चंडीगढ़, 21 फरवरी (आईएएनएस)। सरकारी कर्मचारियों की पुरानी पेंशन योजना (ओपीएस) बहाल करने की मांग के समर्थन में हरियाणा के कांग्रेस विधायकों ने मंगलवार को पूर्व मुख्यमंत्री व नेता प्रतिपक्ष भूपेंद्र सिंह हुड्डा के नेतृत्व में विधानसभा तक मार्च किया।
विधायकों ने जनता से जुड़े मुद्दों को भी उठाया और राज्य में भाजपा-जजपा सरकार की विफलताओं को उजागर किया। मार्च में पार्टी की राज्य इकाई के प्रमुख चौधरी उदयभान विशेष रूप से शामिल हुए।
पूर्व सीएम हुड्डा ने कहा, राज्य में बेरोजगारी, भ्रष्टाचार, अपराध, महंगाई और अत्याचार चरम पर है। सरकार लोकतांत्रिक तरीके से अपनी मांग उठाने वाले लोगों पर लाठीचार्ज करती है।
उन्होंने आगे कहा कि इस सरकार ने पहले किसानों, फिर युवाओं, फिर कर्मचारियों और फिर पंचायतों के निर्वाचित प्रतिनिधियों पर लाठीचार्ज किया। कांग्रेस राज्य सरकार के इस तरह के अलोकतांत्रिक कार्यो के खिलाफ सड़कों और सदन में आवाज उठाने के लिए प्रतिबद्ध है।
हुड्डा ने कहा कि आज हरियाणा देश में सबसे ज्यादा बेरोजगारी का सामना कर रहा है। इसके अलावा उन्होंने कहा कि सरकारी विभागों में लगभग दो लाख पद खाली पड़े हैं। तमाम घोटालों और पेपर लीक के बीच छिटपुट भर्तियों में भी हरियाणा के बजाय दूसरे राज्यों के लोगों को चुना जा रहा है।
तकनीकी लेक्चरर की लेटेस्ट भर्ती का उदाहरण देते हुए हुड्डा ने कहा कि सामान्य श्रेणी के 157 उम्मीदवारों में से करीब 100 का चयन अन्य राज्यों से किया गया है।
हुड्डा ने कहा कि जहां सभी राज्य सरकारें भर्तियों में मूलनिवासियों को प्राथमिकता देती हैं, वहीं हरियाणा में भाजपा-जजपा सरकार समय-समय पर दूसरे राज्यों के लोगों को तरजीह दे रही है। ऐसे में हरियाणा के युवा कहां जाएंगे।
–आईएएनएस
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