गाजियाबाद, 16 अक्टूबर (आईएएनएस)। गाजियाबाद पुलिस की साइबर क्राम सेल ने एक ऐसे गैंग का पर्दाफाश किया है, जो अब तक 100 से ज्यादा लोगों को अपना शिकार बन चुका है और करोड़ों की ठगी कर चुका है। यह गैंग हर्बल प्रोडक्ट बिजनेस के नाम पर लोगों को अपना शिकार बनाता था। उनसे लाखों रुपए ऐंठ कर उन्हें मोटा मुनाफा देने का झांसा देता था। इस गैंग के तीन लोगों को गिरफ्तार किया गया है।
यह लोग विदेश में हर्बल प्रोडक्ट के सप्लाई के नाम पर लोगों को ठग रहे थे। पुलिस को इस गैंग के बैंक अकाउंट में 32 लाख रुपए मिले हैं। जिसे सीज किया गया है। गाजियाबाद पुलिस की साइबर क्राइम सेल ने रविवार को हर्बल प्रोडक्ट की सप्लाई के नाम पर लोगों को ठगने वाले गैंग के 3 शातिर आरोपियों को गिरफ्तार किया है। खुलासा हुआ है कि ये गैंग अब तक 100 से ज्यादा लोगों से करोड़ों रुपए की ठगी कर चुका है। गाजियाबाद के ही दो मामलों में दो पीड़ितों से 29 लाख रुपए ठगे गए थे।
एडिशनल डीसीपी (क्राइम) सच्चिदानंद ने बताया, 16 सितंबर को नीतिखंड-1 निवासी राजेंद्र यादव ने हर्बल प्रोडक्ट की आपूर्ति व निर्यात का बिजनेस करने का झांसा देकर 20 लाख रुपए ठगे जाने की शिकायत थाना इंदिरापुरम पर दी थी। ये केस साइबर क्राइम सेल को ट्रांसफर किया गया। रविवार को इस केस में तीन अभियुक्तों की गिरफ्तारी नोएडा सेक्टर-62 अंडरपास के नजदीक से हुई है। आरोपियों की पहचान आशीष जायसवाल, उमेश शुक्ला और सत्यम कुमार गौड़ निवासी गोरखपुर के रूप में हुई है। आरोपियों से 7 मोबाइल, दो पासबुक, 5 आधार कार्ड, 4 पेनकार्ड, 47 डेबिट कार्ड, एक लाख रुपए कैश, एक कार आदि सामान बरामद हुआ है।
एडीसीपी सच्चिदानंद ने बताया, ये गैंग मेंबर खुद को बड़ी फर्म से बताकर हर्बल प्रोडक्ट की विदेश में सप्लाई का झांसा देकर लोगों को निवेश करने के लिए आमंत्रित करते हैं। उन्हें बताते हैं कि अगर वे ऐसा करेंगे तो मोटा मुनाफा होगा। लोगों को झांसे में लेने के लिए इस गैंग ने गोरखपुर, अयोध्या, दिल्ली सहित कई शहरों में फर्जी फर्में संचालित की हुई हैं और उन्हीं के आधार पर 32 करंट अकाउंट खुलवाए हुए हैं। इस तरह लोग बिजनेस के नाम पर इनके खातों में पैसा ट्रांसफर कर देते हैं। इस गैंग के सदस्य शुभम उर्फ गोलू निवासी गोरखपुर और मुल्ला अकरम निवासी दिल्ली सहित कई लोग फरार हैं। पुलिस इनकी भी गिरफ्तारी के लिए दबिश दे रही है।
–आईएएनएस
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