जयपुर, 25 फरवरी (आईएएनएस)। दलसुखदास जी महाराज (संजेली धाम) ने शनिवार को राजस्थान के डूंगरपुर जिले में अखिल भारतीय प्रभात ग्राम मिलन में कहा कि कोई जिसकी चाहे पूजा कर सकता है, लेकिन यह तय है कि हम सभी हिंदू हैं।
आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत भी इस कार्यक्रम में उपस्थित थे, कार्यक्रम हर पांच साल में एक बार आयोजित किया जाता है। दलसुखदास ने कहा, हमारी संस्कृति को तोड़ने के चौतरफा प्रयास हुए हैं। लेकिन हमारा हिंदू धर्म इस दुनिया के निर्माण के समय से है। हमारे धर्म में 33 करोड़ देवी-देवता हैं।
उन्होंने कहा, हम पांच साल पहले बैतूल (मध्य प्रदेश) में मिले थे। हम अपने काम की समीक्षा के लिए हर पांच साल में इस तरह मिलते हैं। तीन दिवसीय कार्यशाला में 46 मातृशक्तियों सहित 464 लोग भाग ले रहे हैं। देश भर से प्रतिभागियों को भेमई और आसपास के गांवों में ठहराया गया है। कार्यक्रम स्थल भेमई में सभी मातृशक्तियों एवं ग्राम विकास पदाधिकारियों के रहने की व्यवस्था की गयी है।
राजस्थान के 30 ग्रामीण विकास गांवों के कुल 60 कार्यकर्ता कार्यशाला में भाग ले रहे हैं। ग्राम समन्वयकों ने शिक्षा, स्वास्थ्य, संस्कृति, आत्मनिर्भरता, सद्भाव, सुरक्षा, कृषि और पर्यावरण पर ध्यान देने के साथ अपने-अपने क्षेत्रों में किए जा रहे कार्यों के बारे में प्रस्तुतियां दीं।
आरएसएस प्रमुख ने सभी प्रस्तुतियों को ध्यान से सुना और कहा कि ग्राम विकास के कार्यों को नियमित करने से अच्छे परिणाम प्राप्त होंगे। कार्यशाला में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के अखिल भारतीय स्तर के पदाधिकारी भाग ले रहे हैं। शनिवार को कुल चार अधिवेशन हुए, जो राजस्थान के संत गोविंद गुरु, संत मावजी, संत सती सुरमल दास और वीर काली बाई के नाम पर रखे गए।
–आईएएनएस
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