चंडीगढ़, 5 अगस्त (आईएएनएस)। शिरोमणि अकाली दल (शिअद) के नेता प्रेम सिंह चंदूमाजरा ने शनिवार को पंजाब में सिख धर्म से जुड़े व्यक्तियों और संगठनों के खिलाफ केवल संदेह के आधार पर की जा रही छापेमारी का विरोध किया। उन्होंने कहा कि उनका संगठन राज्य, देश और विदेश में सामाजिक कल्याण और राहत कार्य चलाने में लगा हुआ है।
मीडिया को संबोधित करते हुए वरिष्ठ शिअद नेता प्रेम सिंह चंदूमाजरा ने खालसा एड से जुड़े व्यक्तियों और कार्यालयों पर छापेमारी के तरीके पर कड़ी आपत्ति जताई।
चंदूमाजरा ने कहा, ब्रिटिश संसद के मौजूदा सदस्य सम्मानित सिख एनआरआई तनमनजीत सिंह ढेसी को अमृतसर में अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे से उड़ान भरने से पहले जिस तरह से रोका गया और परेशान किया गया, वह निंदनीय है।
उन्होंने कहा, “इस तरह की निंदनीय घटनाएं सिख जनता को कांग्रेस शासन के युग की याद दिलाती है, जैसे इंदिरा गांधी के शासनकाल में देश के एकमात्र वायु सेना मार्शल अर्जन सिंह और प्रख्यात पत्रकार खुशवंत सिंह जैसे सबसे सम्मानित सिखों को दिल्ली में सिख विरोधी दंगों में निशाना बनाया गया था।
उन्होंने आगे कहा, जब एशियाई खेलों के दौरान सरदार प्रकाश सिंह बादल और जत्थेदार गुरचरण सिंह तोहरा जैसे अकाली कार्यकर्ताओं और नेताओं को राष्ट्रीय राजधानी में प्रवेश करने से रोक दिया गया था।
चंदूमाजरा ने कहा,“केवल संदेह के आधार पर निर्दोष सिखों के खिलाफ झूठे मामलों सहित छापेमारी और उत्पीड़न सिख जनता की पहले से ही गहरी चोट और बढ़ाते हैं।
पंजाब में खालसा एड ब्रांच पर छापे का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा, “यदि किसी व्यक्ति के खिलाफ कोई विशेष शिकायत थी, तो सरकारी एजेंसियों द्वारा परेशान किए जाने के बजाय उससे पूछताछ की जानी चाहिए और कानून की उचित प्रक्रिया के तहत कार्रवाई की जानी चाहिए।”
उन्होंने कहा, “मानवीय कार्यों में लगे एक पूरे संगठन को किसी एक व्यक्ति के गलत कामों के लिए बदनाम और परेशान नहीं किया जाना चाहिए।”
उन्होंने केंद्रीय गृह मंत्री से ऐसे भेदभावपूर्ण कृत्यों को रोकने के लिए हस्तक्षेप करने का आग्रह किया।
चंदूमाजरा ने कहा कि उनकी पार्टी मौजूदा सरकारों द्वारा अपनाए जा रहे सभी दमनकारी उपायों और तरीकों के खिलाफ खालसा पंथ और पंजाबियों के हितों की रक्षा करना जारी रखेगी।
–आईएएनएस
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