चंडीगढ़, 27 मई (आईएएनएस)। शिरोमणि अकाली दल (एसएडी) ने शनिवार को सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय से अपने दिल्ली और चंडीगढ़ केंद्रों से पंजाबी समाचार बुलेटिनों को बंद करने के फैसले पर पुनर्विचार करने का आग्रह किया। उसने कहा कि इन बुलेटिनों को एक बड़ी पंजाबी आबादी के लिए तैयार किया गया है और इसे जनहित में जारी रखा जाना चाहिए।
यहां जारी एक बयान में अकाली दल के वरिष्ठ नेता दलजीत सिंह चीमा ने कहा कि प्रसार भारती द्वारा दिल्ली और चंडीगढ़ से प्रसारित होने वाले पंजाबी न्यूज बुलेटिन को अचानक बंद करने के फैसले से पंजाबियों को झटका लगा है, जो बुलेटिनों को जारी रखने के पक्ष में हैं।
उन्होंने कहा, इन बुलेटिनों को बंद करने से पंजाबियों को राष्ट्रीय राजधानी के साथ-साथ राज्य की राजधानी में होने वाली खबरों से रू-ब-रू होने का मौका नहीं मिलेगा।
चीमा ने कहा कि सेवा बंद करने का फैसला भी भेदभावपूर्ण था क्योंकि इसने चंडीगढ़ पर पंजाब के अधिकार को और कम कर दिया।
चीमा ने कहा, राज्य की राजधानी पर पंजाब के दावे को कमजोर करने के उद्देश्य से हाल की कार्रवाइयों की लंबी सूची में यह एक और फैसला है।
विस्तृत जानकारी देते हुए अकाली नेता ने कहा कि चंडीगढ़ से पंजाबी में दो समाचार बुलेटिन और साप्ताहिक राउंड-अप प्रसारित किए जाते थे। लेकिन प्रसार भारती ने निर्देश दिया है कि दिल्ली में पंजाबी बुलेटिन बनाने में लगे कर्मचारियों के साथ इस कवायद में लगे कर्मचारियों को जालंधर के दूरदर्शन केंद्र में स्थानांतरित कर दिया जाए।
उन्होंने कहा कि इससे पंजाबी बुलेटिनों की गुणवत्ता कम होनी निश्चित है क्योंकि दिल्ली और चंडीगढ़ दोनों के पंजाबी समाचार रिपोर्टर राष्ट्रीय राजधानी के साथ-साथ चंडीगढ़ से भी महत्वपूर्ण घटनाओं का प्रत्यक्ष विवरण देते हैं।
उन्होंने कहा, संसद, सुप्रीम कोर्ट और दिल्ली में मंत्रालयों के साथ-साथ विधानसभा और उच्च न्यायालय जैसे संस्थागत कवरेज को इस कदम के कारण नुकसान उठाना पड़ेगा।
–आईएएनएस
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