शिमला, 27 अगस्त (आईएएनएस)। हिमाचल प्रदेश सरकार ने 31 अक्टूबर तक किसी भी आधिकारिक कार्यक्रमों के दौरान सम्मान में शॉल, टोपी और गुलदस्ते देेने की प्रथा पर रोक लगा दी है।
प्राकृतिक आपदा को देखते हुए मुख्यमंत्री सुखविंदर सुक्खू ने यह फैसला लिया है।
निर्देश के मुताबिक 31 अक्टूबर तक सरकारी समारोहों में कोई औपचारिक सम्मान या अभिनंदन समारोह नहीं होगा।
इससे पहले सरकार ने 15 सितंबर तक वीवीआईपी को उनके क्षेत्र दौरे के दौरान दिए जाने वाले पारंपरिक गार्ड ऑफ ऑनर को निलंबित कर दिया था। एक आधिकारिक बयान में कहा गया है कि ये उपाय सामूहिक रूप से सार्थक बदलाव लाने और शासन के प्रति व्यावहारिक दृष्टिकोण को बढ़ावा देने के लिए राज्य की प्रतिबद्धता को दर्शाते हैं।
मुख्यमंत्री के हवाले से बयान में कहा गया, “राज्य सरकार का निर्णयप्राकृतिक आपदाओं के प्रबंधन पर ध्यान देने के साथ-साथ शासन के क्षेत्र में प्रतीकात्मक औपचारिकताओं से हटकर अधिक ठोस कार्रवाइयों पर ध्यान देना भी हैैैै।”
–आईएएनएस
एमकेएस/एकेजे
शिमला, 27 अगस्त (आईएएनएस)। हिमाचल प्रदेश सरकार ने 31 अक्टूबर तक किसी भी आधिकारिक कार्यक्रमों के दौरान सम्मान में शॉल, टोपी और गुलदस्ते देेने की प्रथा पर रोक लगा दी है।
प्राकृतिक आपदा को देखते हुए मुख्यमंत्री सुखविंदर सुक्खू ने यह फैसला लिया है।
निर्देश के मुताबिक 31 अक्टूबर तक सरकारी समारोहों में कोई औपचारिक सम्मान या अभिनंदन समारोह नहीं होगा।
इससे पहले सरकार ने 15 सितंबर तक वीवीआईपी को उनके क्षेत्र दौरे के दौरान दिए जाने वाले पारंपरिक गार्ड ऑफ ऑनर को निलंबित कर दिया था। एक आधिकारिक बयान में कहा गया है कि ये उपाय सामूहिक रूप से सार्थक बदलाव लाने और शासन के प्रति व्यावहारिक दृष्टिकोण को बढ़ावा देने के लिए राज्य की प्रतिबद्धता को दर्शाते हैं।
मुख्यमंत्री के हवाले से बयान में कहा गया, “राज्य सरकार का निर्णयप्राकृतिक आपदाओं के प्रबंधन पर ध्यान देने के साथ-साथ शासन के क्षेत्र में प्रतीकात्मक औपचारिकताओं से हटकर अधिक ठोस कार्रवाइयों पर ध्यान देना भी हैैैै।”
–आईएएनएस
एमकेएस/एकेजे