डालियान (चीन), 8 सितंबर (आईएएनएस)। अंतिम समय में मालदीव के बैकआउट से अंडर-23 एशियाई कप क्वालीफायर में भारत की मुश्किलें बढ़ गई थी। अब भारतीय टीम को कड़ी चुनौती का सामना करना पड़ेगा क्योंकि उसका लक्ष्य प्रतियोगिता में अगले चरण के लिए क्वालीफाई करना है।
इस अभियान में उनकी पहली परीक्षा संशोधित मुकाबलों में मेजबान चीन के खिलाफ होगी। हालांकि, भारतीय टीम के मुख्य कोच क्लिफोर्ड मिरांडा को भरोसा है कि उनकी टीम एक मुश्किल लड़ाई के लिए तैयार है।
भारत अंडर-23 टीम चार दिन पहले डालियान स्पोर्ट्स सेंटर में पहुंचने के बाद से संशोधित फिक्स्चर के साथ तालमेल बिठाने के बाद से कड़ी मेहनत कर रही है।
चीन में चार प्रशिक्षण सत्र पूरा करने के बाद कोच मिरांडा शनिवार को डालियान सुयुवान स्टेडियम में मेजबान चीन के खिलाफ मैच में प्रदर्शन करने के लिए उत्सुक दिख रहे हैं।
कोच ने कहा, “मालदीव के हटने के कारण, हमें दो अतिरिक्त दिनों का प्रशिक्षण मिला जो हमारे लिए वरदान साबित हुआ। हाथ में अतिरिक्त समय के साथ, मैं लड़कों को जो सामरिक ज्ञान दे सका वह बहुत उपयोगी रहा है।”
मिरांडा ने यह भी कहा कि वह इस बात से प्रभावित हैं कि नई टीम के गठन के बाद से उनके खिलाड़ियों ने कम समय में एक साथ मिलकर काम किया और तालमेल बिठाया।
एआईएफएफ. कॉम वेबसाइट ने मिरांडा के हवाले से कहा, “खिलाड़ियों का रवैया और सीखने की उनकी इच्छा अद्भुत है। इतने कम समय में इन खिलाड़ियों ने आपस में जो बॉन्डिंग बनाई है, उससे टीम के अंदर एक अच्छा माहौल बन गया है। सच तो यह है कि ज्यादातर खिलाड़ियों में युवा सेट-अप और क्लबों के दिनों से एक-दूसरे को जानने का एक अतिरिक्त फायदा है। मुझे उम्मीद है कि जो एकजुटता, मैं मैदान के बाहर देखता हूं वह मैच में भी दिखाई देगी।”
–आईएएनएस
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