बेरूत, 22 सितम्बर (आईएएनएस)। हिजबुल्लाह ने रविवार तड़के उत्तरी इजरायल में रमत डेविड एयरबेस को सतह से सतह पर मार करने वाली मिसाइलों से निशाना बनाया। लेबनानी इलाकों पर इजरायली हमलों के जवाब में यह हमला किया गया।
समाचार एजेंसी सिन्हुआ के मुताबिक हिजबुल्लाह ने एक बयान में कहा, “रमत डेविड बेस, जायोनी यूनिट के तीन मेन एयरबेस में से एक है, जिसका लेबनान और सीरिया के लिए रणनीतिक महत्व है।”
बयान में कहा गया, “यह बेस हाइफा/तिबेरियस एक्सिस पर स्थित है, इसका क्षेत्रफल 10 किलोमीटर से कम नहीं है, लड़ाकू और जासूसी विमान यहीं से उड़ान भरते हैं, इसके चारों तरफ एडवांस्ड मिसाइलें और एयर डिफेंस सिस्टम तैनात हैं।”
लेबनानी सैन्य सूत्रों ने बताया कि इजरायली लड़ाकू विमानों ने रविवार तड़के लेबनान के दक्षिण और पूर्व में कई कस्बों और गांवों पर हवाई हमले किए। उन्होंने कहा कि इजरायली लड़ाकू विमान और ड्रोन अधिकांश लेबनानी क्षेत्रों के आसमान में उड़ान भर रहे हैं।
इजरायली सेना ने कहा कि उसने शनिवार को लगभग 290 ठिकानों पर हमला किया। इनमें हजारों हिजबुल्लाह रॉकेट लॉन्चर बैरल शामिल थे।
इजरायली सेना के मुताबिक वह और टारगेट्स पर हमला करना जारी रखेगी।
इजरायल ने कई उत्तरी क्षेत्रों में स्कूलों को बंद कर दिया और लोगों के इक्ट्ठा होने पर प्रतिबंध लगा दिया। अस्पतालों को आदेश दिया कि वे अपने ऑपरेशन उन जगहों पर करें जहां रॉकेट और मिसाइल फायर से अतिरिक्त सुरक्षा की व्यवस्था हो। वहीं रविवार की सुबह लेबनान से कोई सरकारी निर्देश नहीं आया।
इस सप्ताह के शुरुआत में लेबनान में संचार उपकरणों में हुए विस्फोटों के बाद इजरायल-लेबनान सीमा पर तनाव तेजी से बढ़ गया। दो दिन तक हुए इन धमाकों में 37 लोग मारे गए और 2,931 घायल हो गए। वहीं बेरूत के दक्षिणी उपनगरीय क्षेत्र जामौस में शुक्रवार को एक इमारत को निशाना बनाकर किए गए इजरायली हवाई हमले में कम से कम 31 लोग मारे गए और 66 घायल हो गए।
ये घटनाक्रम इजरायल-लेबनान सीमा पर चल रहे संघर्ष के नवीनतम विस्तार को दर्शाते हैं। यह संघर्ष 8 अक्टूबर, 2023 को शुरू हुआ था, जब हिजबुल्लाह ने गाजा पट्टी में हमास के साथ एकजुटता दिखाते हुए इजरायल पर रॉकेट दागे। इसके बाद इजरायल ने जवाबी कार्रवाई करते हुए दक्षिण-पूर्वी लेबनान में हवाई हमले किए थे।
बता दें कि 7 अक्टूबर 2023 को फिलिस्तीनी आतंकवादी ग्रुप हमास ने इजरायल में बड़ा हमला किया था। इसमें लगभग 1,200 लोग मारे गए थे और करीब 250 का अपहरण किया गया था।
इसके बाद इजरायल ने हमास के खिलाफ युद्ध की घोषणा कर दी और गाजा पट्टी में सैन्य ऑपरेशन शुरू किया। इजरायली हमलों में गाजा में बड़े पैमाने पर जानमाल का नुकसान हुआ है। गाजा में इजरायल का मिलिट्री ऑपरेशन आज भी जारी है।
–आईएएनएस
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