नई दिल्ली, 10 मई (आईएएनएस)। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने तेलंगाना के हैदराबाद में एक चुनावी रैली को संबोधित किया। इस रैली में पीएम मोदी ने विपक्ष को ‘आईडिया ऑफ इंडिया’ के बारे में मंच से बता दिया।
मंच से पीएम मोदी ने कहा कि 4 जून के नतीजे अब बिल्कुल स्पष्ट हैं, इस दिन देश जीतेगा, 140 करोड़ भारतीयों का संकल्प जीतेगा और भारत के विरोधी हारेंगे, आत्मनिर्भर भारत अभियान के विरोधी हारेंगे।
उन्होंने कहा कि 4 जून को सीएए, यूसीसी के विरोधी हारेंगे, वोट जिहाद की बात करने वाले हारेंगे। उन्होंने इसके साथ ही मंच से कहा कि भारत को विदेशी चश्मे से देखने वाली कांग्रेस को आईडिया ऑफ इंडिया के बारे में कुछ भी अंदाज नहीं है। कांग्रेस तो कहती है कि भगवान राम की पूजा आईडिया ऑफ इंडिया के खिलाफ है।
मंच से उन्होंने कहा कि कांग्रेस के शहजादा के मेंटर, भारतीयों को चीनी और अफ्रीकन कह रहे हैं। कांग्रेस केवल बांटना और राज करना जानती है।
पीएम मोदी ने आगे कहा कि कांग्रेस वाले कहते हैं कि राम मंदिर और रामनवमी मनाना गलत है। उन्होंने कहा कि आखिर आईडिया ऑफ इंडिया क्या है, वह जानते ही नहीं हैं।
उन्होंने कहा कि ‘आईडिया ऑफ इंडिया’ का मतलब भारत की हजारों वर्ष पुरानी संस्कृति का प्रतिबिंब है। ‘आईडिया ऑफ इंडिया’ यानी, सत्यमेव जयते। ‘आईडिया ऑफ इंडिया’ मतलब अहिंसा परमो धर्मः। ‘आईडिया ऑफ इंडिया’ मतलब, आचारः परमो धर्मः। ‘आईडिया ऑफ इंडिया’ मतलब, न हि सत्यात् परो धर्मः। ‘आईडिया ऑफ इंडिया’ मतलब एकम सत् विप्रा, बहुधा वदन्ति। ‘आईडिया ऑफ इंडिया’ मतलब, वसुधैव कुटुम्बकम्। ‘आईडिया ऑफ इंडिया’ मतलब, सर्वपंथ समभाव। ‘आईडिया ऑफ इंडिया’ मतलब, अप्प दीपो भव। ‘आईडिया ऑफ इंडिया’ मतलब, बुद्धम् शरणम् गच्छामि। ‘आईडिया ऑफ इंडिया’ मतलब, सर्वे भद्राणि पश्यन्तु, मा कश्चिद् दुःख भाग भवेत्। ‘आईडिया ऑफ इंडिया’ मतलब, परोपकाराय सतां विभूतय:। ‘आईडिया ऑफ इंडिया’ मतलब, जन सेवा ही प्रभु सेवा। ‘आईडिया ऑफ इंडिया’ मतलब, ईश्वरः सर्वभूतानां। ‘आईडिया ऑफ इंडिया’ मतलब, सरब जोति के बीच समाना। ‘आईडिया ऑफ इंडिया’ मतलब, गॉड इज ग्रेट। ‘आईडिया ऑफ इंडिया’ मतलब, नर में नारायण, जीव में शिव। ‘आईडिया ऑफ इंडिया’ मतलब, या देवी सर्वभूतेषु मातृरुपेण संस्थिता। ‘आईडिया ऑफ इंडिया’ मतलब, नारी तू नारायणी। ‘आईडिया ऑफ इंडिया’ मतलब, मा विद्विषावहै। ‘आईडिया ऑफ इंडिया’ मतलब, मिच्छामी दुक्कड़म। ‘आईडिया ऑफ इंडिया’ मतलब, अपि स्वर्णमयी लंका न मे लक्ष्मण रोचते। जननी जन्मभूमिश्च स्वर्गादपि गरीयसी। हमें जन्म देने वाली ये धरती, मुझे स्वर्ग से भी ज्यादा प्रिय है।
उन्होंने आगे कहा कि ये भगवान श्रीराम के ही तो बोल थे। ये ‘आईडिया ऑफ इंडिया’ आज केवल मान्यताओं तक सीमित नहीं है। ये ‘आईडिया ऑफ इंडिया’ आज भारत की पहचान है। ये ‘आईडिया ऑफ इंडिया’ आज भारत की आवाज़ है। और, इसीलिए आज ‘आईडिया ऑफ इंडिया’ यानी इंटरनेशनल योग दिवस, ‘आईडिया ऑफ इंडिया’ यानी वन अर्थ, वन फैमिली, वन फ्यूचर का विज़न। ‘आईडिया ऑफ इंडिया’ यानी विश्व के लिए वन सन, वन अर्थ, वन ग्रीड का विचार, ‘आईडिया ऑफ इंडिया’ यानी चंद्रमा पर शिवशक्ति प्वाइंट। ‘आईडिया ऑफ इंडिया’ मतलब मदर ऑफ डेमोक्रेसी। ‘आईडिया ऑफ इंडिया’ मतलब जस्टिस टू ऑल, अपीजमेंट टू नन। जिन श्रीराम से हमें ये प्रेरणा मिलती है, उन्हीं प्रभु राम की पूजा को कांग्रेस ‘आईडिया ऑफ इंडिया’ के खिलाफ बता रही है>
–आईएएनएस
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