नई दिल्ली, 22 मार्च (आईएएनएस)। नागरिकों के डेटा को स्थानीय रूप से संग्रहीत करने के लिए विभिन्न उद्योग हितधारकों की मांग के बीच भारत में डेटा सेंटर व्यवसाय में वृद्धि के साथ, केंद्रीय इलेक्ट्रॉनिक्स और आईटी राज्य मंत्री राजीव चंद्रशेखर ने कहा है कि सरकार ने इंडिया स्टैक की तर्ज पर इंडिया क्लाउड के आसपास और अधिक नवाचार बनाने की योजना बनाई है।
मंत्री ने आईएएनएस को बताया कि स्थानीय स्तर पर डेटा स्टोर करने की मांग बढ़ रही है। अधिक से अधिक वैश्विक कंपनियां देश में अपने डेटा केंद्र जैसे अमेजॅन, माइक्रोसॉफ्ट, गूगल और अन्य खोल रही हैं।
बुधवार को अंतर्राष्ट्रीय डेटा सेंटर दिवस के अवसर पर चंद्रशेखर ने कहा, मेरा मानना है कि सरकारी प्रोत्साहनों को एक अभिनव भारत क्लाउड बनाने के लिए निर्देशित किया जाना चाहिए जो हमारे लोगों की जरूरतों को पूरा करता है। हमें देश में क्लाउड में विविधता चाहिए।
भारत में बढ़ती डेटा स्थानीयकरण मांग के बीच, देश में अगले छह वर्षो में 1.5 लाख करोड़ रुपये के निवेश के साथ 4,900-5,000 मेगावाट क्षमता होने की संभावना है।
क्रेडिट रेटिंग एजेंसी आईसीआरए के अनुसार, क्षमता उपयोग में वृद्धि और नए डेटा केंद्रों से वित्त वर्ष 2023-वित्त वर्ष 2025 के दौरान उद्योग के राजस्व में लगभग 17-19 प्रतिशत की वृद्धि होने की उम्मीद है।
बढ़ती मांग को पूरा करने के लिए, हीरानंदानी समूह, अदाणी समूह (एजकॉनेक्स के साथ जेवी में), रिलायंस समूह और ब्लैकस्टोन, कैपिटालैंड, प्रिंसटन डिजिटल ग्रुप (पीडीजी) जैसे विदेशी निवेशकों और अमेजन और माइक्रोसॉफ्ट जैसी बड़ी टेक फर्मों ने देश में डेटा सेंटर्स में बड़े पैमाने पर निवेश करना शुरू कर दिया है।
हीरानंदानी समूह की सहायक कंपनी योट्टा इंफ्रास्ट्रक्च र ने हाल ही में ग्रेटर नोएडा, उत्तर प्रदेश में अपने 20 एकड़ के हाइपरस्केल डेटा सेंटर पार्क की आधारशिला रखी। डेटा सेंटर पार्क 6,000-7,000 करोड़ रुपये की अनुमानित लागत से स्थापित किया जाएगा।
चंद्रशेखर ने कहा, यूपी में योट्टा निवेश इस बात का एक बड़ा उदाहरण है कि कैसे भारतीय डेटा सेंटर बाजार तेजी से बढ़ रहा है।
सिंगापुर स्थित एसटी टेलीमीडिया ग्लोबल डेटा सेंटर्स (एसटीटी जीडीसी) इंडिया ने पिछले महीने कहा था कि वह अगले 5-10 वर्षों में नोएडा में अत्याधुनिक डेटा सेंटर स्थापित करने के लिए 4,100 करोड़ रुपये का निवेश करेगा।
नोएडा के एक नए डेटा सेंटर हब के रूप में उभरने के वादे को केंद्र और राज्य दोनों सरकारों की प्रगतिशील नीतिगत प्रेरणा का समर्थन प्राप्त है।
सॉफ्टवेयर की दिग्गज कंपनी माइक्रोसॉफ्ट देश में अपने डेटा सेंटर निवेश का विस्तार करने की योजना बना रही है।
इस साल जनवरी में अपनी भारत यात्रा के दौरान माइक्रोसॉफ्ट के चेयरमैन और सीईओ सत्या नडेला ने कहा था कि वे भारत में नए डेटा सेंटर बनाने समेत अपना निवेश बढ़ा रहे हैं।
उन्होंने सूचित किया, अब हमारे पास तीन डेटा केंद्र हैं और चौथा जल्द ही आ रहा है।
चंद्रशेखर के मुताबिक, देश को ज्यादा से ज्यादा क्लाउड प्रोवाइडर्स की जरूरत है।
मंत्री ने आईएएनएस को बताया, हम जिन प्रोत्साहनों के बारे में सोच रहे हैं, वह भारतीय क्लाउड के आसपास और अधिक नवाचार करना है।
–आईएएनएस
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