संस्कृति, स्थिरता, शिक्षा और कौशल विकास, जल, कृषि और खाद्य, उभरती प्रौद्योगिकी और आपदा प्रबंधन शामिल हैं।

केंद्र सरकार का मानना है कि एसआईएच ने भारत के नवाचार परिदृश्य को गहराई से प्रभावित किया है। इसने छात्रों और पेशेवरों को वास्तविक दुनिया की चुनौतियों का सामना करने के लिए सशक्त बनाया है।

इस सफलता को सुनिश्चित करने वाला एक महत्वपूर्ण तत्व एसआईएच पूर्व छात्र नेटवर्क भी है। इस नेटवर्क के परिवर्तनकारी परिणामों को दर्शाने वाली सफलता की कहानियां एक पोर्टल पर उपलब्ध हैं। एसआईएच से जुड़े पूर्व छात्रों द्वारा कई मजबूत सामाजिक आयाम वाले स्टार्टअप स्थापित किए गए हैं। आज तक ऐसे 100 से अधिक स्टार्टअप स्थापित किए जा चुके हैं।

–आईएएनएस

जीसीबी/एबीएम

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नई दिल्ली, 6 दिसंबर (आईएएनएस)। देश भर में एक बार फिर स्मार्ट इंडिया हैकाथॉन (एसआईएच) का ग्रैंड फिनाले आयोजित होने जा रहा है। इस बार आयोजित होने जा रहे राष्ट्रव्यापी स्मार्ट इंडिया हैकाथॉन में 54 विभिन्न मंत्रालयों, विभागों, राज्य सरकारों, सार्वजनिक उपक्रमों की 250 से अधिक समस्याओं के समाधान दिए जाएंगे। इसका उद्देश्य दैनिक जीवन की गंभीर समस्याओं का हल ढूंढना है।

केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय के मुताबिक यह स्मार्ट इंडिया हैकाथॉन का सातवां संस्करण है। यह 11 दिसंबर को देशभर के 51 केंद्रों पर शुरू होगा। इसका उद्घाटन केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान वर्चुअल माध्यम से करेंगे।

एसआईएच एक राष्ट्रव्यापी पहल है और इसका उद्देश्य दैनिक जीवन में आने वाली कुछ गंभीर समस्याओं का हल करने के लिए छात्रों को मंच प्रदान करना है। साथ ही इसका उद्देश्य उत्पाद नवाचार और समस्या-समाधान मानसिकता की संस्कृति को विकसित करना है। पिछले संस्करणों की तरह, विभिन्न संस्थाओं के छात्र दल अलग-अलग मंत्रालयों, विभागों और उद्योगों की समस्याओं पर सुझावों देने का काम करेंगे।

शिक्षा मंत्रालय के मुताबिक इस वर्ष संस्थान स्तर पर आंतरिक हैकथॉन में 240 प्रतिशत की प्रभावशाली वृद्धि दर्ज की गई है। यह एआईएच 2023 में 900 से बढ़कर एआईएच 2024 में 2,247 से अधिक हो गई है। यही कारण है कि यह हैकथॉन का अब तक का सबसे बड़ा संस्करण है।

एआईएच का ग्रैंड फिनाले विभिन्न मंत्रालयों व सरकारी विभागों के अधिकारियों और छात्रों, शैक्षणिक संस्थानों के शिक्षकों के बीच खुली बातचीत के लिए एक खुले मंच के रूप में भी कार्य करता है। पहचान की गई चुनौतियों और उनके समाधान के तहत राष्ट्रीय महत्व और राष्ट्रीय प्राथमिकताओं के क्षेत्रों से जुड़े 17 प्रमुख क्षेत्र हैं।

इन विषयों में स्वास्थ्य सेवा, आपूर्ति श्रृंखला और रसद, स्मार्ट प्रौद्योगिकी, विरासत और संस्कृति, स्थिरता, शिक्षा और कौशल विकास, जल, कृषि और खाद्य, उभरती प्रौद्योगिकी और आपदा प्रबंधन शामिल हैं।

केंद्र सरकार का मानना है कि एसआईएच ने भारत के नवाचार परिदृश्य को गहराई से प्रभावित किया है। इसने छात्रों और पेशेवरों को वास्तविक दुनिया की चुनौतियों का सामना करने के लिए सशक्त बनाया है।

इस सफलता को सुनिश्चित करने वाला एक महत्वपूर्ण तत्व एसआईएच पूर्व छात्र नेटवर्क भी है। इस नेटवर्क के परिवर्तनकारी परिणामों को दर्शाने वाली सफलता की कहानियां एक पोर्टल पर उपलब्ध हैं। एसआईएच से जुड़े पूर्व छात्रों द्वारा कई मजबूत सामाजिक आयाम वाले स्टार्टअप स्थापित किए गए हैं। आज तक ऐसे 100 से अधिक स्टार्टअप स्थापित किए जा चुके हैं।

–आईएएनएस

जीसीबी/एबीएम

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नई दिल्ली, 6 दिसंबर (आईएएनएस)। देश भर में एक बार फिर स्मार्ट इंडिया हैकाथॉन (एसआईएच) का ग्रैंड फिनाले आयोजित होने जा रहा है। इस बार आयोजित होने जा रहे राष्ट्रव्यापी स्मार्ट इंडिया हैकाथॉन में 54 विभिन्न मंत्रालयों, विभागों, राज्य सरकारों, सार्वजनिक उपक्रमों की 250 से अधिक समस्याओं के समाधान दिए जाएंगे। इसका उद्देश्य दैनिक जीवन की गंभीर समस्याओं का हल ढूंढना है।

केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय के मुताबिक यह स्मार्ट इंडिया हैकाथॉन का सातवां संस्करण है। यह 11 दिसंबर को देशभर के 51 केंद्रों पर शुरू होगा। इसका उद्घाटन केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान वर्चुअल माध्यम से करेंगे।

एसआईएच एक राष्ट्रव्यापी पहल है और इसका उद्देश्य दैनिक जीवन में आने वाली कुछ गंभीर समस्याओं का हल करने के लिए छात्रों को मंच प्रदान करना है। साथ ही इसका उद्देश्य उत्पाद नवाचार और समस्या-समाधान मानसिकता की संस्कृति को विकसित करना है। पिछले संस्करणों की तरह, विभिन्न संस्थाओं के छात्र दल अलग-अलग मंत्रालयों, विभागों और उद्योगों की समस्याओं पर सुझावों देने का काम करेंगे।

शिक्षा मंत्रालय के मुताबिक इस वर्ष संस्थान स्तर पर आंतरिक हैकथॉन में 240 प्रतिशत की प्रभावशाली वृद्धि दर्ज की गई है। यह एआईएच 2023 में 900 से बढ़कर एआईएच 2024 में 2,247 से अधिक हो गई है। यही कारण है कि यह हैकथॉन का अब तक का सबसे बड़ा संस्करण है।

एआईएच का ग्रैंड फिनाले विभिन्न मंत्रालयों व सरकारी विभागों के अधिकारियों और छात्रों, शैक्षणिक संस्थानों के शिक्षकों के बीच खुली बातचीत के लिए एक खुले मंच के रूप में भी कार्य करता है। पहचान की गई चुनौतियों और उनके समाधान के तहत राष्ट्रीय महत्व और राष्ट्रीय प्राथमिकताओं के क्षेत्रों से जुड़े 17 प्रमुख क्षेत्र हैं।

इन विषयों में स्वास्थ्य सेवा, आपूर्ति श्रृंखला और रसद, स्मार्ट प्रौद्योगिकी, विरासत और संस्कृति, स्थिरता, शिक्षा और कौशल विकास, जल, कृषि और खाद्य, उभरती प्रौद्योगिकी और आपदा प्रबंधन शामिल हैं।

केंद्र सरकार का मानना है कि एसआईएच ने भारत के नवाचार परिदृश्य को गहराई से प्रभावित किया है। इसने छात्रों और पेशेवरों को वास्तविक दुनिया की चुनौतियों का सामना करने के लिए सशक्त बनाया है।

इस सफलता को सुनिश्चित करने वाला एक महत्वपूर्ण तत्व एसआईएच पूर्व छात्र नेटवर्क भी है। इस नेटवर्क के परिवर्तनकारी परिणामों को दर्शाने वाली सफलता की कहानियां एक पोर्टल पर उपलब्ध हैं। एसआईएच से जुड़े पूर्व छात्रों द्वारा कई मजबूत सामाजिक आयाम वाले स्टार्टअप स्थापित किए गए हैं। आज तक ऐसे 100 से अधिक स्टार्टअप स्थापित किए जा चुके हैं।

–आईएएनएस

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केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय के मुताबिक यह स्मार्ट इंडिया हैकाथॉन का सातवां संस्करण है। यह 11 दिसंबर को देशभर के 51 केंद्रों पर शुरू होगा। इसका उद्घाटन केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान वर्चुअल माध्यम से करेंगे।

एसआईएच एक राष्ट्रव्यापी पहल है और इसका उद्देश्य दैनिक जीवन में आने वाली कुछ गंभीर समस्याओं का हल करने के लिए छात्रों को मंच प्रदान करना है। साथ ही इसका उद्देश्य उत्पाद नवाचार और समस्या-समाधान मानसिकता की संस्कृति को विकसित करना है। पिछले संस्करणों की तरह, विभिन्न संस्थाओं के छात्र दल अलग-अलग मंत्रालयों, विभागों और उद्योगों की समस्याओं पर सुझावों देने का काम करेंगे।

शिक्षा मंत्रालय के मुताबिक इस वर्ष संस्थान स्तर पर आंतरिक हैकथॉन में 240 प्रतिशत की प्रभावशाली वृद्धि दर्ज की गई है। यह एआईएच 2023 में 900 से बढ़कर एआईएच 2024 में 2,247 से अधिक हो गई है। यही कारण है कि यह हैकथॉन का अब तक का सबसे बड़ा संस्करण है।

एआईएच का ग्रैंड फिनाले विभिन्न मंत्रालयों व सरकारी विभागों के अधिकारियों और छात्रों, शैक्षणिक संस्थानों के शिक्षकों के बीच खुली बातचीत के लिए एक खुले मंच के रूप में भी कार्य करता है। पहचान की गई चुनौतियों और उनके समाधान के तहत राष्ट्रीय महत्व और राष्ट्रीय प्राथमिकताओं के क्षेत्रों से जुड़े 17 प्रमुख क्षेत्र हैं।

इन विषयों में स्वास्थ्य सेवा, आपूर्ति श्रृंखला और रसद, स्मार्ट प्रौद्योगिकी, विरासत और संस्कृति, स्थिरता, शिक्षा और कौशल विकास, जल, कृषि और खाद्य, उभरती प्रौद्योगिकी और आपदा प्रबंधन शामिल हैं।

केंद्र सरकार का मानना है कि एसआईएच ने भारत के नवाचार परिदृश्य को गहराई से प्रभावित किया है। इसने छात्रों और पेशेवरों को वास्तविक दुनिया की चुनौतियों का सामना करने के लिए सशक्त बनाया है।

इस सफलता को सुनिश्चित करने वाला एक महत्वपूर्ण तत्व एसआईएच पूर्व छात्र नेटवर्क भी है। इस नेटवर्क के परिवर्तनकारी परिणामों को दर्शाने वाली सफलता की कहानियां एक पोर्टल पर उपलब्ध हैं। एसआईएच से जुड़े पूर्व छात्रों द्वारा कई मजबूत सामाजिक आयाम वाले स्टार्टअप स्थापित किए गए हैं। आज तक ऐसे 100 से अधिक स्टार्टअप स्थापित किए जा चुके हैं।

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केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय के मुताबिक यह स्मार्ट इंडिया हैकाथॉन का सातवां संस्करण है। यह 11 दिसंबर को देशभर के 51 केंद्रों पर शुरू होगा। इसका उद्घाटन केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान वर्चुअल माध्यम से करेंगे।

एसआईएच एक राष्ट्रव्यापी पहल है और इसका उद्देश्य दैनिक जीवन में आने वाली कुछ गंभीर समस्याओं का हल करने के लिए छात्रों को मंच प्रदान करना है। साथ ही इसका उद्देश्य उत्पाद नवाचार और समस्या-समाधान मानसिकता की संस्कृति को विकसित करना है। पिछले संस्करणों की तरह, विभिन्न संस्थाओं के छात्र दल अलग-अलग मंत्रालयों, विभागों और उद्योगों की समस्याओं पर सुझावों देने का काम करेंगे।

शिक्षा मंत्रालय के मुताबिक इस वर्ष संस्थान स्तर पर आंतरिक हैकथॉन में 240 प्रतिशत की प्रभावशाली वृद्धि दर्ज की गई है। यह एआईएच 2023 में 900 से बढ़कर एआईएच 2024 में 2,247 से अधिक हो गई है। यही कारण है कि यह हैकथॉन का अब तक का सबसे बड़ा संस्करण है।

एआईएच का ग्रैंड फिनाले विभिन्न मंत्रालयों व सरकारी विभागों के अधिकारियों और छात्रों, शैक्षणिक संस्थानों के शिक्षकों के बीच खुली बातचीत के लिए एक खुले मंच के रूप में भी कार्य करता है। पहचान की गई चुनौतियों और उनके समाधान के तहत राष्ट्रीय महत्व और राष्ट्रीय प्राथमिकताओं के क्षेत्रों से जुड़े 17 प्रमुख क्षेत्र हैं।

इन विषयों में स्वास्थ्य सेवा, आपूर्ति श्रृंखला और रसद, स्मार्ट प्रौद्योगिकी, विरासत और संस्कृति, स्थिरता, शिक्षा और कौशल विकास, जल, कृषि और खाद्य, उभरती प्रौद्योगिकी और आपदा प्रबंधन शामिल हैं।

केंद्र सरकार का मानना है कि एसआईएच ने भारत के नवाचार परिदृश्य को गहराई से प्रभावित किया है। इसने छात्रों और पेशेवरों को वास्तविक दुनिया की चुनौतियों का सामना करने के लिए सशक्त बनाया है।

इस सफलता को सुनिश्चित करने वाला एक महत्वपूर्ण तत्व एसआईएच पूर्व छात्र नेटवर्क भी है। इस नेटवर्क के परिवर्तनकारी परिणामों को दर्शाने वाली सफलता की कहानियां एक पोर्टल पर उपलब्ध हैं। एसआईएच से जुड़े पूर्व छात्रों द्वारा कई मजबूत सामाजिक आयाम वाले स्टार्टअप स्थापित किए गए हैं। आज तक ऐसे 100 से अधिक स्टार्टअप स्थापित किए जा चुके हैं।

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केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय के मुताबिक यह स्मार्ट इंडिया हैकाथॉन का सातवां संस्करण है। यह 11 दिसंबर को देशभर के 51 केंद्रों पर शुरू होगा। इसका उद्घाटन केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान वर्चुअल माध्यम से करेंगे।

एसआईएच एक राष्ट्रव्यापी पहल है और इसका उद्देश्य दैनिक जीवन में आने वाली कुछ गंभीर समस्याओं का हल करने के लिए छात्रों को मंच प्रदान करना है। साथ ही इसका उद्देश्य उत्पाद नवाचार और समस्या-समाधान मानसिकता की संस्कृति को विकसित करना है। पिछले संस्करणों की तरह, विभिन्न संस्थाओं के छात्र दल अलग-अलग मंत्रालयों, विभागों और उद्योगों की समस्याओं पर सुझावों देने का काम करेंगे।

शिक्षा मंत्रालय के मुताबिक इस वर्ष संस्थान स्तर पर आंतरिक हैकथॉन में 240 प्रतिशत की प्रभावशाली वृद्धि दर्ज की गई है। यह एआईएच 2023 में 900 से बढ़कर एआईएच 2024 में 2,247 से अधिक हो गई है। यही कारण है कि यह हैकथॉन का अब तक का सबसे बड़ा संस्करण है।

एआईएच का ग्रैंड फिनाले विभिन्न मंत्रालयों व सरकारी विभागों के अधिकारियों और छात्रों, शैक्षणिक संस्थानों के शिक्षकों के बीच खुली बातचीत के लिए एक खुले मंच के रूप में भी कार्य करता है। पहचान की गई चुनौतियों और उनके समाधान के तहत राष्ट्रीय महत्व और राष्ट्रीय प्राथमिकताओं के क्षेत्रों से जुड़े 17 प्रमुख क्षेत्र हैं।

इन विषयों में स्वास्थ्य सेवा, आपूर्ति श्रृंखला और रसद, स्मार्ट प्रौद्योगिकी, विरासत और संस्कृति, स्थिरता, शिक्षा और कौशल विकास, जल, कृषि और खाद्य, उभरती प्रौद्योगिकी और आपदा प्रबंधन शामिल हैं।

केंद्र सरकार का मानना है कि एसआईएच ने भारत के नवाचार परिदृश्य को गहराई से प्रभावित किया है। इसने छात्रों और पेशेवरों को वास्तविक दुनिया की चुनौतियों का सामना करने के लिए सशक्त बनाया है।

इस सफलता को सुनिश्चित करने वाला एक महत्वपूर्ण तत्व एसआईएच पूर्व छात्र नेटवर्क भी है। इस नेटवर्क के परिवर्तनकारी परिणामों को दर्शाने वाली सफलता की कहानियां एक पोर्टल पर उपलब्ध हैं। एसआईएच से जुड़े पूर्व छात्रों द्वारा कई मजबूत सामाजिक आयाम वाले स्टार्टअप स्थापित किए गए हैं। आज तक ऐसे 100 से अधिक स्टार्टअप स्थापित किए जा चुके हैं।

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केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय के मुताबिक यह स्मार्ट इंडिया हैकाथॉन का सातवां संस्करण है। यह 11 दिसंबर को देशभर के 51 केंद्रों पर शुरू होगा। इसका उद्घाटन केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान वर्चुअल माध्यम से करेंगे।

एसआईएच एक राष्ट्रव्यापी पहल है और इसका उद्देश्य दैनिक जीवन में आने वाली कुछ गंभीर समस्याओं का हल करने के लिए छात्रों को मंच प्रदान करना है। साथ ही इसका उद्देश्य उत्पाद नवाचार और समस्या-समाधान मानसिकता की संस्कृति को विकसित करना है। पिछले संस्करणों की तरह, विभिन्न संस्थाओं के छात्र दल अलग-अलग मंत्रालयों, विभागों और उद्योगों की समस्याओं पर सुझावों देने का काम करेंगे।

शिक्षा मंत्रालय के मुताबिक इस वर्ष संस्थान स्तर पर आंतरिक हैकथॉन में 240 प्रतिशत की प्रभावशाली वृद्धि दर्ज की गई है। यह एआईएच 2023 में 900 से बढ़कर एआईएच 2024 में 2,247 से अधिक हो गई है। यही कारण है कि यह हैकथॉन का अब तक का सबसे बड़ा संस्करण है।

एआईएच का ग्रैंड फिनाले विभिन्न मंत्रालयों व सरकारी विभागों के अधिकारियों और छात्रों, शैक्षणिक संस्थानों के शिक्षकों के बीच खुली बातचीत के लिए एक खुले मंच के रूप में भी कार्य करता है। पहचान की गई चुनौतियों और उनके समाधान के तहत राष्ट्रीय महत्व और राष्ट्रीय प्राथमिकताओं के क्षेत्रों से जुड़े 17 प्रमुख क्षेत्र हैं।

इन विषयों में स्वास्थ्य सेवा, आपूर्ति श्रृंखला और रसद, स्मार्ट प्रौद्योगिकी, विरासत और संस्कृति, स्थिरता, शिक्षा और कौशल विकास, जल, कृषि और खाद्य, उभरती प्रौद्योगिकी और आपदा प्रबंधन शामिल हैं।

केंद्र सरकार का मानना है कि एसआईएच ने भारत के नवाचार परिदृश्य को गहराई से प्रभावित किया है। इसने छात्रों और पेशेवरों को वास्तविक दुनिया की चुनौतियों का सामना करने के लिए सशक्त बनाया है।

इस सफलता को सुनिश्चित करने वाला एक महत्वपूर्ण तत्व एसआईएच पूर्व छात्र नेटवर्क भी है। इस नेटवर्क के परिवर्तनकारी परिणामों को दर्शाने वाली सफलता की कहानियां एक पोर्टल पर उपलब्ध हैं। एसआईएच से जुड़े पूर्व छात्रों द्वारा कई मजबूत सामाजिक आयाम वाले स्टार्टअप स्थापित किए गए हैं। आज तक ऐसे 100 से अधिक स्टार्टअप स्थापित किए जा चुके हैं।

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केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय के मुताबिक यह स्मार्ट इंडिया हैकाथॉन का सातवां संस्करण है। यह 11 दिसंबर को देशभर के 51 केंद्रों पर शुरू होगा। इसका उद्घाटन केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान वर्चुअल माध्यम से करेंगे।

एसआईएच एक राष्ट्रव्यापी पहल है और इसका उद्देश्य दैनिक जीवन में आने वाली कुछ गंभीर समस्याओं का हल करने के लिए छात्रों को मंच प्रदान करना है। साथ ही इसका उद्देश्य उत्पाद नवाचार और समस्या-समाधान मानसिकता की संस्कृति को विकसित करना है। पिछले संस्करणों की तरह, विभिन्न संस्थाओं के छात्र दल अलग-अलग मंत्रालयों, विभागों और उद्योगों की समस्याओं पर सुझावों देने का काम करेंगे।

शिक्षा मंत्रालय के मुताबिक इस वर्ष संस्थान स्तर पर आंतरिक हैकथॉन में 240 प्रतिशत की प्रभावशाली वृद्धि दर्ज की गई है। यह एआईएच 2023 में 900 से बढ़कर एआईएच 2024 में 2,247 से अधिक हो गई है। यही कारण है कि यह हैकथॉन का अब तक का सबसे बड़ा संस्करण है।

एआईएच का ग्रैंड फिनाले विभिन्न मंत्रालयों व सरकारी विभागों के अधिकारियों और छात्रों, शैक्षणिक संस्थानों के शिक्षकों के बीच खुली बातचीत के लिए एक खुले मंच के रूप में भी कार्य करता है। पहचान की गई चुनौतियों और उनके समाधान के तहत राष्ट्रीय महत्व और राष्ट्रीय प्राथमिकताओं के क्षेत्रों से जुड़े 17 प्रमुख क्षेत्र हैं।

इन विषयों में स्वास्थ्य सेवा, आपूर्ति श्रृंखला और रसद, स्मार्ट प्रौद्योगिकी, विरासत और संस्कृति, स्थिरता, शिक्षा और कौशल विकास, जल, कृषि और खाद्य, उभरती प्रौद्योगिकी और आपदा प्रबंधन शामिल हैं।

केंद्र सरकार का मानना है कि एसआईएच ने भारत के नवाचार परिदृश्य को गहराई से प्रभावित किया है। इसने छात्रों और पेशेवरों को वास्तविक दुनिया की चुनौतियों का सामना करने के लिए सशक्त बनाया है।

इस सफलता को सुनिश्चित करने वाला एक महत्वपूर्ण तत्व एसआईएच पूर्व छात्र नेटवर्क भी है। इस नेटवर्क के परिवर्तनकारी परिणामों को दर्शाने वाली सफलता की कहानियां एक पोर्टल पर उपलब्ध हैं। एसआईएच से जुड़े पूर्व छात्रों द्वारा कई मजबूत सामाजिक आयाम वाले स्टार्टअप स्थापित किए गए हैं। आज तक ऐसे 100 से अधिक स्टार्टअप स्थापित किए जा चुके हैं।

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एसआईएच एक राष्ट्रव्यापी पहल है और इसका उद्देश्य दैनिक जीवन में आने वाली कुछ गंभीर समस्याओं का हल करने के लिए छात्रों को मंच प्रदान करना है। साथ ही इसका उद्देश्य उत्पाद नवाचार और समस्या-समाधान मानसिकता की संस्कृति को विकसित करना है। पिछले संस्करणों की तरह, विभिन्न संस्थाओं के छात्र दल अलग-अलग मंत्रालयों, विभागों और उद्योगों की समस्याओं पर सुझावों देने का काम करेंगे।

शिक्षा मंत्रालय के मुताबिक इस वर्ष संस्थान स्तर पर आंतरिक हैकथॉन में 240 प्रतिशत की प्रभावशाली वृद्धि दर्ज की गई है। यह एआईएच 2023 में 900 से बढ़कर एआईएच 2024 में 2,247 से अधिक हो गई है। यही कारण है कि यह हैकथॉन का अब तक का सबसे बड़ा संस्करण है।

एआईएच का ग्रैंड फिनाले विभिन्न मंत्रालयों व सरकारी विभागों के अधिकारियों और छात्रों, शैक्षणिक संस्थानों के शिक्षकों के बीच खुली बातचीत के लिए एक खुले मंच के रूप में भी कार्य करता है। पहचान की गई चुनौतियों और उनके समाधान के तहत राष्ट्रीय महत्व और राष्ट्रीय प्राथमिकताओं के क्षेत्रों से जुड़े 17 प्रमुख क्षेत्र हैं।

इन विषयों में स्वास्थ्य सेवा, आपूर्ति श्रृंखला और रसद, स्मार्ट प्रौद्योगिकी, विरासत और संस्कृति, स्थिरता, शिक्षा और कौशल विकास, जल, कृषि और खाद्य, उभरती प्रौद्योगिकी और आपदा प्रबंधन शामिल हैं।

केंद्र सरकार का मानना है कि एसआईएच ने भारत के नवाचार परिदृश्य को गहराई से प्रभावित किया है। इसने छात्रों और पेशेवरों को वास्तविक दुनिया की चुनौतियों का सामना करने के लिए सशक्त बनाया है।

इस सफलता को सुनिश्चित करने वाला एक महत्वपूर्ण तत्व एसआईएच पूर्व छात्र नेटवर्क भी है। इस नेटवर्क के परिवर्तनकारी परिणामों को दर्शाने वाली सफलता की कहानियां एक पोर्टल पर उपलब्ध हैं। एसआईएच से जुड़े पूर्व छात्रों द्वारा कई मजबूत सामाजिक आयाम वाले स्टार्टअप स्थापित किए गए हैं। आज तक ऐसे 100 से अधिक स्टार्टअप स्थापित किए जा चुके हैं।

–आईएएनएस

जीसीबी/एबीएम

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नई दिल्ली, 6 दिसंबर (आईएएनएस)। देश भर में एक बार फिर स्मार्ट इंडिया हैकाथॉन (एसआईएच) का ग्रैंड फिनाले आयोजित होने जा रहा है। इस बार आयोजित होने जा रहे राष्ट्रव्यापी स्मार्ट इंडिया हैकाथॉन में 54 विभिन्न मंत्रालयों, विभागों, राज्य सरकारों, सार्वजनिक उपक्रमों की 250 से अधिक समस्याओं के समाधान दिए जाएंगे। इसका उद्देश्य दैनिक जीवन की गंभीर समस्याओं का हल ढूंढना है।

केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय के मुताबिक यह स्मार्ट इंडिया हैकाथॉन का सातवां संस्करण है। यह 11 दिसंबर को देशभर के 51 केंद्रों पर शुरू होगा। इसका उद्घाटन केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान वर्चुअल माध्यम से करेंगे।

एसआईएच एक राष्ट्रव्यापी पहल है और इसका उद्देश्य दैनिक जीवन में आने वाली कुछ गंभीर समस्याओं का हल करने के लिए छात्रों को मंच प्रदान करना है। साथ ही इसका उद्देश्य उत्पाद नवाचार और समस्या-समाधान मानसिकता की संस्कृति को विकसित करना है। पिछले संस्करणों की तरह, विभिन्न संस्थाओं के छात्र दल अलग-अलग मंत्रालयों, विभागों और उद्योगों की समस्याओं पर सुझावों देने का काम करेंगे।

शिक्षा मंत्रालय के मुताबिक इस वर्ष संस्थान स्तर पर आंतरिक हैकथॉन में 240 प्रतिशत की प्रभावशाली वृद्धि दर्ज की गई है। यह एआईएच 2023 में 900 से बढ़कर एआईएच 2024 में 2,247 से अधिक हो गई है। यही कारण है कि यह हैकथॉन का अब तक का सबसे बड़ा संस्करण है।

एआईएच का ग्रैंड फिनाले विभिन्न मंत्रालयों व सरकारी विभागों के अधिकारियों और छात्रों, शैक्षणिक संस्थानों के शिक्षकों के बीच खुली बातचीत के लिए एक खुले मंच के रूप में भी कार्य करता है। पहचान की गई चुनौतियों और उनके समाधान के तहत राष्ट्रीय महत्व और राष्ट्रीय प्राथमिकताओं के क्षेत्रों से जुड़े 17 प्रमुख क्षेत्र हैं।

इन विषयों में स्वास्थ्य सेवा, आपूर्ति श्रृंखला और रसद, स्मार्ट प्रौद्योगिकी, विरासत और संस्कृति, स्थिरता, शिक्षा और कौशल विकास, जल, कृषि और खाद्य, उभरती प्रौद्योगिकी और आपदा प्रबंधन शामिल हैं।

केंद्र सरकार का मानना है कि एसआईएच ने भारत के नवाचार परिदृश्य को गहराई से प्रभावित किया है। इसने छात्रों और पेशेवरों को वास्तविक दुनिया की चुनौतियों का सामना करने के लिए सशक्त बनाया है।

इस सफलता को सुनिश्चित करने वाला एक महत्वपूर्ण तत्व एसआईएच पूर्व छात्र नेटवर्क भी है। इस नेटवर्क के परिवर्तनकारी परिणामों को दर्शाने वाली सफलता की कहानियां एक पोर्टल पर उपलब्ध हैं। एसआईएच से जुड़े पूर्व छात्रों द्वारा कई मजबूत सामाजिक आयाम वाले स्टार्टअप स्थापित किए गए हैं। आज तक ऐसे 100 से अधिक स्टार्टअप स्थापित किए जा चुके हैं।

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केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय के मुताबिक यह स्मार्ट इंडिया हैकाथॉन का सातवां संस्करण है। यह 11 दिसंबर को देशभर के 51 केंद्रों पर शुरू होगा। इसका उद्घाटन केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान वर्चुअल माध्यम से करेंगे।

एसआईएच एक राष्ट्रव्यापी पहल है और इसका उद्देश्य दैनिक जीवन में आने वाली कुछ गंभीर समस्याओं का हल करने के लिए छात्रों को मंच प्रदान करना है। साथ ही इसका उद्देश्य उत्पाद नवाचार और समस्या-समाधान मानसिकता की संस्कृति को विकसित करना है। पिछले संस्करणों की तरह, विभिन्न संस्थाओं के छात्र दल अलग-अलग मंत्रालयों, विभागों और उद्योगों की समस्याओं पर सुझावों देने का काम करेंगे।

शिक्षा मंत्रालय के मुताबिक इस वर्ष संस्थान स्तर पर आंतरिक हैकथॉन में 240 प्रतिशत की प्रभावशाली वृद्धि दर्ज की गई है। यह एआईएच 2023 में 900 से बढ़कर एआईएच 2024 में 2,247 से अधिक हो गई है। यही कारण है कि यह हैकथॉन का अब तक का सबसे बड़ा संस्करण है।

एआईएच का ग्रैंड फिनाले विभिन्न मंत्रालयों व सरकारी विभागों के अधिकारियों और छात्रों, शैक्षणिक संस्थानों के शिक्षकों के बीच खुली बातचीत के लिए एक खुले मंच के रूप में भी कार्य करता है। पहचान की गई चुनौतियों और उनके समाधान के तहत राष्ट्रीय महत्व और राष्ट्रीय प्राथमिकताओं के क्षेत्रों से जुड़े 17 प्रमुख क्षेत्र हैं।

इन विषयों में स्वास्थ्य सेवा, आपूर्ति श्रृंखला और रसद, स्मार्ट प्रौद्योगिकी, विरासत और संस्कृति, स्थिरता, शिक्षा और कौशल विकास, जल, कृषि और खाद्य, उभरती प्रौद्योगिकी और आपदा प्रबंधन शामिल हैं।

केंद्र सरकार का मानना है कि एसआईएच ने भारत के नवाचार परिदृश्य को गहराई से प्रभावित किया है। इसने छात्रों और पेशेवरों को वास्तविक दुनिया की चुनौतियों का सामना करने के लिए सशक्त बनाया है।

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केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय के मुताबिक यह स्मार्ट इंडिया हैकाथॉन का सातवां संस्करण है। यह 11 दिसंबर को देशभर के 51 केंद्रों पर शुरू होगा। इसका उद्घाटन केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान वर्चुअल माध्यम से करेंगे।

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शिक्षा मंत्रालय के मुताबिक इस वर्ष संस्थान स्तर पर आंतरिक हैकथॉन में 240 प्रतिशत की प्रभावशाली वृद्धि दर्ज की गई है। यह एआईएच 2023 में 900 से बढ़कर एआईएच 2024 में 2,247 से अधिक हो गई है। यही कारण है कि यह हैकथॉन का अब तक का सबसे बड़ा संस्करण है।

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केंद्र सरकार का मानना है कि एसआईएच ने भारत के नवाचार परिदृश्य को गहराई से प्रभावित किया है। इसने छात्रों और पेशेवरों को वास्तविक दुनिया की चुनौतियों का सामना करने के लिए सशक्त बनाया है।

इस सफलता को सुनिश्चित करने वाला एक महत्वपूर्ण तत्व एसआईएच पूर्व छात्र नेटवर्क भी है। इस नेटवर्क के परिवर्तनकारी परिणामों को दर्शाने वाली सफलता की कहानियां एक पोर्टल पर उपलब्ध हैं। एसआईएच से जुड़े पूर्व छात्रों द्वारा कई मजबूत सामाजिक आयाम वाले स्टार्टअप स्थापित किए गए हैं। आज तक ऐसे 100 से अधिक स्टार्टअप स्थापित किए जा चुके हैं।

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केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय के मुताबिक यह स्मार्ट इंडिया हैकाथॉन का सातवां संस्करण है। यह 11 दिसंबर को देशभर के 51 केंद्रों पर शुरू होगा। इसका उद्घाटन केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान वर्चुअल माध्यम से करेंगे।

एसआईएच एक राष्ट्रव्यापी पहल है और इसका उद्देश्य दैनिक जीवन में आने वाली कुछ गंभीर समस्याओं का हल करने के लिए छात्रों को मंच प्रदान करना है। साथ ही इसका उद्देश्य उत्पाद नवाचार और समस्या-समाधान मानसिकता की संस्कृति को विकसित करना है। पिछले संस्करणों की तरह, विभिन्न संस्थाओं के छात्र दल अलग-अलग मंत्रालयों, विभागों और उद्योगों की समस्याओं पर सुझावों देने का काम करेंगे।

शिक्षा मंत्रालय के मुताबिक इस वर्ष संस्थान स्तर पर आंतरिक हैकथॉन में 240 प्रतिशत की प्रभावशाली वृद्धि दर्ज की गई है। यह एआईएच 2023 में 900 से बढ़कर एआईएच 2024 में 2,247 से अधिक हो गई है। यही कारण है कि यह हैकथॉन का अब तक का सबसे बड़ा संस्करण है।

एआईएच का ग्रैंड फिनाले विभिन्न मंत्रालयों व सरकारी विभागों के अधिकारियों और छात्रों, शैक्षणिक संस्थानों के शिक्षकों के बीच खुली बातचीत के लिए एक खुले मंच के रूप में भी कार्य करता है। पहचान की गई चुनौतियों और उनके समाधान के तहत राष्ट्रीय महत्व और राष्ट्रीय प्राथमिकताओं के क्षेत्रों से जुड़े 17 प्रमुख क्षेत्र हैं।

इन विषयों में स्वास्थ्य सेवा, आपूर्ति श्रृंखला और रसद, स्मार्ट प्रौद्योगिकी, विरासत और संस्कृति, स्थिरता, शिक्षा और कौशल विकास, जल, कृषि और खाद्य, उभरती प्रौद्योगिकी और आपदा प्रबंधन शामिल हैं।

केंद्र सरकार का मानना है कि एसआईएच ने भारत के नवाचार परिदृश्य को गहराई से प्रभावित किया है। इसने छात्रों और पेशेवरों को वास्तविक दुनिया की चुनौतियों का सामना करने के लिए सशक्त बनाया है।

इस सफलता को सुनिश्चित करने वाला एक महत्वपूर्ण तत्व एसआईएच पूर्व छात्र नेटवर्क भी है। इस नेटवर्क के परिवर्तनकारी परिणामों को दर्शाने वाली सफलता की कहानियां एक पोर्टल पर उपलब्ध हैं। एसआईएच से जुड़े पूर्व छात्रों द्वारा कई मजबूत सामाजिक आयाम वाले स्टार्टअप स्थापित किए गए हैं। आज तक ऐसे 100 से अधिक स्टार्टअप स्थापित किए जा चुके हैं।

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केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय के मुताबिक यह स्मार्ट इंडिया हैकाथॉन का सातवां संस्करण है। यह 11 दिसंबर को देशभर के 51 केंद्रों पर शुरू होगा। इसका उद्घाटन केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान वर्चुअल माध्यम से करेंगे।

एसआईएच एक राष्ट्रव्यापी पहल है और इसका उद्देश्य दैनिक जीवन में आने वाली कुछ गंभीर समस्याओं का हल करने के लिए छात्रों को मंच प्रदान करना है। साथ ही इसका उद्देश्य उत्पाद नवाचार और समस्या-समाधान मानसिकता की संस्कृति को विकसित करना है। पिछले संस्करणों की तरह, विभिन्न संस्थाओं के छात्र दल अलग-अलग मंत्रालयों, विभागों और उद्योगों की समस्याओं पर सुझावों देने का काम करेंगे।

शिक्षा मंत्रालय के मुताबिक इस वर्ष संस्थान स्तर पर आंतरिक हैकथॉन में 240 प्रतिशत की प्रभावशाली वृद्धि दर्ज की गई है। यह एआईएच 2023 में 900 से बढ़कर एआईएच 2024 में 2,247 से अधिक हो गई है। यही कारण है कि यह हैकथॉन का अब तक का सबसे बड़ा संस्करण है।

एआईएच का ग्रैंड फिनाले विभिन्न मंत्रालयों व सरकारी विभागों के अधिकारियों और छात्रों, शैक्षणिक संस्थानों के शिक्षकों के बीच खुली बातचीत के लिए एक खुले मंच के रूप में भी कार्य करता है। पहचान की गई चुनौतियों और उनके समाधान के तहत राष्ट्रीय महत्व और राष्ट्रीय प्राथमिकताओं के क्षेत्रों से जुड़े 17 प्रमुख क्षेत्र हैं।

इन विषयों में स्वास्थ्य सेवा, आपूर्ति श्रृंखला और रसद, स्मार्ट प्रौद्योगिकी, विरासत और संस्कृति, स्थिरता, शिक्षा और कौशल विकास, जल, कृषि और खाद्य, उभरती प्रौद्योगिकी और आपदा प्रबंधन शामिल हैं।

केंद्र सरकार का मानना है कि एसआईएच ने भारत के नवाचार परिदृश्य को गहराई से प्रभावित किया है। इसने छात्रों और पेशेवरों को वास्तविक दुनिया की चुनौतियों का सामना करने के लिए सशक्त बनाया है।

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केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय के मुताबिक यह स्मार्ट इंडिया हैकाथॉन का सातवां संस्करण है। यह 11 दिसंबर को देशभर के 51 केंद्रों पर शुरू होगा। इसका उद्घाटन केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान वर्चुअल माध्यम से करेंगे।

एसआईएच एक राष्ट्रव्यापी पहल है और इसका उद्देश्य दैनिक जीवन में आने वाली कुछ गंभीर समस्याओं का हल करने के लिए छात्रों को मंच प्रदान करना है। साथ ही इसका उद्देश्य उत्पाद नवाचार और समस्या-समाधान मानसिकता की संस्कृति को विकसित करना है। पिछले संस्करणों की तरह, विभिन्न संस्थाओं के छात्र दल अलग-अलग मंत्रालयों, विभागों और उद्योगों की समस्याओं पर सुझावों देने का काम करेंगे।

शिक्षा मंत्रालय के मुताबिक इस वर्ष संस्थान स्तर पर आंतरिक हैकथॉन में 240 प्रतिशत की प्रभावशाली वृद्धि दर्ज की गई है। यह एआईएच 2023 में 900 से बढ़कर एआईएच 2024 में 2,247 से अधिक हो गई है। यही कारण है कि यह हैकथॉन का अब तक का सबसे बड़ा संस्करण है।

एआईएच का ग्रैंड फिनाले विभिन्न मंत्रालयों व सरकारी विभागों के अधिकारियों और छात्रों, शैक्षणिक संस्थानों के शिक्षकों के बीच खुली बातचीत के लिए एक खुले मंच के रूप में भी कार्य करता है। पहचान की गई चुनौतियों और उनके समाधान के तहत राष्ट्रीय महत्व और राष्ट्रीय प्राथमिकताओं के क्षेत्रों से जुड़े 17 प्रमुख क्षेत्र हैं।

इन विषयों में स्वास्थ्य सेवा, आपूर्ति श्रृंखला और रसद, स्मार्ट प्रौद्योगिकी, विरासत और संस्कृति, स्थिरता, शिक्षा और कौशल विकास, जल, कृषि और खाद्य, उभरती प्रौद्योगिकी और आपदा प्रबंधन शामिल हैं।

केंद्र सरकार का मानना है कि एसआईएच ने भारत के नवाचार परिदृश्य को गहराई से प्रभावित किया है। इसने छात्रों और पेशेवरों को वास्तविक दुनिया की चुनौतियों का सामना करने के लिए सशक्त बनाया है।

इस सफलता को सुनिश्चित करने वाला एक महत्वपूर्ण तत्व एसआईएच पूर्व छात्र नेटवर्क भी है। इस नेटवर्क के परिवर्तनकारी परिणामों को दर्शाने वाली सफलता की कहानियां एक पोर्टल पर उपलब्ध हैं। एसआईएच से जुड़े पूर्व छात्रों द्वारा कई मजबूत सामाजिक आयाम वाले स्टार्टअप स्थापित किए गए हैं। आज तक ऐसे 100 से अधिक स्टार्टअप स्थापित किए जा चुके हैं।

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केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय के मुताबिक यह स्मार्ट इंडिया हैकाथॉन का सातवां संस्करण है। यह 11 दिसंबर को देशभर के 51 केंद्रों पर शुरू होगा। इसका उद्घाटन केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान वर्चुअल माध्यम से करेंगे।

एसआईएच एक राष्ट्रव्यापी पहल है और इसका उद्देश्य दैनिक जीवन में आने वाली कुछ गंभीर समस्याओं का हल करने के लिए छात्रों को मंच प्रदान करना है। साथ ही इसका उद्देश्य उत्पाद नवाचार और समस्या-समाधान मानसिकता की संस्कृति को विकसित करना है। पिछले संस्करणों की तरह, विभिन्न संस्थाओं के छात्र दल अलग-अलग मंत्रालयों, विभागों और उद्योगों की समस्याओं पर सुझावों देने का काम करेंगे।

शिक्षा मंत्रालय के मुताबिक इस वर्ष संस्थान स्तर पर आंतरिक हैकथॉन में 240 प्रतिशत की प्रभावशाली वृद्धि दर्ज की गई है। यह एआईएच 2023 में 900 से बढ़कर एआईएच 2024 में 2,247 से अधिक हो गई है। यही कारण है कि यह हैकथॉन का अब तक का सबसे बड़ा संस्करण है।

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इन विषयों में स्वास्थ्य सेवा, आपूर्ति श्रृंखला और रसद, स्मार्ट प्रौद्योगिकी, विरासत और संस्कृति, स्थिरता, शिक्षा और कौशल विकास, जल, कृषि और खाद्य, उभरती प्रौद्योगिकी और आपदा प्रबंधन शामिल हैं।

केंद्र सरकार का मानना है कि एसआईएच ने भारत के नवाचार परिदृश्य को गहराई से प्रभावित किया है। इसने छात्रों और पेशेवरों को वास्तविक दुनिया की चुनौतियों का सामना करने के लिए सशक्त बनाया है।

इस सफलता को सुनिश्चित करने वाला एक महत्वपूर्ण तत्व एसआईएच पूर्व छात्र नेटवर्क भी है। इस नेटवर्क के परिवर्तनकारी परिणामों को दर्शाने वाली सफलता की कहानियां एक पोर्टल पर उपलब्ध हैं। एसआईएच से जुड़े पूर्व छात्रों द्वारा कई मजबूत सामाजिक आयाम वाले स्टार्टअप स्थापित किए गए हैं। आज तक ऐसे 100 से अधिक स्टार्टअप स्थापित किए जा चुके हैं।

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