बाली, 13 सितंबर (आईएएनएस)। इंडोनेशिया के बाली में शुक्रवार से तीन दिवसीय अंतर्राष्ट्रीय गीता जयंती महोत्सव का भव्य शुभारंभ हुआ। भगवान श्रीकृष्ण द्वारा अर्जुन को कुरुक्षेत्र की पावन भूमि पर दिए गए गीता के दिव्य संदेश की गूंज अब समुद्र पार बाली में भी सुनाई दे रही है।
महोत्सव के पहले दिन बाली की क्षेत्रीय जन प्रतिनिधि परिषद (प्रांतीय विधायिका) में भारतीय प्रतिनिधियों का भव्य स्वागत किया गया। इस अवसर पर डॉ. अरविंद शर्मा ने सभा को संबोधित करते हुए कहा कि भगवान श्रीकृष्ण के गीता संदेश को वैश्विक स्तर तक पहुंचाना हरियाणा सरकार का सौभाग्य है। यह आयोजन न केवल धार्मिक है, बल्कि मानवीय और सांस्कृतिक मूल्यों को जोड़ने वाला है।
हरियाणा की वैदिक धरा, जहां स्वयं भगवान श्रीकृष्ण ने गीता का उपदेश दिया था, अब गीता के संदेश को वैश्विक स्तर तक पहुंचाने में सेतु का कार्य कर रही है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की प्रेरणा से और स्वामी ज्ञानानंद महाराज के मार्गदर्शन में हरियाणा सरकार ने वर्ष 2016 से गीता जयंती को अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर मनाने की परंपरा शुरू की। इसे अब और मजबूती के साथ आगे बढ़ाया जा रहा है।
गौरतलब है कि इस बार मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी की ओर से पर्यटन मंत्री डॉ. अरविंद शर्मा प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व कर रहे हैं। उनके साथ कैबिनेट मंत्री, सचिव अमित अग्रवाल, विदेश मंत्रालय से नीना मल्होत्रा, करनाल की मेयर रेनू बाला और गीता मनीषी स्वामी ज्ञानानंद महाराज मौजूद रहे।
वहीं मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने वीडियो संदेश के माध्यम से बाली वासियों और सभी प्रतिभागियों को शुभकामनाएं दीं। उन्होंने कहा कि गीता का दिव्य ज्ञान हर किसी के जीवन में प्रकाश लाए। हमें इसे केवल पढ़ना ही नहीं बल्कि अपने आचरण में उतारना चाहिए। यही गीता जयंती का वास्तविक उद्देश्य है।
बता दें कि अंतर्राष्ट्रीय गीता जयंती महोत्सव पहली बार भारत के बाहर वर्ष 2019 में मॉरीशस और लंदन में आयोजित किया गया था। इसके बाद सितंबर 2022 में कनाडा, अप्रैल 2023 में ऑस्ट्रेलिया और 2024 में श्रीलंका में महोत्सव आयोजित हुआ। इस वर्ष इंडोनेशिया में इसका आयोजन हो रहा है, जिससे भारत-इंडोनेशिया के सदियों पुराने सांस्कृतिक रिश्तों में और प्रगाढ़ता आई है।
–आईएएनएस
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