नई दिल्ली, 21 मार्च (आईएएनएस)। मंगलवार को विपक्षी दलों के हंगामे और नारेबाजी के बीच लोक सभा ने जम्मू कश्मीर केंद्र शासित प्रदेश के बजट को ध्वनिमत से पारित कर दिया।
दोपहर बाद 2 बजे जब लोक सभा की कार्यवाही शुरू हुई तो पीठासीन सभापति राजेन्द्र अग्रवाल ने आवश्यक कागजों को सदन के पटल पर रखवाना शुरू किया। इसके बाद जैसे ही उन्होंने जम्मू कश्मीर केंद्र शासित प्रदेश के बजट पर चर्चा शुरू करवाई , कांग्रेस, डीएमके और अन्य कई विपक्षी दलों के सांसद जेपीसी की मांग को लेकर वेल में आकर नारेबाजी करने लगे। हंगामे और नारेबाजी के बीच जम्मू से भाजपा सांसद जुगल किशोर शर्मा ने बजट पर अपनी बात रखी और इसके बाद लोक सभा ने जम्मू कश्मीर के बजट को ध्वनिमत से पारित कर दिया। बजट के पारित होते ही भाजपा सांसदों ने भी अपनी-अपनी सीट पर खड़े होकर राहुल गांधी से माफी मांगने को लेकर नारेबाजी करने लगे।
हंगामे के बीच पीठासीन सभापति राजेन्द्र अग्रवाल ने सदन चलाने का प्रयास किया लेकिन उनकी कोशिश बेनतीजा रही और उन्होंने सदन की कार्यवाही को दिन भर के लिए स्थगित कर दिया।
बुधवार, 22 मार्च को विक्रम संवत अर्थात नववर्ष की शुरूआत और उगादि पर्व पर कई सांसदों की मांग को देखते हुए छुट्टी रखी गई है। लोक सभा की कार्यवाही अब गुरुवार को 11 बजे शुरू होगी।
आपको बता दें कि, इससे पहले सदन में जारी गतिरोध को खत्म करने के लिए लोक सभा अध्यक्ष ओम बिरला द्वारा बुलाई गई सर्वदलीय बैठक में भी सदन चलाने को लेकर सरकार और विपक्षी दलों के बीच कोई सहमति नहीं बन पाई।
दोपहर एक बजे लोक सभा अध्यक्ष द्वारा बुलाई गई सर्वदलीय बैठक में केंद्रीय मंत्री प्रल्हाद जोशी, पीयूष गोयल, अर्जुन राम मेघवाल और पशुपति कुमार पारस के अलावा कांग्रेस के अधीर रंजन चौधरी, डीएमके के टीआर बालू,टीएमसी के सौगात रॉय, एनसीपी से सुप्रिया सुले, वाईएसआर कांग्रेस से बी वी सत्यवती, टीआरएस से एन. नागेश्वर राव, बीजेडी से अचुत्यानंद सामंत, बीएसपी से गिरीश कुमार, समाजवादी पार्टी से एसटी हसन और सीपीएम से एएम आरिफ शामिल हुए थे। लेकिन दोनों पक्षों के अपने-अपने रुख पर अडिग रहने के कारण यह बैठक बेनतीजा रही थी।
–आईएएनएस
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