नई दिल्ली, 21 फरवरी (आईएएनएस)। राष्ट्रीय राजधानी के आईटीसी मौर्या में बुधवार को केंद्रीय मंत्री हरदीप सिंह पुरी की पत्नी लक्ष्मी मुरुदेश्वर पुरी की किताब ‘स्वोलोइंग द सन’ का विमोचन किया गया।
इस बेहद खास अवसर पर पुस्तक की लेखिका लक्ष्मी मुरुदेश्वर पुरी और प्रकाशक डेविड दावीदार के बीच बातचीत भी हुई। लेखिका लक्ष्मी ने मराठी में कविता पाठ किया।
उन्होंने किताब के किस्सों और पात्रों के साथ ही संत मुक्ता बाई का जिक्र किया। लेखिका ने कहा कि उनका उपन्यास इस बात पर प्रकाश डालता है कि युवा खुद को रि-इमेजिन करते हैं।
उन्होंने आगे जिक्र किया कि उपन्यास में कास्ट और सावरकर के बिना जाति के हिंदूराष्ट्र के विचार बताए गए हैं। उपन्यास के पात्र बाबा, मालती, गुरु, कमला और राम हैं।
लेखिका ने उपन्यास लिखने के विचार को लेकर दिलचस्प वाकया शेयर किया। उन्होंने बताया कि इस नॉवेल का फर्स्ट ड्राफ्ट 1,000 पेज का था, जिसे उन्होंने आईफोन पर लिखा था।
बातचीत के अंत में मराठी कवि की कविता सुनाई, जो उनके उपन्यास के पहले पेज पर भी है। इस कविता का नाम है- द इवनिंग गॉडेस।
कार्यक्रम का खास आकर्षण कबीर बेदी रहे। कबीर बेदी खुद मंच पर आए और उन्होंने लक्ष्मी मुरुदेश्वर पुरी की किताब के बारे में कई बातों को जिक्र किया।
उन्होंने किताब के बारे में जिक्र करते हुए कहा कि ये नॉवेल भारत के इतिहास की ऑड परंपराओं के बारे में काफी कुछ बताती है। ये स्मॉल टाउन इंडिया के बड़े सपनों की कहानी है। यह आज़ादी के समय के भारत की कहानी है, गुरु की कहानी है, जो आज़ादी की लड़ाई लड़ता है। कबीर बेदी ने किताब में से कविता का पाठ भी किया।
–आईएएनएस
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