जींद, 2 मई (आईएएनएस)। हरियाणा के जींद जिले की अनाज मंडी में गुरुवार रात हुई तेज बारिश से आढ़तियों को भारी नुकसान हुआ। बारिश की वजह से मंडी में रखी करीब चार लाख गेहूं की बोरियां भीग गईं, जिससे आढ़तियों को करोड़ों रुपए का नुकसान हुआ। इस घटना के बाद आढ़तियों में काफी रोष देखा गया।
आढ़तियों का कहना है कि प्रशासन की लापरवाही की वजह से यह स्थिति उत्पन्न हुई है। मंडी में बारिश से बचाव के लिए शेड था, लेकिन वह अनाज को पूरी तरह सुरक्षित रखने में सक्षम नहीं था। अगर शेड की व्यवस्था होती, तो लाखों क्विंटल गेहूं बचाया जा सकता था। गेहूं की बोरियों में पानी भरने से बोरियां भीग गईं और गेहूं की गुणवत्ता खराब हो गई।
मंडी से पानी को बाहर निकालने के लिए छोटे पंप का सहारा लिया जा रहा है, लेकिन गेहूं काफी भीग चुका है और आढ़तियों को करोड़ों रुपए के नुकसान का सामना करना पड़ रहा है।
आढ़ती योगेश गोयल ने समाचार एजेंसी आईएएनएस को बताया कि बारिश की वजह से आढ़तियों को भारी नुकसान हुआ है। नुकसान की राशि का अभी सटीक अनुमान नहीं लगाया जा सकता, लेकिन यह काफी बड़ा है। मंडी में अनाज से भरे करीब चार लाख बैग भीग गए। उन्होंने कहा, “हमने अनाज को बचाने की हरसंभव कोशिश की और तिरपाल लगाकर उसे ढंकने का प्रयास भी किया, लेकिन बारिश बहुत तेज थी, जिससे गेहूं भीग गया।”
उन्होंने कहा कि मंडी में शेड का कोई फायदा नहीं हुआ, क्योंकि बारिश का पानी शेड के अंदर भी घुस गया। इसलिए शेड बनाने से कोई फायदा नहीं हुआ। मंडी में कुछ समस्याएं अभी भी बनी हुई हैं। मैं सरकार से अनुरोध करता हूं कि शेड से पानी की निकासी के लिए उचित व्यवस्था की जाए।
उल्लेखनीय है कि गुरुवार देर रात देश के कई राज्यों में मौसम का मिजाज बदला हुआ नजर आया। हर तरफ तेज हवाओं और मूसलाधार बारिश देखने को मिली। विशेषज्ञों का कहना है कि यह पश्चिमी विक्षोभ का असर है, जो इस समय उत्तर भारत के ऊपर सक्रिय है। इससे अगले 24 से 48 घंटों तक मौसम खराब रहने की आशंका है।
–आईएएनएस
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